उत्तराखंड में ऊंची चोटियों पर बर्फबारी
जैसा पूर्वानुमान था, मौसम ठीक वैसा ही रंग दिखा रहा है। मंगलवार से मौसम के करवट बदलने के साथ ही उत्तराखंड में वर्षा और बर्फबारी का जो सिलसिला शुरू हुआ वह सुबह से जारी है। चारधाम समेत ऊंची चोटियों पर हिमपात हो रहा है, जबकि गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के जनपदों में हल्की बारिश हो रही है। इससे चढ़ते पारे पर भी मामूली अंकुश लगा है।
मौसम विभाग के मुताबिक मौसम का मिजाज फिलहाल ऐसा ही बना रहेगा। अगले 48 घंटों में कुछ स्थानों पर तेज हवा चलने के साथ ही ओलावृष्टि की संभावना है, जबकि पांच पर्वतीय जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के मेल के फलस्वरूप मंगलवार सुबह से उत्तराखंड में बादलों की आवक तेज हुई। इसके चलते सूबेभर में लगभग सभी जगह सुबह से ही बादलों का बसेरा रहा। कहीं आंशिक रूप से तो कहीं आमतौर पर। चमोली, रुद्रप्रयाग व उत्तरकाशी जनपदों में घटाएं घिरीं और इसी के साथ चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब सहित ऊंची चोटियों पर हिमपात हुआ। साथ ही कुमाऊं के पिथौरागढ़, चंपावत व अल्मोड़ा की ऊंची चोटियों पर हिमपात हो रहा है।
इन जिलों में निचले क्षेत्रों में कुछ जगह तेज हवा चलने के साथ ही हल्की फुहारें भी पड़ीं। इससे लोगों को गर्मी से निजात मिली।
मौसम के इस रुख में हवा में हल्की ठंडक है और इसके असर के फलस्वरूप मैदानी क्षेत्रों में भी पारे में हल्की गिरावट आई है। मैदानी इलाकों में पारा अब 35 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच आ गया है, जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास।
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार अगले 48 घंटों में राज्य में आमतौर पर बादल छाये रहेंगे। अधिकांश स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होती रहेगी।
संपादक कविन्द्र पयाल