राजनीति

उत्तराखंड के दो मंत्रियों में खींचतान से बढ़ी भाजपा की दिक्कत

देहरादून : राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों के बीच गाहे-बगाहे तनातनी बढ़ रही है। पहले पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और वन मंत्री हरक सिंह रावत के बाद गुरुवार को हरिद्वार में महाराज और मदन कौशिक के समर्थकों के आमने-सामने होने से सरकार और सत्तारूढ़ दल भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

राज्य की भाजपा सरकार के मंत्रियों में खींचतान ने सूबे की सियासत में हलचल बढ़ा दी है। सबसे पहले महकमों के बंटवारे के मौके पर मंत्रियों में असंतोष को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा था। हालांकि तब मंत्रियों की नाखुशी सतह पर नजर भले ही नहीं आई, लेकिन अंदरखाने कुछ ने अपनी नाराजगी प्रकट करने से गुरेज नहीं किया।

इसके बाद मंत्रिमंडल में दूसरे नंबर की हैसियत रखने वाले पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और तेजतर्रार माने जाने वाले वन मंत्री हरक सिंह रावत मंत्रिमंडल की बैठक में ही एक मामले में एकदूसरे के विरोध में आ गए।

अब हरिद्वार में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और क्षेत्रीय विधायक व शहरी विकास व आवास मंत्री मदन कौशिक के बीच भी गुरुवार को खींचतान की नौबत आ गई। यह दीगर बात है कि ये नौबत बरसात से उपजी समस्या के चलते आई, लेकिन राजनीतिक विश्लेषक मंत्रियों के बीच बढ़ती दूरियों को सत्तारूढ़ भाजपा के लिए बेहतर स्थिति के रूप में नहीं देख रहे हैं। दरअसल, भाजपा और केंद्र सरकार का पूरा जोर राज्य में सुशासन पर है। इस राह पर आगे बढ़कर पार्टी भविष्य के सियासी मोर्चों को फतह करने की रणनीति पर काम कर रही है। ऐसे में मंत्रिमंडल के सदस्यों की आपसी रार ने सत्तारूढ़ दल की पेशानी पर बल डाल दिए हैं।

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