राजनीति

उत्‍तराखंड: मोदी लहर की टीस, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भए ‘कवि’

देहरादून : विधानसभा चुनाव में मोदी लहर में पिछली कांग्रेस सरकार के पांव जिस तरह उखड़े, उसकी टीस पार्टी और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत(हरदा) पर अब भी साफतौर पर तारी नजर आ रही है। भविष्य में होने वाली सियासी जंग में ऐसी किसी भी लहर की हवा निकालने की जुगत में पूर्व मुख्यमंत्री जुट गए हैं।

लिहाजा उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार के वायदों- जुमलों पर तंज कसते हुए खुद तुकबंदी तो की ही, साथ में इस तुकबंदी को और धार देते हुए बेहतर बनाने वाले और इसके विरोध में भी बेहतर तुकबंदी करने वाले को पांच-पांच हजार रुपये का ईनाम की घोषणा भी की है। हरदा के इस कदम को 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी से मुकाबले की चिंता के तौर पर देखा जा रहा है।

पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से राज्य में जरूरी करार दिए हरीश रावत को मोदी लहर के प्रचंड वेग ने प्रदेश में गैर जरूरी भले ही बना दिया हो, लेकिन वह आसानी से हथियार डालने के मूड में नहीं दिखते। काफल, आम पार्टी के साथ ही पहाड़ उत्पादों को लेकर गाहे-बगाहे पार्टी कर चर्चाओं के केंद्र में रहने वाले हरदा के भीतर अब कवित्व भाव जागा है।

इसका खुलासा उन्होंने सोमवार को ट्वीट के जरिए किया। तुकबंदी शैली की इस कविता के भाव के निशाने पर पिछले चार सालों में नौजवानों के सिर चढ़कर बोल रहे नमो-नमो का क्रेज है। उनकी तुकबंदी के बोल हैं-खोलो लाल अब आंखें खोलों, दिल के साथ कुछ दिमाग को भी टटोलो/3.5 साल यूं ही बीत गए, तीज त्योहार सब आए और चले गए पर अच्छे दिन और दूर भए/ मन की बात कहते भय्या भूल गए/जन धन के खाते सूखे रह गए/ना आमदनी दुगनी हुई ना महंगाई कम हुई/ कर्ज माफ नहीं हुआ यूं ही मर गए/ फिर भी वो मन की बात कहते चले गए/डबल इंजन दिया/ 20 हजार पद खाली, फिर भी नौकरी को  तरसते रह गए/ अब तो भय्यया नौकरी का दरवाजा खोलो/ कभी तो युवा के मन की बात बोलो/ उठो भय्या दिल का दरवाजा खोलो, वक्त बीत रहा/ मन की आंखें खोलो/ अब तो नौकरी का दरवाजा खोलो।

हरदा ने अपनी पंक्तियों में जिसतरह पीएम मोदी और भाजपा पर कटाक्ष किया है, इसे उनकी भविष्य की सियासत खासतौर पर 2019 में लोकसभा चुनाव को लेकर उपजी चिंता से जोड़कर देखा जा रहा है।

हरदा बोले:

खोलो लाल अब आंखें खोलो/ दिल के साथ कुछ दिमाग को भी टटोलो/3.5 साल यूं ही बीत गए/ तीज त्योहार सब आए और चले गए पर अच्छे दिन और दूर भए

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