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किडनीखोर अमित बी-ग्रेड फिल्मों में भी कर चुका है काम

देहरादून : किडनीखोर अमित को जवानी के दिनों में फिल्मों में अभिनय का शौक था। एकाध छोटी फिल्मों में मौका भी मिला, लेकिन सफर आगे नहीं बढ़ पाया। उम्र बढ़ी तो फिल्मी दुनिया का सपना भी टूट गया। और इसके बाद उसे अय्याशी की लत लग गई। फाइव स्टार होटलों में पार्टी का शौक उसका तब से अभी तक बना रहा।

किडनीखोर अमित की जिंदगी के गुजरे दिनों की हिंदी फिल्मों के विलेन की तरह है। किडनी के काले कारोबार के सिलसिले में पांच बार सलाखों के पीछे जाने के बाद भी वह आदत से बाज नहीं आया। पुलिस ने बताया कि अमित राऊत के लिए हिंदी फिल्में और फिल्मी अंदाज कोई नई बात नहीं है। नब्बे के दशक के शुरुआती वर्षों में उसने कुछ बी-ग्रेड फिल्मों में बतौर अभिनेता काम किया था। उस दौर में मिथुन चक्रवर्ती की ‘रावणराज’ नाम की फिल्म आई थी, जिसमें मुख्य खलनायक विदेशियों से किडनी का सौदा करने वाला एक डाक्टर ही था। ये महज इत्तेफाक भी हो सकता है, कि अमित का चरित्र उस फिल्म के खलनायक से काफी हद तक मिलता-जुलता है। अमित आशिक मिजाज भी है, यही वजह है कि वह अब तक तीन शादियां कर चुका है। इसके इतर उसकी एक महिला मित्र के हरियाणा में होने की जानकारी मिली है। पुलिस उस तक पहुंच गई है और इससे भी किडनीखोर के कई राज खुलने की उम्मीद है।

पुलिस में है खबरी 

अमित अपने काले धंधे को कानून के शिकंजे से बचाने के लिए गैरकानूनी तरीके अपनाने को लेकर कुख्यात है। बताते हैं कि वह पुलिस में अपने खबरी पालता है, जिससे वह फरार होने में कामयाब हो जाता है। मुंबई में 1995 के दौरान अमित पर पुलिस को 19.85 करोड़ रुपये की रिश्वत देने का आरोप लगा था। तब पुलिस में मामला दर्ज हुआ था। ऐसे में देहरादून पुलिस में भी उसके खबरी होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। देहरादून से वह जिस अंदाज में फरार हुआ, उससे इस आशंका को बल मिलता दिख रहा है।

सुर्खियों में रहना पसंद 

अमित अखबारों की कतरनें संजो कर रखता था। इसका खुलासा अन्य राज्यों से दून पुलिस को मिली जानकारी में हुआ है, जिसमें बताया गया कि ने फरवरी 2008 में अमित को काठमांडू से करीब डेढ़ सौ किलोमीटर दूर चितवन नेशनल पार्क के वाइल्ड लाइफ रिसार्ट के कमरा नंबर 6 से गिरफ्तार किया गया था। यहां उसने सुबह-सुबह कई भारतीय अखबार मंगवाए और अपनी खबरों को काटने लगा। रिसार्ट के वेटर की नजर उस पर पड़ी, उसने होटल में ठहरे शख्स और अखबार में दिख रहे किडनीखोर का चेहरा मिलाया तो दंग रह गया। दोनों एक ही थे। इसके बाद रिसार्ट की सूचना पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर भारत की पुलिस को सौंप दिया था।

कनाडा में है पांच करोड़ का बंगला 

वर्ष 2008 में जब नेपाल पुलिस ने अमित को गिरफ्तार किया, तब उसके पास से छह करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा मिली थी। हाल में पुलिस जांच में सामने आया है कि कनाडा में उसका पांच करोड़ का बंगला भी है, जहां उसकी दूसरी पत्नी पूनम बच्चों के साथ रहती है।

यशपाल शर्मा है अमित का नाम 

अमित के बहुतेरे नाम हैं। उसका एक नाम यशपाल शर्मा भी है। यह नाम उसने नेपाल भागने के दौरान वर्ष 2008 में रखा था। पुलिस जांच में पता चला है कि अमित नेपाल में एक बड़ा होटल खोलना चाहता था, ताकि विदेश से आने वाले वहां ठहरा सके। इसके लिए उसने काठमांडू स्थित एक गेस्ट हाउस के मालिक से बातचीत भी कर ली थी, लेकिन सौदा पटा नहीं। तब अमित ने गेस्टहाउस मालिक को अपना नाम यशपाल शर्मा बताया था। तब अमित ने कहा था कि उसका दिल्ली और गुरुग्राम में अस्पताल है और अब नेपाल में भी अस्पताल खोलना चाहता है।

नेपाल के किडनीखोर से भी था ताल्लुक 

वर्ष 2008 में नेपाल में 12 सदस्यीय किडनीखोर गैंग का खुलासा हुआ था, जिसका सरगना दीपक लामा था। लामा विदेशियों को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए दक्षिण के राज्यों को भेजता था, तब अमित के लामा से भी संपर्क रखने के आरोप लगे थे।

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