केदारनाथ यात्रा के कार्यों की सुस्ती पर जीएमवीएन के एमडी सोनप्रयाग अटैच
रुद्रप्रयाग : केदारनाथ धाम समेत यात्रा पड़ावों में व्यवस्थाओं की लापरवाही जीएमवीएन (गढ़वाल मंडल विकास निगम) व लोनिवि एनएच पर भारी पड़ गई। व्यवस्थाओं का जायजा लेने केदारपुरी पहुंची जिलाधिकारी रंजना को जब निरीक्षण के दौरान कार्यों में लापरवाही मिली तो उनका पारा चढ़ गया।
उन्होंने केदारनाथ से ही मुख्य सचिव को दूरभाष पर इसकी शिकायत की। नतीजा शासन ने निगम के एमडी अतुल कुमार गुप्ता को सोनप्रयाग कैंप से अटैच करते हुए वहां व्यवस्थाएं देखने के आदेश जारी कर दिए।
डीएम ने गौरीकुंड हाइवे में कार्य की सुस्ती पर भी अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। डीएम की शिकायत पर शासन ने लोनिवि एनएच के मुख्य अभियंता हरिओम शर्मा को भी जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग में ही कैंप कर हाइवे दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।
उधर, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सभी दस इंजीनियरों के वेतन रोकने का असर भी तैयारियों पर साफ दिख रहा है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर कार्य में तेजी के साथ ही तय समय से दो दिन पूर्व ही उस पर आवाजाही भी सुचारु हो गई है।
केदारनाथ पहुंचने पर जब डीएम को पता चला कि कार्यों में पर्याप्त मजदूर नहीं लगाए गए हैं तो वह गढ़वाल मंडल विकास निगम के अधिकारियों पर विफर पड़ीं। उन्होंने निगम की ओर से कार्य में लगाए गए मजदूरों की संख्या को लेकर गलत जानकारी दिए जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए मुख्य सचिव से दूरभाष पर वार्ता की।
इस पर शासन ने निगम के एमडी को यात्रा व्यवस्थाओं के लिए सोनप्रयाग कैंप से अटैच करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा गौरीकुंड हाइवे के कई स्थानों पर कार्य सुस्त गति से चलने की जानकारी भी डीएम ने मुख्य सचिव को दी।
इस पर शासन ने लोनिवि एनएच के मुख्य अभियंता को भी रुद्रप्रयाग में ही कैंप करने के निर्देश दिए हैं। इससे पूर्व डीएम रंजना विभागीय अधिकारियों के साथ गौरीकुंड से 16 किमी पैदल चलकर केदारनाथ धाम पहुंचीं। उन्होंने पैदल मार्ग पर सुरक्षा रेलिंग, क्षतिग्रस्त पुश्तों की मरम्मत आदि कार्यों पर संतोष जताया। पैदल मार्ग का जिम्मा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की लोनिवि शाखा के पास है।
डीएम ने मार्ग पर जंगलचट्टी के पास बने शौचालयों में सफाई के लिए सुलभ इंटरनेशनल को आवश्यक कार्रवाई के लिए कहा। साथ ही यह भी हिदायत दी कि 25 अप्रैल तक पैदल मार्ग पर सभी शौचालय तैयार कर लिए जाएं। डीएम ने ऊर्जा निगम के अधिकारियों को भी तय समय पर कार्य पूरा करने को कहा।