चीन ने उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण की निंदा की, कहा- तनाव बढाने वाले कदम ना उठाये
चीन ने आज उत्तर कोरिया से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का सम्मान करने की मांग करते हुये कहा कि वह ऐसे कदम न उठाये जिससे तनाव बढ़े.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, चीन उत्तर कोरिया द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्तावों के उल्लंघन और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आम आकांक्षाओं के विपरीत इसके कायरे का विरोध करता है.
मंत्रालय की वेबसाइट पर एक संक्षिप्त बयान में गेंग ने कहा कि चीन उत्तर कोरिया से संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों का अनुपालन करने और स्थिति को बदतर करने वाली कार्वाइयों से परहेज करने का अनुरोध करता है.
उन्होंने कहा, ऐसे समय में (चीन द्वारा) उम्मीद की जाती है कि सभी संबंधित पक्ष सावधानी बरतेंगे और तनाव बढ़ाने से परहेज करेंगे तथा प्रायद्वीप पर शांति एवं स्थिरता बनाये रखने में एक दूसरे के साथ काम करेंगे.
अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया और यूरोपीय संघ सभी ने उत्तर कोरिया के शुक्वार के मिसाइल परीक्षण की एक सुर में तत्काल निंदा की. उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने कहा कि पूरा अमेरिकी भूभाग इस मिसाइल की जद में आ जायेगा.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिकी भूभाग एवं अपने सहयोगियों के क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये हर जरूरी कदम उठाने का संकल्प जताया.
अमेरिकी सेना ने कहा कि उत्तर कोरिया के परीक्षण के बाद अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सेनाओं ने सैन्य प्रतिक्यिा विकल्प पर चर्चा की.
उत्तर कोरिया के मुख्य आथर्कि एवं कूटनीतिक सहयोगी चीन ने किसी तरह के सैन्य दखल का विरोध किया और संवाद के माध्यम से हल निकालने का आह्वान किया.
उत्तर कोरिया ने कल देर रात एक मिसाइल परीक्षण किया था. अंदेशा है कि यह मिसाइल इंटरकोंटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल(आईसीबीएम) श्रेणी का है और गत चार जुलाई को परीक्षण किए गए मिसाइल से ज्यादा विकसित है.
दक्षिण कोरिया की संवाद समिति योनहाप ने आज दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ के हवाले से बताया कि मिसाइल ने 1000 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय की और यह लगभग 3,700 किमी की ऊंचाई तक पहुंच गया.