उत्तराखंड समाचार

दिव्यांग नौनिहालों को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग दे समाज

विकासनगर: गुरुवार को ब्लॉक संसाधन केंद्र में सर्व शिक्षा अभियान के तहत विशेष आवश्यकता वाले नौनिहालों व अभिभावकों के लिए परामर्श शिविर लगाया गया। शिविर में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के चिकित्सकों सहित विशेष शिक्षा से जुड़े विशेषज्ञों ने नौनिहालों व अभिभावकों को जानकारी मुहैया कराई।

शिविर का उद्घाटन करते हुए उप शिक्षाधिकारी हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि दिव्यांग नौनिहालों को आत्मनिर्भर बनाने में समाज के प्रत्येक व्यक्ति को सहयोग देना चाहिए। शारीरिक व मानसिक रूप से अक्षम नौनिहालों को दया भाव देने के बजाय उनकी क्षमता के अनुरूप प्रशिक्षित कर समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए कार्य किया जाना जरूरी है। कहा कि दिव्यांग जन समाज का अहम हिस्सा हैं। जो लोग शारीरिक रूप से अक्षम हैं, समाज उनकी मानसिक क्षमता का उपयोग ले सकता है। जबकि, जो मानसिक रूप से अक्षम हैं उनकी शारीरिक क्षमता का उपयोग समाज के विकास में लिया जा सकता है। इससे दिव्यांग जन भी आíथक रूप आत्मनिर्भर बन सकते हैं। जरूरत सिर्फ समाज को अपनी मानसिकता में परिवर्तन लाने की है। ब्लॉक संदर्भदाता रीता सैनी ने अभिभावकों को सरकारी योजनाओं की जानकारी मुहैया कराते हुए कहा कि अब पांच वर्ष पूर्ण करने पर दिव्यांग नौनिहालों को पेंशन की सुविधा दी जा रही है। डॉ. अमित कटियार ने अभिभावकों को दिव्यांग नौनिहालों की देखभाल की जानकारी मुहैया कराते हुए बताया कि अभिभावकों को उनकी जरूरतों का ध्यान रखना चाहिए। मानसिक रूप से अक्षम नौनिहालों के व्यवहार पर उन्हें सकारात्मक सहारा दिया जाना जरूरी है। साथ ही ऐसे बच्चों को दैनिक दिनचर्या के लिए आत्मनिर्भर बनाने को फिजियोथेरेपी की जानकारी मुहैया कराई गई। शिविर में ब्लॉक क्षेत्र के 60 नौनिहालों व उनके अभिभावकों का पंजीकरण किया गया। जिन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। जबकि, कुछ नौनिहालों को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत उपचार के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया। इस दौरान बीआरपी प्रकाश चौहान, योगेंद्र नेगी, सीआरसी सरदार हर¨जदर ¨सह, कनैय्या ¨सह रावत, रामनारायण रतूड़ी, जिला संदर्भदाता अंजली भट्ट, आरबीएसके के डॉ. अमित अग्रवाल, डॉ. कंचन रावत आदि मौजूद रहे।

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