उत्तराखंड समाचार

देश के साथ-साथ विदेशों में भी आयुष डाक्टरों की मांग: डा0 धर्म सिंह सैनी

लखनऊ: प्रदेश के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आयुष, अभाव, सहायता एवं पुनर्वास विभाग डा0 धर्म सिंह सैनी ने आज राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय, गुडम्बा, लखनऊ परिसर में राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय, गुडम्बा, गढ़ा, कटरा बक्कास के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर श्री सैनी ने कहा कि आयुष के माध्यम से देश में नहीं वरन विदेशों में मरीजों का इलाज किया जा रहा है। आने वाला युग आयुष का है, एलोपैथिक दवाइयों का उपयोग करके मरीज कुछ समय के लिए आराम पाता है, लेकिन आयुष के माध्यम से बीमारी जड़ से समाप्त होती है। आयुष विधा का कोई दुष्प्रभाव नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के साथ-साथ विदेशों में भी आयुष डाक्टरों की मांग है।

आयुष राज्यमंत्री ने कहा कि योग से हम बीमारियों पर रोक लगा सकते है, इससे धन की बचत होती है, इसलिए हम सभी को योग करना चाहिए। डा0 सैनी ने कहा कि योगी सरकार आने के बाद आयुष विभाग के तमाम असुविधाओं को दूर किया गया है। इसके साथ ही कई नई योजनाओं को भी शुरू किया गया है। जैसे आयुष आपके द्वार, आयुष ग्राम, आयुष वेलनेस सेण्टर, चिकित्सालयों का उच्चीकरण, नए उपकरण एवं फार्मेसी में नई मशीनें, राजकीय यूनानी औषधि निर्माणशाला के लिए पृथक प्रयोगशाला भवन का शिलान्यास। हमारी कोशिश है कि मरीजों को आयुष चिकित्सा पाने में किसी प्रकार का दिक्कतों का सामना न करना पड़े, इसके लिए चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाता है जिससे आयुष चिकित्सक एवं विशेषज्ञ गाॅंव-गाॅंव में जाकर मरीजों का इलाज और उनको निःशुल्क दवायें दे सकें।

आयुष मंत्री ने कहा कि प्रदेश के आखरी नागरिक तक आयुष चिकित्सा पहुॅंचायी जा सके। इसी क्रम में एक नई व्यवस्था को शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे मधुमेह समेत कई अन्य बीमारियों की दवायें मरीजों को घर पर ही मिल सकेंगी। आयुष विभाग में पहली बार आशा/ए0एन0एम0 द्वारा गाॅंव-गाॅंव में मधुमेह एवं अन्य रोगों के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक किया जायेगा। इसके लिए आयुष मिशन द्वारा आशा/ए0एन0एम0 को टेªनिंग दी जायेगी। इसके अलावा गर्भवती महिला और कुपोषित बच्चों को ध्यान में रखते हुये दवाओं की संख्या में भी बढ़ोतरी की गई है।

आयुष मंत्री ने कहा कि आयुर्वेद जैसी प्राचीन विधा को जन-जन तक पहुँचाने के लिए आयुष विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। जिसका फलस्वरूप वर्ष 2017-18 आयुर्वेदिक चिकित्सालय एवं काॅलेजों में मिलाकर 2,47,87,683 मरीज देखे गये है। वहीं आयुर्वेदिक चिकित्सालयों का उच्चीकरण भी करवाया जा रहा है जिससे कि पहले चरण में 33 चिकित्सालयों का उच्चीकरण की प्रक्रिया प्रगति पर है, वहीं 25 और आयुर्वेदिक चिकित्सालयों का उच्चीकरण किया जायेगा।

इस अवसर पर विधायक श्री अविनाश त्रिवेदी, निदेशक आयुर्वेद सेवाएं प्रो0 सत्य नारायण सिंह, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा0 सुनीता सिंह, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय गुडम्बा डा0 डी0के0 सिंह, सहायक औषधि नियंत्रक आयुर्वेद निदेशालय डा0 सुधीर सिंह, प्रधान ग्राम सभा गुडम्बा श्रीमती शशि लता मिश्रा, पूर्व प्रधान श्री राजेश बाबू मिश्रा सहित अन्य चिकित्साधिकारी उपस्थित थे।

Related Articles

Back to top button