अपराध

दो साल बाद भी नहीं खुला छात्र की हत्या का राज

थाना मुलाना में दर्ज हत्या के मामले में दो साल बाद भी राज नही खुला की छात्र की हत्या किसने की है। हालांकि इस मामले में छात्र के साथियों की लाई डिटेक्शन टेस्ट की रिपोर्ट पुलिस ने अदालत को सौंप दी है। लेकिन अभी भी इस केस में मृतक छात्र के पिता को इंसाफ का इंतजार है। मामला काफी पेचीदा है, जबकि छात्र की मौत के बाद लगातार स्वजन भी इंतजार में है कि आखिर पता चल सके कि छात्र पप्पू कुमार की हत्या किसने और क्यों की है।

उल्लेखनीय है कि पप्पू कुमार निवासी अमरापारा बाजार जिला पाकडू झारखंड गांव धीन के इंस्टीट्यूट में बीटैक तृतीय वर्ष का छात्र था। सोलह मार्च 2018 को वह और उसके साथी छात्र एक स्वीट हाउस पर समोसा और गुलाब जामुन खाने गए और खाकर वापस अपने कमरे में आ गए। पप्पू ने रात को खाना नहीं खाया, जबकि रात को पप्पू की तबीयत खराब होने पर उसे एक क्लीनिक पर ले गए। दवा से आराम नहीं आया, जबकि उसे फिर से क्लीनिक ले गए, जबकि डाक्टर ने छात्र को मुलाना मेडिकल कालेज एवं अस्पताल ले जाने को कहा। यहां पर पप्पू कुमार को लेकर पहुंचे, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई की थी। इसके बाद मधुबन से विसरा रिपोर्ट मिलने के बाद यह मामला हत्या में तबदील हो गया।

इसके बाद मुलाना पुलिस ने 27 अगस्त 2019 को हत्या का मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी थी। पुलिस ने मृतक पप्पू कुमार के साथ रहने वाले छात्रों के बयान दर्ज किए, लेकिन इस में भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा। इसके बाद पुलिस ने लाई डिटेक्शन टेस्ट की तैयार की और अदालत से अनुमति भी मिल गई। दूसरे छात्र भी इसके लिए तैयार हो गए। अब इसकी रिपोर्ट अदालत को सौंप दी है। अभी तक इस मामले में मृतक छात्र के स्वजनों को इंसाफ का इंतजार है।

इस बारे में मुलाना थाना के प्रभारी सुभाष का कहना है कि लाई डिटेक्शन टेस्ट की रिपोर्ट अदालत को सौंप दी है। इस में क्या रिपोर्ट वे कुछ नहीं कह सकते।

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