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नई आबकारी नीति को निगम चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में भाजपा

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति का भाजपा विरोध कर रही है। इसे लेकर पार्टी लगातार आंदोलन कर रही है। आने वाले दिनों में इसे लेकर राजनीति और तेज होगी। पार्टी की कोशिश इसे निगम चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाने की है। पार्टी के बड़े नेता इसे लेकर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी चार फरवरी को वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगी।

नगर निगम चुनाव नजदीक है। इसके साथ ही सभी पार्टियां एक-दूसरे को कठघरे में खड़ा करके अपनी चुनावी जमीन मजबूत करने की कोशिश कर रही हैं। आम आदमी पार्टी जहां भाजपा शासित निगमों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर अपने पक्ष में चुनाव का माहौल बनाने में लगी हुई है। वहीं, भाजपा नेता आप सरकार की नीतियों के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। प्रदूषण की समस्या, बसों की कमी, झुग्गी बस्तियों की समस्या सहित अन्य मुद्दे को लेकर पार्टी के नेता दिल्ली सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। इन समस्याओं को उठाने के साथ पार्टी सबसे ज्यादा ध्यान नई आबकारी नीति को लेकर सरकार को घेरने पर ध्यान दे रही है।

पार्टी के रणनीतिकारों को लगता है कि यह आम जनता से जुड़ा मुद्दा है, इसलिए इस पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। पार्टी की कोशिश आम जनता विशेषकर महिलाओं को जो़ड़कर इस मामले को तूल देने की है। इसे ध्यान में रखकर स्मृति ईरानी की वर्चुअल रैली की जा रही है। इसे सफल बनाने के लिए प्रदेश के प्रदेश भाजपा के पदाधिकारी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस रैली से शामिल करने की कोशिश है और यह जिम्मेदारी महिला मोर्चा सहित सभी मोर्चों को दी गई है।

साथ ही सभी पार्षदों को अपने वार्ड में लोगों को रैली के साथ जोड़ने को कहा गया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि वर्चुअल रैली के बाद पार्टी आक्रामक तरीके से इस मामले को उठाएगी। वार्ड स्तर पर आंदोलन की तैयारी है। पार्टी पिछले माह इस नीति के विरोध में दिल्ली में चक्का जाम करने के साथ ही हस्ताक्षर अभियान चला चुकी है।

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