देश-विदेश

नरेन्द्र सिंह तोमर ने डीएवाई – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले स्वयं सहायता समूहों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए

नई दिल्लीः केंद्रीय ग्रामीण विकास, पंचायती राज व खान मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने आज दीनदयाल अन्त्योदय योजना– राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई एनआरएलएम) के अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले स्वयं सहायता समूहों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए। इससे बेहतर प्रदर्शन करने वाले सामुदायिक संस्थाओं को पहचान मिली है। वर्ष 2017-18 के लिए 34 स्वयं सहायता समूहों को नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में पुरस्कार प्रदान किया गया। प्रत्येक एसएचजी को एक लाख रुपये, एक प्रमाण-पत्र और एक स्मारक प्रदान किया गया।

उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए केंद्रीय ग्रामीण विकास, पंचायती राज व खान मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने महिलाओं द्वारा बदलाव की भूमिका निभाने की प्रशंसा की। महिलाओं ने सरकार के बहु-आयामी ग्रामीण विकास कार्यक्रमों को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। श्री तोमर ने कहा कि अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्यों के लिए इन एसएचजी को सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारें स्वयं सहायता समूहों को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित कर रही हैं और इससे पूरे देश को लाभ मिलेगा।

श्री तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ग्रामीण क्षेत्रों को समृद्ध बनाने तथा गरीबों, वंचितों और कमजोर वर्गों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने आगे कहा कि देश के गांव, गरीब और किसानों की प्रगति के लिए प्रधानमंत्री ने 24 लाख करोड़ रुपये के केंद्रीय बजट में से 14 लाख करोड़ रुपये समर्पित किया है। इससे गरीबी दूर करने और सामाजिक-आर्थिक अंतर को कम करने में मदद मिलेगी।

एसएचजी को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के महत्व पर श्री तोमर ने कहा कि समूहों को ऋण सुविधा मिलने से वे बदलाव के एजेंट के रूप में कार्य कर रहे हैं। श्री सिंह ने कहा कि पांच करोड़ महिलाएं इस आंदोलन से जुड़ी हुई हैं और 9 करोड़ महिलाओं को जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

श्री तोमर ने पुरस्‍कार प्रक्रिया में सुधार और इसमें अधिक लोगों को शामिल करने के लिए दो सुझाव भी दिए। पहला सुझाव बैंकों के समक्ष एनपीए की समस्‍या से संबंधित था। इसके बारे में केन्‍द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि बैंक आसानी से और विशेष रूप से गरीबों को ऋण नहीं देते हैं, लेकिन सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि एसएचजी को बैंकों से ऋण और सरल ऋण सुविधाएं प्राप्‍त हों तथा एसएचजी के बीच एनपीए की कुल दर बहुत कम है। श्री तोमर ने सभी संबंधित पक्षों से आग्रह किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि यह दर शून्‍य हो जाए, ताकि एसएचजी अन्‍य लोगों के लिए बेहतर उदाहरण बन सकें। दूसरा सुझाव पुरस्‍कारों में प्रतिभागिता बढ़ाने के लिए विभिन्‍न एसएचजी को ग्रेड प्रदान करने के बारे में है। उन्‍होंने कहा कि इससे उनके बीच बेहतर से बेहतर कार्य करने के लिए स्‍वस्‍थ प्रतिस्‍पर्धा बढ़ेगी और इसके लिए उनकी सफलता की गाथा को भी रेखांकित ‍किया जा सकता है।

     ग्रामीण विकास राज्‍य मंत्री श्री राम कृपाल यादव पुरस्‍कार समारोह में सम्‍मानीय अतिथि थे। पुरस्‍कार समारोह में उपस्थित अन्‍य गणमान्‍यों में ग्रामीण विकास मंत्रालय में सचिव श्री अमरजीत सिन्‍हा, मंत्रालय में अपर सचिव श्री संजीव कुमार, मंत्रालय में संयुक्‍त सचिव और  एनआरएलएम – राष्‍ट्रीय मिशन निदेशक श्री अटल दुल्‍लू, मंत्रालय में सयुक्‍त सचिव सुश्री नीता केजरीवाल, मंत्रालय में मुख्‍य आर्थिक सलाहकार डॉ. सीमा गौड़ और एनआईआरडी के महानिदेशक डॉ. डब्‍ल्‍यू.आर. रेड्डी शामिल थे।

     कार्यक्रम में 3 राज्‍यों की महिला सदस्‍यों ने दर्शकों और अतिथियों के साथ गरीबी से बाहर निकलने के अपने अनुभव साझा करने पर खुशी व्‍यक्‍त की। उन्‍होंने बताया कि कैसे एनआरएलएम के साथ उनका संपर्क और उसके उपाय उनके जीवन में आत्‍म सम्‍मान के भाव भरने में महत्‍वपूर्ण रहे हैं। ये तीनों सदस्‍य संतोषी एचएचजी, एमपीएसआरएलएम की राजकुमारी केवट, करीना एसएचजी, तेलंगाना एसआरएलएम की नाज़ीमा और राधारानी एसएचजी, त्रिपुरा ग्रामीण आजीविका मिशन की राजलक्ष्‍मी बनिक थीं। स्‍वयं सहायता समूहों को राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार प्रदान करने का उद्देश्‍य सामुदायिक संस्‍थानों के असाधारण प्रदर्शन को सार्वजनिक रूप से सम्‍मानित करना तथा समुदाय के गरीब सदस्‍यों में सम्‍मान की भावना भरना है। डीएवाई-एनआरएलएम द्वारा 2016-17 में सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन करने वाले एसएचजी और ग्रामीण संगठनों को पुरस्‍कार प्रदान करना शुरू किया था।

इस अवसर पर केन्‍द्रीय ग्रामीण विकास, पंचायती राज और खान मंत्री ने एनआरएलएम के सर्वश्रेष्‍ठ तरीकों का सार संग्रह और स्‍वयं सहायता समूह के उत्‍पादों का कैटलॉग भी लांच किया।

Related Articles

Back to top button