राजनीति

पीएम ने एक साल पहले ही कर दी हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की अनौपचारिक शुरुआत

नई दिल्‍ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के मंडी में राज्‍य की कुछ परियोजनाओं को शिलान्‍यास किया। इसके बाद उन्‍होंने वहां पर एक जनसभा को भी संबोधित किया। उनका यहां पर आना और जनसभा को संबोधित करना यहां की राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम है। अहम इसलिए क्‍योंकि अक्‍टूबर में राज्‍य में फतेहपुर, अर्की, जुबाल-कोठाई विधानसभा और मंडी लोकसभा सीट पर हुए उप चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद से ही राज्‍य की सरकार को इस बात भी कहीं न कहीं डर सताने लगा था कि कहीं ये परिणाम एक वर्ष बाद होने वाले विधानसभा की नींव न बन जाए।

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंडी दौरा ऐसे समय में हुआ है जब पांच राज्‍यों में विधानसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है। इनमें भाजपा की नजर सबसे अधिक उत्‍तर प्रदेश पर लगी है। देश का सबसे बड़ा राज्‍य होने के चलते उत्‍तर प्रदेश की भूमिका लोकसभा चुनाव में सबसे अधिक रहती आई है। इसको कभी कमतर नहीं आंका जा सकता है। हालांकि इन पांचों राज्‍यों के लिए चुनाव की तारीखों का एलान अब तक नहीं हुआ है और इसको लेकर मंथन जारी है। ऐसे में पीएम मोदी का हिमाचल प्रदेश आना राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम हो गया है।

गौरतलब है कि वर्ष 2022 के अंत में हिमाचल प्रदेश में चुनाव होने हैं। हिमाचल का चुनावी इतिहास देखें तो यहां पर हर बार भाजपा और कांग्रेस विधानसभा चुनाव में एक दूसरे पर भारी पड़ती आई हैं। लिहाजा पीएम मोदी के इस दौरे को यहां की चुनावी हलचल की शुरुआत माना जा सकता है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्‍योंकि पीएम मोदी के संबोधन से पहले राज्‍य के मुख्‍यमंत्री जयराम ठाकुर ने ये कहकर राजनीतिक हलचल को बढ़ाने का काम किया है कि वो यहां के चुनावी इतिहास को बदलने की पूरी कोशिश करेंगे।

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