उत्तर प्रदेश

मेला क्षेत्र में स्थापित कम्प्यूटरीकृत खोया-पाया केन्द्र एवं वर्चुअल रिएलिटी कियोस्क का शुभारम्भ

लखनऊउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनपद प्रयागराज का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने प्रयागराज कुम्भ-2019 के तहत खुसरोबाग के आधुनिकीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं सौन्दर्यीकरण हेतु 1264.10 लाख रुपए के लागत के कार्यों का लोकार्पण किया। उन्होंने लोकार्पित कार्यों का अवलोकन भी किया तथा उनके सम्बन्ध में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की।

इसके बाद, मुख्यमंत्री जी ने चंद्रशेखर आजाद पार्क में स्कूली बच्चों की मानव श्रृंखला कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर स्कूली छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कुम्भ के इतिहास में यह प्रथम बार हो रहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने स्वयं प्रयागराज की धरती पर गंगा पूजन कर विश्व के सबसे बड़े आयोजन कुम्भ की शुरूआत की है। इस कुम्भ के भव्य आयोजन की तैयारियों को देखने के लिए विभिन्न देशों के राजदूतों ने संगम क्षेत्र का भ्रमण किया तथा अपने राष्ट्रध्वजों को भी फहराया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुम्भ के दृष्टिगत प्रयागराज में विभिन्न विकास के स्थायी कार्य कराए गए हैं, जो कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों को एक नया अनुभव देंगे। प्रधानमंत्री जी के स्वच्छता के संकल्प को इस कुम्भ मेले में साकार किया जा रहा है। इसके लिए विभिन्न प्रकार के आधुनिक सफाई उपकरणों का प्रयोग किया जा रहा है। 450 वर्षों के बाद अक्षयवट एवं सरस्वती कूप आमजन के दर्शन हेतु खोले जा रहे हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे सब भी अपने माता-पिता के साथ सरस्वती कूप एवं अक्षयवट के दर्शन करने जाए।

चंद्रशेखर आजाद पार्क के कार्यक्रम के पश्चात् मुख्यमंत्री जी ने कीड़गंज में निर्मल अखाड़ा के संतनिवास भवन का उद्घाटन किया तथा वहां आयोजित प्रार्थना सभा में प्रतिभाग किया। इसके बाद, अक्षयवट पहुंचकर उन्होंने अक्षयवट व सरस्वती कूप का जनसामान्य के भ्रमण एवं दर्शन हेतु शुभारम्भ किया। उन्होंने स्वयं भी अक्षयवट एवं सरस्वती कूप का दर्शन किया। उन्होंने अक्षयवट की परिक्रमा की तथा मां सरस्वती की प्रतिमा का पूजन व आरती की।

इसके उपरान्त, मुख्यमंत्री जी ने मेला क्षेत्र में स्थापित कम्प्यूटरीकृत खोया-पाया केन्द्र का शुभारम्भ किया तथा उन्होंने खोया-पाया केन्द्र में लगे कक्षों का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में मेलाधिकारी श्री विजय किरन आनन्द से जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने कम्प्यूटरीकृत खोया-पाया केन्द्र के समीप बने वर्चुअल रिएलिटी कियोस्क का भी शुभारम्भ किया। इस वर्चुअल रिएलिटी कियोस्क में पूरे मेला क्षेत्र को देखा जा सकता है।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री जी ने मेला क्षेत्र में स्थापित गंगा पण्डाल पहुंचकर प्रयागराज के लिए 24004.88 लाख रुपए की धनराशि की 81 परियोजनाओं का लोकार्पण किया। उन्होंने कुम्भ को स्वच्छ एवं साफ-सुथरा रखने के लिए अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की और स्वच्छता की शपथ दिलायी। उन्होंने कुम्भ मेला स्थित विशाल एवं भव्य गंगा पण्डाल में सफाई कर्मियों को स्वच्छता किट तथा स्वच्छाग्रहियों को स्मृति चिन्ह आदि देकर सम्मानित किया। उन्होंने संस्कृति विभाग की वेबसाइट का लोकार्पण किया। उन्होंने कुम्भ की काॅफी टेबल बुक का विमोचन किया। इसके अलावा, उन्होंने बैंक आॅफ बड़ौदा द्वारा कुम्भ में श्रद्धालुओं हेतु विभिन्न बैकिंग सुविधाओं का भी शुभारम्भ किया।

मुख्यमंत्री जी ने स्वच्छता के लिए स्वच्छाग्रहियों और सफाई कर्मियों का अभिनन्दन करते हुए उनको कुम्भ के महापर्व की नींव का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि किसी भवन के लिए नींव का मजबूत होना जितना जरूरी है, उसी तरह किसी भी आयोजन की दिव्यता एवं भव्यता के लिए स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाना उतना ही आवश्यक है। कुम्भ मेले में स्वच्छता के लिए 10 हजार से अधिक सफाईकर्मी लगाए गए हंै, जिनकी स्वच्छता में बड़ी भूमिका है। स्वच्छता के लिए लोगों को प्रेरित करने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि दिव्य, भव्य एवं स्वच्छ कुम्भ की परिकल्पना को साकार किया जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूरी दुनिया में प्रयागराज का चमकता-दमकता एवं सुन्दर स्वरूप दिखायी दे रहा है। उन्होंने इसमें अधिकारियों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कुम्भ की ब्र्राण्डिंग में मीडिया की भूमिका की भी सराहना की। प्रयागराज के धार्मिंक, सांस्कृतिक, पौराणिक, ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रयागराज में गंगा जी, यमुना जी एवं अदृश्य सरस्वती जी की आस्था के कारण देश-दुनिया के करोड़ों लोग कुम्भ के आकर्षण में यहां खिंचे चले आते हंै। इस आस्था का सम्मान बरकरार रखने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि कुम्भ के दौरान श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो, इसको ध्यान में रखते हुए पूरी व्यवस्था की गयी है। कुम्भ का एक सकारात्मक संदेश दुनिया में पहुंचाने के लिए मीडिया के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने तीर्थराज प्रयाग के कुम्भ मेला में सभी श्रद्धालुओं एवं तीर्थयात्रियों को भाग लेने हेतु आमंत्रित किया।

मुख्यमंत्री जी ने मेला क्षेत्र में स्थापित अत्याधुनिक तकनीक से लैस मीडिया सेण्टर का उद्घाटन किया। उन्होंने मीडिया सेण्टर के कक्षों का निरीक्षण किया। उन्होंने सूचना निदेशक श्री शिशिर से मीडिया सेण्टर के कार्यों के संचालन के सम्बन्ध में व्यापक जानकारी प्राप्त की और मीडिया प्रतिनिधियों से वार्ता भी की। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने मुख्यमंत्री जी का स्वागत किया। मुख्यमंत्री जी ने सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, प्रयागराज कुम्भ मेला प्राधिकरण तथा पर्यटन विभाग द्वारा कुम्भ के सम्बन्ध में प्रकाशित की गयी पुस्तकों का विमोचन भी किया। उन्होंने दैनिक जागरण समाचार पत्र के कुम्भ पर आधारित प्रकाशन का विमोचन किया।

मीडिया प्रतिनिधियों से वार्ता के दौरान प्रयागराज कुम्भ-2019 की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुये मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह कुम्भ हर प्रकार से अब तक का सबसे भव्य एवं दिव्य कुम्भ है। मीडिया सेण्टर के पश्चात् वे त्रिवेणी पुष्प पहुंचे। यहां पर उन्होंने त्रिवेणी पुष्प के पुनरोद्धार कार्यों का उद्घाटन किया और त्रिवेणी पुष्प का भ्रमण किया। इसके उपरान्त, वे संस्कृति ग्राम पहुंचे। उन्होंने संस्कृति ग्राम का अवलोकन किया तथा संस्कृति विभाग की चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया। अपर मुख्य सचिव पर्यटन एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने मुख्यमंत्री जी को संस्कृति ग्राम में लगी चित्र प्रदर्शनी के चित्रों के सम्बन्ध में व्यापक जानकारी दी।

मुख्यमंत्री जी ने कुम्भ के तहत टेण्ट सिटी का भी भ्रमण किया। उन्होंने टेण्ट सिटी में हवन आदि धार्मिक अनुष्ठान की व्यवस्थाओं को भी देखा। इसके बाद, उन्होंने जगतगुरू स्वामी हंसदेवाचार्य जी महाराज के शिविर पहुंचकर उसका उद्घाटन किया। उन्होंने शिविर में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

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