राजनीति

योगी आदित्यनाथ के चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद अखिलेश यादव ने भी खोले अपने पत्ते

लखनऊ। UP Assembly Election 2022: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विधानसभा चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि पार्टी यदि चाहेगी तो वे भी चुनाव लड़ेंगे। एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि ‘मैंने कई चुनाव लड़े हैं। आगे भी लडूंगा। अगर हमारे लोग और समाजवादी पार्टी चाहेगी तो इस बार भी हम चुनाव लड़ेंगे।’ कहां से चुनाव लड़ेंगे? इस पर अखिलेश ने कहा कि ‘यह पार्टी तय करेगी कि मैं कहां से चुनाव लड़ूंगा।’

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव वर्तमान में आजमगढ़ सीट से सांसद हैं। वर्ष 2012 में जब अखिलेश के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी थी तब भी वे विधान परिषद के सदस्य बने थे। योगी आदित्यनाथ भी जब 2017 में मुख्यमंत्री बने थे तब वे सांसद थे, बाद में विधान परिषद के सदस्य बने थे। हालांकि इस बार उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।

सपा चीफ अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि ‘अगर आज उत्तर प्रदेश के साथ भेदभाव हो रहा है तो उसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। केंद्र सरकार बताए कि यूपी को उन्होंने क्या दिया?’ अखिलेश ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी हमला बोला। कहा कि ‘जिस पार्टी के इंजन आपस में टकरा रहे हैं, उसे उनकी पार्टी ही हरा देगी।’

वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा…सपा सरकार में कुश्ती, एथलेटिक्स, हाकी, क्रिकेट के यश भारती सम्मान भी भाजपा ने बंद कर दिए व सपा के बनाए खेल-इंफ्रास्ट्रक्चर को बर्बाद कर दिया। बताएं उत्तर प्रदेश के खेल-इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए दिल्ली ने कितना योगदान दिया है। जनता बाइस में भाजपा का ‘झूठा खेल’ बिगाड़ देगी।

पार्टी जहां से कहेगी, लड़ लूंगा : बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा है कि उन्हें जहां से कहा जाएगा वहां से चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहेंगे। योगी ने कहा है कि वह तो तैयार हैं लेकिन संगठन को तय करना है कि कहां से चुनाव लड़ना है। अयोध्या या गोरखपुर से चुनाव लड़ने की संभावनाओं पर योगी ने कहा कि वैसे तो मैं सभी 403 सीटों से चुनाव लड़ रहा हूं, लेकिन मेरी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है। पार्टी जहां से कहेगी, वहां से चुनाव लड़ लूंगा।’ उल्लेखनीय है कि वर्तमान में योगी विधान परिषद के सदस्य हैं। परिषद सदस्य के रूप में योगी का कार्यकाल इसी वर्ष छह जुलाई तक का है।

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