विश्व के सबसे बड़े हैकाथॉन में 10,000 इंजीनियरिंग छात्रों को संबोधित करेंगे मोदी
नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 10000 इंजीनियरिंग छात्रों को स्मार्ट इंडिया हैकथॉन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करेंगे। मानव संसाधन मंत्रालय की इतने बड़े पैमाने पर अपनी तरह की इस पहल (हैकथॉन) का उद्देश्य युवाओं, खासकर इंजीनियरिंग के छात्रों में नवोन्मेष, लकीर से हटकर सोचने को बढ़ावा देना है। यह इस देश में इस तरह का पहला और दुनिया का सबसे बड़े कार्यक्रम है।
लोगों से जुड़ी बड़ी समस्याओं के नए समाधान तलाशने के लिए इंजीनियरिंग के छात्रों को उत्साहित करने के लिए हो रहे इस कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार के 29 विभाग भाग ले रहे हैं। इन विभागों ने अपने क्षेत्र से संबंधित विभिन्न समस्याओं की पहचान कर उन्हें इस प्रतियोगिता के विषय के तौर पर रखा था। इसमें खास तौर पर डिजिटल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया और मेक इन इंडिया अभियान पर जोर दिया गया है। शनिवार सुबह आठ बजे से इसका फाइनल मुकाबला शुरू होगा। यह कार्यक्रम रविवार रात आठ बजे तक चलेगा। इसे देश भर के 26 अलग-अलग जगहों पर आयोजित किया गया है। प्रधानमंत्री शनिवार को रात दस बजे प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे।
फाइनल मुकाबले की तैयारी के लिए छात्रों को ऑनलाइन प्रशिक्षण भी दिया गया है। इसके लिए 2110 प्रशिक्षकों को लगाया गया था। इस फाइनल मुकाबले के दौरान इसमें भाग ले रही सभी टीम को 36 घंटे के लिए एक बंद जगह पर रह कर दी गई समस्या पर तकनीकी समाधान पेश करना होगा। इन्हें कंप्यूटर साफ्टवेयर के जरिए मोबाइल एप्लीकेशन तैयार करने होंगे। इनकी ओर से विकसित किए गए एप्लीकेशन का आकलन संबंधित मंत्रालय के विशेषज्ञ और तकनीकी विशेषज्ञों की टीम करेगी। इसी के आधार पर विजेता का फैसला किया जाएगा। हर थीम पर तीन टीम को पुरस्कृत करने का प्रावधान किया गया है।
पहला पुरस्कार पाने वाले को एक लाख रुपए दिए जाएंगे। साथ ही उसका इस्तेमाल संबंधित मंत्रालय करेगा और जरूरत होगी तो आगे उसे और बेहतर करने की भी कोशिश करेगा। सभी विजेताओं को आपस में जोड़ने के लिए ‘कम्यूनिटी ऑफ इनोवेटिव माइंड्स’ के नाम से नेटवर्किग की व्यवस्था भी की गई है। इस कार्यक्रम को मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) आयोजित कर रहा है।