अपराध

सीवर चैंबर में मिली दो युवकों की लाश

देहरादून: कारगी रोड स्थित ग्रीन सिटी के गेट पर बने सीवर लाइन के मेनहोल में दो युवकों के शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। दोनों युवक सोमवार को क्षेत्र में सीवर लाइन की सफाई करने आए थे। मंगलवार को सीवर लाइन चोक होने पर लोगों ने मेनहोल का ढक्कन खोला तो घटना की जानकारी हुई।

ग्रीन सिटी की सीवर लाइन कुछ दिनों से जाम है। इसके चलते बारिश होने पर कॉलोनी में पानी भर जाता है और उसे निकालने में लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ती है। इस पर लोगों के कहने पर पड़ोस की कॉलोनी पाम सिटी के सुपरवाइजर ने ठेकेदार नावेद से संपर्क कर उसे सीवर लाइन साफ कराने को कहा। सोमवार को नावेद चार युवकों के साथ ग्रीन सिटी पहुंचा और सफाई कराने लगा। दोपहर में एक युवक ग्रीन सिटी के गेट पर बने मेनहोल की सफाई के लिए उसमें उतर गया। वह काफी देर तक वापस नहीं आया तो दूसरा युवक भी मेनहोल में उतर गया। इस बीच ठेकेदार नावेद वहां से चला गया। शाम करीब पांच बजे सफाई का काम खत्म करके अन्य दो युवक तो घर पहुंच गए, लेकिन मेनहोल में उतरे युवकों का पता नहीं चला। बताया जा रहा है कि इसके बाद ठेकेदार नावेद ग्रीन सिटी पहुंचा और आसपास के लोगों से युवकों के बारे में पूछताछ की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। मंगलवार सुबह सीवर लाइन फिर चोक हो गई। स्थानीय लोगों ने मेनहोल का ढक्कन खोलकर देखा तो उसमें दो शव फंसे नजर आए। इससे कॉलोनी में हड़कंप मच गया। पटेलनगर पुलिस ने दोनों शव बाहर निकलवाए।

इंस्पेक्टर रितेश शाह के अनुसार युवकों की पहचान दिनेश उर्फ डब्बू (24) पुत्र महेंद्र सिंह निवासी ब्राह्मणवाला महबूब कॉलोनी पटेलनगर व कृष्णा (23) पुत्र हरीश चंद निवासी लोहियानगर ब्रह्मपुरी पटेलनगर के रूप में हुई। प्रथमदृष्टया पता चला है कि दोनों की मौत सफाई के दौरान दम घुटने से हुई। एसपी सिटी पीके राय ने बताया कि नावेद समेत तीन को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह पता चलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

नहीं था सीवर सफाई का अनुभव

डब्बू व कृष्णा कूड़ा बीनकर और मजदूरी करके पेट पालते थे। डब्बू के पिता की मौत हो चुकी है, उसका भाई नरेश भी मजदूरी करता है। कृष्णा के चार भाई-बहन हैं और उसका परिवार भी मजदूरी करता है। दिनेश व कृष्णा नालियों आदि की सफाई करते थे, इसी दौरान उनकी मुलाकात नावेद से हुई। उन्हें सीवर लाइन और मेनहोल की सफाई का जरा भी अनुभव नहीं था।

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