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नदियों के संरक्षण के प्रति देशवासियों में नई चेतना जागृत हुई है: श्री शेखावत

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्‍द्र सिंह शेखावत और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने जल शक्ति एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल के साथ मिलकर लोकप्रिय श्रृंखला ‘रग रग में गंगा’ के दूसरे सीजन का आज संयुक्त रूप से शुभारंभ किया। इस श्रृंखला का पहला सीजन 2019 में दूरदर्शन पर प्रसारित किया गया था जिसमें अभिनेता राजीव खंडेलवाल ने एंकर की भूमिका निभाई थी। पहले सीजन को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया के बाद आज दूसरे सीजन को लॉन्च किया गया।

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्‍द्र सिंह शेखावत ने इस श्रृंखला के सीजन 2 का संयुक्त रूप से शुभारंभ करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों में इस पवित्र नदी के प्रति जिम्मेदारी की भावना पैदा करना है। उन्होंने काफी सकारात्मक परिणाम देने वाली इस पहल के लिए प्रसन्नता व्यक्त की। श्री शेखावत ने कहा कि देश की 40 प्रतिशत आबादी किसी न किसी रूप में अपनी आजीविका के लिए गंगा नदी घाटी पर निर्भर है। उन्‍होंने कहा कि आज नदियों के संरक्षण, विकास एवं पारिस्थितिकी संतुलन को लेकर देशवासियों में आशा और विश्वास की एक नई चेतना जागृत हुई है। उन्होंने कहा कि लोग अब पर्यावरण संरक्षण के प्रति काफी गंभीर हुए हैं और इस सोच ने देश को एकजुट करने के साथ-साथ संरक्षण संबंधी कार्यों को भी गति दी है।

श्री शेखावत ने कहा कि गंगा नदी की सफाई में पिछले कुछ वर्षों के दौरान उल्लेखनीय उपलब्धि को देखना हमारे लिए गर्व की बात है। विश्व जल सप्ताह के दौरान अपनी स्टॉकहोम यात्रा का एक किस्सा सुनाते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सरकार के प्रयासों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना की जाती है। यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के 4पी सिद्धांत के कारण संभव हुआ है। श्री शेखावत ने आगे कहा कि चूंकि किसी भी अभियान की सफलता में जन भागीदारी एक महत्वपूर्ण पहलू होता है। इसलिए इस मिशन को जन भागीदारी के साथ-साथ जन आंदोलन बनाने पर काफी जोर दिया जा रहा है। यही कारण है कि इस विशाल परियोजना को सामुदायिक योजना के तौर पर लागू किया गया है जिसमें जनता की पूर्ण भागीदारी है और वे इस कार्य से सीधा जुड़ाव महसूस कर रहे हैं।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत जन भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए जल शक्ति मंत्रालय को बधाई देते हुए कहा कि यह पहल गंगा संरक्षण के लिए जन भागीदारी को एक जन आंदोलन बनाते हुए उसे अगले स्तर तक ले जाएगी। लॉकडाउन के दौरान रामायण और महाभारत के दर्शकों की विशाल संख्‍या का हवाला देते हुए श्री ठाकुर ने कहा कि दूरदर्शन गुणवत्तापूर्ण सामग्री बनाने के लिए जाना जाता है जो दशकों बाद भी लोकप्रिय है। उन्होंने कहा, ‘रग रग में गंगा सीजन 1 और सीजन 2 एक ऐसा कार्यक्रम है जिसमें वर्षों तक लोकप्रिय बने रहने की क्षमता है।’

राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक श्री राजीव रंजन मिश्रा ने कहा कि ‘रग रग में गंगा’ दूरदर्शन की एक बहुत ही रचनात्मक और दिलचस्प पहल है जो गंगा संरक्षण एवं जीर्णोद्धार के लक्ष्य की दिशा में काफी प्रभावी साबित हुई है। उन्होंने कहा, ‘इस बार हम न केवल सहायक नदियों के महत्व को सामने लाएंगे बल्कि पिछले सीजन के कुछ विशेष स्थलों के साथ-साथ नई जगहों को भी कवर करेंगे।’ उन्होंने यह भी कहा कि जन भागीदारी (जन गंगा) नमामि गंगे कार्यक्रम का प्रमुख तत्व है और रग रग में गंगा इस दृष्टिकोण के तहत शुरू की गई पहल का हिस्सा है। उन्‍होंने कहा, ‘चूंकि देश आजादी का अमृत महोत्‍सव मना रहा है और इसलिए हम रग रग में गंगा सीजन 2 के जरिये दर्शकों को गंगा और यमुना के तटों पर स्थित ऐतिहासिक स्थलों की स्वतंत्रता संग्राम में निभाई गई प्रभावी भूमिका से भी अवगत कराएंगे।’

इस कार्यक्रम के एंकर एवं अभिनेता राजीव खंडेलवाल ने कहा कि इस शो के लिए काम करते हुए वह काफी आध्यात्मिक हो गए थे। उन्‍होंने कहा कि हम सब गंगा को अपनी मां मानते हैं लेकिन यह भूल जाते हैं कि मां का स्वास्थ्य भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्‍होंने कहा, ‘इस सीजन में उन सहायक नदियों, आर्द्रभूमि एवं अन्‍य छोटे जलाशयों के बारे में भी जागरूकता फैलाई जाएगी जो गंगा नदी को बनाते हैं।’ उन्होंने इस शो के पर्दे के पीछे के रहस्यों को भी साझा किया और बताया कि अन्य शो के विपरीत यह स्क्रिप्टेड नहीं है। यह एक ऑर्गेनिक शो है जहां निर्देशक महज एक आइडिया देते हैं। वह यात्रा करते हैं और लोगों से बातचीत करते हैं जिससे बुनियादी तौर पर यह शो तैयार होता है। उन्‍होंने बताया कि उन्‍हें सुधा मूर्ति ने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए फोन किया और बताया कि उन्‍होंने अपने दामाद से यह कार्यक्रम देखने के लिए कहा है जो ब्रिटेन की सरकार में वित्त मंत्री हैं। उन्‍होंने अपने दामाद को टेम्स नदी पर भी ऐसा ही कार्यक्रम बनाने की सलाह दी।

दूरदर्शन के डीजी श्री मयंक कुमार अग्रवाल ने बताया कि पहले सीजन की व्यूअरशिप लगभग 2 करोड़ थी। उन्होंने बताया कि दूरदर्शन को पूरे देश से सीजन 2 के लिए अनुरोध के साथ बड़ी तादाद में पत्र प्राप्त हुए।

सीजन 1 गंगा से जुड़ी पारिस्थितिकी, विरासत और जीवन शैली के बारे में जागरूकता फैलाने पर केंद्रित था। इस शो को दर्शकों, विशेष रूप से युवाओं से काफी सकारात्‍मक प्रतिक्रिया मिली। उन्‍होंने इस यात्रा श्रृंखला को इंफोटेनमेंट और गंगा से संबंधित ज्ञान का भंडार पाया। आईएमडीबी रेटिंग पर इस शो को अच्‍छा रिव्‍यू मिला। सीजन 1 में गंगा के आसपास के कुछ राजसी स्थानों को कवर करने के बाद सीजन 2 में गंगा की मुख्य सहायक नदियों जैसे यमुना, काली, सरयू एवं गंडक की यात्रा को कवर किया जाएगा और इन सहायक नदियों के किनारे बसे महत्वपूर्ण शहरों के सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, पर्यावरणीय एवं सामाजिक-आर्थिक पहलुओं को प्रदर्शित किया जाएगा। नदी पुनरुद्धार और जल संरक्षण के संदेशों को आपस में जोड़ा गया है और उनका महत्व एनएमसीजी द्वारा निर्मलता एवं अविरलता दोनों पर केंद्रित कार्य के माध्यम से परिलक्षित होता है। इस कार्यक्रम का प्रसारण 21 अगस्त 2021 से प्रत्‍येक शनिवार एवं रविवार को रात 8.30 बजे डीडी नेशनल पर किया जाएगा।

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