मनोरंजन

अभिनेता आर माधवन ने ‘निशब्दम’/साइलेंस पर साझा किया, “जब मैंने स्क्रिप्ट सुनी, तो मैं तुरंत इसकी तरफ़ आकर्षित हो गया था।”

  1. Q) हमने सुना कि यह फिल्म एक मनोवैज्ञानिक थ्रिलर है, इसके बारे में कुछ बताइए?

यह एक साइकोलॉजिकल थ्रिलर है और जाहिर तौर पर इसमें सस्पेंस है। फिल्म को बेहद खूबसूरत और आकर्षक लोकेशन्स पर शूट किया गया है। यह न केवल संगीत और दमदार सेट पर फिल्माई गयी एक व्यावसायिक फिल्म है बल्कि इसमें एक काव्यात्मक अनुभव भी है। फिल्म में, अनुष्का ने स्पीच और हियरिंग इम्प्रेड की भूमिका निभाई है, जो सभी बाधाओं के खिलाफ एक जटिल हत्या को हल करती है। तो यह एक बहुत ही रोचक और दिलचस्प कांसेप्ट है। यह पुष्पक की तरह शुरुआत में मूक फिल्म होने वाली थी, जिसमें भाषा को कभी भी बाधा नहीं माना जाता था।

  1. Q) आप कैसा महसूस कर रहे हैं कि निशब्दम को थिएटर में रिलीज नहीं किया जा रहा है, बल्कि ओटीटी पर कर रहे है?

ईमानदारी से, मैंने हमेशा एक थिएटर रिलीज की कल्पना की थी। और इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता है कि सिनेमाघरों में एक अलग आकर्षण होता है, लेकिन इस कठिन समय में ओटीटी पर फिल्म रिलीज होना एक आशीर्वाद की तरह है। थियेटर्स फिल्मों के लिए सेलिब्रेशन की तरह हैं और पूरी तरह से अलग अनुभव देते हैं – यह 200-300 लोगों का सामूहिक भावनात्मक अनुभव होता है। लेकिन इसके बावजूद, ओटीटी प्लेटफॉर्म प्रशंसकों के लिए अधिक आरामदायक और आसान हैं, खासकर मौजूदा परिस्थितियों में। इसमें कोई भौगोलिक या भौतिक सीमा नहीं होती है। लोग किसी भी फिल्म को अपने घर से कभी भी देख सकते हैं। ओटीटी प्लेटफॉर्म अधिक ध्यान आकर्षित करते हैं। ओटीटी के माध्यम से कई कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने और दर्शकों का मनोरंजन करने का मौका मिल रहा है, जिसके कारण कंटेंट को अधिक अवसर मिल रहा है। और मेरा मानना है कि यदि प्रयास ईमानदार हैं, तो जो भी होता है – सब अच्छा होता है।

  1. Q) आपने इस प्रॉजेक्ट के लिए हामी कैसे भरी?

मैंने अभी रॉकेट्री का काम पूरा किया था और जब मैं भारत वापस आ रहा था, तो मेरे एक मित्र ने मेरे बारे में सोचा और फ़िल्म के प्लॉट के बारे में सुनकर, मैं इसे मना नहीं कह सका। उन्होंने मुझे बताया कि शूटिंग सिएटल में है, और मेरा बेटा उस समय दुनिया के उस हिस्से में स्विमिंग कर रहा था, इसलिए फिल्म पर काम करने से मुझे अपने परिवार के साथ भी रहने का कुछ समय मिल रहा था। इसके साथ ही, मैं अनुष्का और निर्देशक हेमंत मधुरकर के साथ काम करने के लिए बहुत उत्सुक था।

  1. Q) 14 साल बाद अनुष्का के साथ फिर से काम करना, यह कैसा रहा?

मेरी लाइफ में ऐसे बहुत कम कलाकार हैं जिनके साथ मैंने एक से ज़्यादा फिल्में की हैं और मैं खुद को बहुत खुशकिस्मत मानता हूं कि अनुष्का उनमें से एक है। जब मैंने पहली बार उनके साथ काम किया, वह एक योग प्रशिक्षक थी और उन्होंने तभी शुरुआत की थी और उनका अपने आप में एक अनूठा आकर्षण था। उनके साथ रेंदू में काम करना और अब भी निशब्द के दौरान एक प्यारा अनुभव था। 14 साल बाद, उन्होंने एक लंबा सफर तय किया है और अपने लिए एक बड़ा नाम बना लिया है। मैं उनके काम से काफी प्रभावित हूं, और उन्होंने शानदार ढंग से फिल्म की जिम्मेदारी ली है और मुझे यह बहुत अच्छा लगा। उनका एक चुनौतीपूर्ण किरदार था जिसे उन्होंने सहजता से अपनाया है।

  1. Q) क्या आपने भूमिका निभाने के लिए कोई ट्रेनिंग ली है?

मुझे सेलो को बजाना और पकड़ना सीखना था क्योंकि मेरा किरदार बहुत प्रसिद्ध और सफल व्यक्ति का था। इसलिए मैंने संगीतकारों और सेलो खिलाड़ियों के साथ कुछ सेशन लिए। लेकिन अगर आप मुझे अब इसे बजाने के लिए कहते हैं, तो मैं सचमुच इसमें बहुत बुरी तरह से असफल हो जाऊंगा।

  1. Q) चूंकि यह थ्रिलर है, आपने खुद को किरदार में कैसे ढाला?

मैं व्यक्तिगत रूप से हमेशा अपने व्यक्तिगत अनुभव का उपयोग करने की कोशिश करता हूं ताकि मैं इसे अधिक वास्तविकता के साथ निभा सकू। 3 इडियट्स और तनु वेड्स मनु जैसी फिल्मों के साथ यह आसान था, लेकिन निशब्दम के साथ मैं स्पष्ट रूप से ऐसा नहीं कर सका, क्योंकि यह एक मनोवैज्ञानिक थ्रिलर है। इसलिए मैंने किसी तरह किरदार की भावना को आत्मसात करने की कोशिश की और इसे एक अभिनेता के रूप में पेश किया।

  1. Q) माइकल मैडसेन के साथ काम करने का आपका अनुभव कैसा रहा?

बहुत से अभिनेताओं पर विचार विमर्श किया गया था, लेकिन माइकल मैडसेन को फाइनल किया गया। मैं उनसे सीधे शूट पर मिला और उनके साथ काम करने के लिए बहुत उत्साहित था और वह बहुत प्रतिभाशाली हैं। वह एक दिलचस्प और उत्कृष्ट कास्टिंग चॉइस है। हालांकि, उनके साथ 2-3 सीन ही किए है, पर वे वास्तव में अद्भुत थे।

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