उत्तर प्रदेश

अवशेष स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में पाइप पेयजलापूर्ति की व्यवस्था अविलम्ब करायी जाय: डाॅ0 महेन्द्र सिंह

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने निर्देश दिये हैं कि आकांक्षात्मक जनपदों की 172 परियोजनाओं एवं जे0ई0/ए0ई0एस0 से प्रभावित क्षेत्रों की 165 निर्माणाधीन पाइप पेयजल योजनाओं का कार्य दैनिक अनुश्रवण कराते हुए तत्काल पूर्ण कराकर उनमें फंक्शनल हाउस होल्ड टैप कनेक्शन की कार्यवाही सुनिश्चित की जाय।
डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग द्वारा क्रियान्वित की जा रही निर्माणाधीन पाइप पेयजल योजनाओं की राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन तथा जल निगम के अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं के स्टेट हेड के साथ आज वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की।
श्री सिंह द्वारा समीक्षा के उपरान्त यह निर्देश दिये गये कि प्रत्येक परियोजना में इंटेकवेल का निर्माण कार्य बरसात प्रारम्भ होने से पूर्व करा लिया जाए तथा ट्यूबवेल आधारित विभिन्न पाइप पेयजल योजनाओं के निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर प्रारम्भ करा दिया जाय।
जलशक्ति मंत्री ने डी0पी0आर0 का कार्यदायी संस्थाओं द्वारा समयान्तर्गत विरचन न किये जाने पर अप्रसन्नता व्यक्त की और निर्देश दिये कि प्रत्येक दशा में 08 जून, 2021 से पूर्व कम से कम 10 हजार डी0पी0आर0 कार्यदायी संस्थाओं के माध्यम से तैयार कराकर एक सप्ताह के अन्दर राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन को उपलब्ध कराते हुए तत्काल कार्य प्रारम्भ कराया जाय।
समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने मंत्री जी को अवगत कराया कि जल जीवन मिशन की परियोजनाओं के निर्माण का कार्य अत्यधिक तीव्र गति से कराया जा रहा है। दिन-प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है तथा जल निगम के स्तर पर निर्माणाधीन पाइप पेयजल योजनाओं में से 164 पाइप पेयजल योजनाओं का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश के विन्ध्य/बुन्देलखण्ड क्षेत्र के 09 जनपदों में पेयजल योजनाओं का निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश के 66 जनपदों जिनको द्वितीय चरण में पाइप पेयजलापूर्ति से आच्छादित किये जाने हेतु लक्षित किया गया है, इन जनपदों की समीक्षा के दौरान पाया गया कि मात्र 12 जनपदों में 530 डी0पी0आर0 तैयार हो सकी है।
इसके अतिरिक्त जलशक्ति मंत्री को अवगत कराया गया कि जल जीवन मिशन ‘‘100 दिन का अभियान’’ प्रदेश के कुल 1,22,784 स्कूलों के सापेक्ष 1,03,116 अर्थात 83.98 प्रतिशत स्कूलों में शुद्ध पाइप पेयजलापूर्ति उपलब्ध करा दी गयी है। मंत्री जी द्वारा निर्देश दिये गये कि अवशेष स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में पाइप पेयजलापूर्ति की व्यवस्था अविलम्ब करायी जाय।

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