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अनुच्छेद 370: कश्मीर के लिए PM मोदी का 3-D फॉर्मूला

नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में धारा 370 को हटाने का ऐतिहासिक फैसला कर मोदी सरकार ने बड़ी कामियाबी हासिल की। इस फैसले के साथ ही जम्मू कश्मीर के इतिहास में नया अध्याय जुड़ गया। धारा 370 हटाए जाने का फैसला इतना आसान नहीं था। मोदी सरकार को इसके लिए काफी तैयारी करनी पड़ी। कश्मीर में लोगों की सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक न हो इसे पुख्तता करना पड़ा। वहीं इस फैसले के बाद घाटी में शांति व्यवस्था को बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती रही। पीएम मोदी ने कश्मीर के लिए 3D फॉर्मूला तैयार किया, जिसका जिक्र उन्होंने राष्ट्र के नाम संबोधन में भी किया।

मोदी के मिथन कश्मीर के फॉर्मूले का पहला D

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कश्मीर के लिए अपना विजन बताया। इसमें उन्होंने घाटी के लोगों को भरोसा जताया है कि वो अपना प्रतिनिधि खुद ही चुनेंगे। केंद्र शासित प्रदेश होने के बावजूद जम्मू-कश्मीर का अपना मुख्यमंत्री होगा। वहीं के मंत्री होंगे, विधायक होंगे। यानी पीएम मोदी ने कश्मीर को और कश्मीर के लोगों को लोकतंत्र यानी डेमोक्रेसी का भरोसा दिया है।

फॉर्मूले के दूसरे D का मतलब

पीएम मोदी के मिशन कश्मीर के 3डी फॉर्मूले के दूसरे D का मतलब है डेवलपमेंट यानी विकास। पीएम मोदी ने कश्मीर के विकास के लिए हर क्षेत्र के लोगों को आगे आने के लिए प्रेरित किया है। पीएम मोदी ने कहा है कि केंद्र सरकार का मुख्य फोकस जम्मू कश्मीर का विकास है। धारा 370 की वजह से जम्मू-कश्मीर में केंद्र द्वारा चलाई जाने वाली योजनाएं लागू नहीं हो सकी। पीएम ने कहा है कि अब ये तमाम योजनाएं यहां लागू होंगी और घाटी का विकास किया जाएगा। वहीं उन्होंने उद्योग जगत, सिनेमा जगत के लोगों को कश्मीर के विकास में मदद की अपील की है।

तीसरा D मतलब डोभाल

पीएम मोदी के थ्री डी फॉर्मूले में तीसरा डी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के लिए है। धारा 370 हटाए जाने के बाद घाटी में स्थिति को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी आजित डोभाल ने संभाल रखी है। आम जनता को परेशानी से बचाने के साथ-साथ हिंसा को रोकने के अलावा आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेरने का काम अजित डोभाल संभाल रहे हैं। खुद अजित डोभाल भी पिछले तीन दिनों से कश्मीर में हैं। लगातार कश्मीर के अधिकारियों और वहां के लोगों से मुलाकात कर रहे हैं। शोपियां में उन्होंने आम लोगों के साथ खाना खाया। लोगों के साथ बातचीत की। घाटी में माहौल को सामान्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं। source: oneindia

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