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हिंदुस्तान की तरफ बांग्लादेश से आ रहा है बड़ा तूफानी खतरा, वायुसेना के तीन जहाज तैनात

बांग्लादेश के मौसम विभाग कार्यालय ने शनिवार सुबह मोंगला और पायरा के समुद्री बंदरगाहों के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा कि तूफान दक्षिणी बंगलादेश के अन्य तटीय जिला संख्या 10 और नौ की ओर तेजी के साथ बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने स्थानीय समय आठ बजे एक विशेष बुलेटिन में चट्टोग्राम बंदरगाह और उसके आस-पास के पांच जिलों तथा बंदरगाह संख्या नौ में सबसे अधिक खतरा बताया है।

‘बुलबुल’ तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है और आज सुबह उत्तरपूर्वी खाड़ी और उसके आस-पास पश्चिम-मध्य खाड़ी में पहुंच गया है। विभाग ने बुलेटिन में बताया कि उत्तरपश्चिम खाड़ी और उससे सटे इलाकों पर प्रलयकारी चक्रवाती तूफान बुलबुल उत्तर की ओर आगे बढ़ गया और अभी वह उसी क्षेत्र में स्थित है। उन्होंने बताया शनिवार को छह बजे चक्रवाती तूफान का केन्द्र चट्टोग्राम बंदरगाह के दक्षिणपश्चिम से लगभग 525 किलोमीटर, कोक्स बाजार बंदरगाह से 510 किमी, मोगला बंदरगाह के 350 किमी ओर पायरा बंदरगाह से 375 किमी पर स्थित था। आज शाम यह तूफान के उत्तर/उत्तर-पूर्वी दिशा और यह पश्चिम बंगाल-खुलना तट (सुन्दरबन के पास) पहुंचने का अनुमान है। आज अपराह्न से समुद्री बंदरगाहों, उत्तर खाडी और बंगलादेश के तटीय इलाकों में धूल भरी आंधी और बहुत तेज हवाएं चल सकती हैं।

बुलेटिन में बताया कि चक्रवाती तूफान के दौरान निरतंर 74 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और धूल भरी आंधी के साथ यह निरंतर बढक़र 130 किमी से 150 किमी तक बढ़ रही है। इस दौरान समुद्र में बहुत ऊंची लहरें उठेंगी। मोंगला और पायरा के समुद्री बंदरगाहों में सात नंबर से कम खतरे के संकेत की सलाह दी गयी है लेकिन यह खतरा बढक़र 10 नंबर हो जा सकता है। तटीय जिले भोला, बारगुना, पातुआखाली, बारीशल, पिरोजपुर, झालोकाठी, खुलाना, सतखीरा और उसके आसपास के द्वीप तथा बड़े खतरे के संकेत नंबर 10 के तहत आएंगे। तटीय जिले खुल्ना, सतखीरा, चटोग्राम, नोआखली, लक्ष्मीपुर, फेनी, चांदपुर, बरगुना, पटुआखली, बारिसाल, भोला, पिरोजपुर, झालोकाठी, बागेरहाट और उनके तटीय द्वीपों और इलाकों में 100-120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। मौसम विभाग ने सभी मछुआरों को अगले आदेश तक समुद्र से दूर रहने की सलाह दी है।

बंगाल की खाड़ी से उत्तर की ओर बढ़ रहे चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ के कारण किसी किस्म के नुकसान से बचने के लिए राहत और बचाव कार्य हेतु नौसेना के तीन जहाज और एक विमान को तैयार रखा गया है। तूफान बुलबुल शनिवार सुबह ओडिशा के पारादीप से 100 किलोमीटर पूर्व दक्षिण-पूर्व तथा पश्चिम बंगाल के कोलकाता से 275 किमी दक्षिण दक्षिण- पश्चिम स्थित था तथा इसके आज रात सुंदरवन डेल्टा क्षेत्र में पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बंगलादेश के खेपुपारा पहुंचने का अनुमान है। नौसेना तूफान की स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है और प्रभावित क्षेत्रों में सहायता और राहत सामग्री के तीन जहाज और निगरानी के लिये विमान तैयार है। मौसम विभाग की एक विज्ञप्ति के अनुसार इस समय तूफान के कारण 65से 70 किमी की गति से हवाएं चल रही है। बंगाल की खाड़ी में तैनात नौसैनिक विमान ने मछली पकडऩे वाली नौकाओं को तूफान के बारे में चेतावनी दी है और उन्हें जल्द से जल्द पास के तट पर लौटने की सलाह दी है। विशाखापत्तनम में भारतीय नौसेना के तीन जहाज को राहत सामग्री के साथ तैयार रखा गया है और उन्हें आपदा प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल मानवीय सहायता तथा आपदा राहत (एचएडीआर) कार्यों के लिए तैनात किया गया है। किसी भी तरह की आपात स्थित से निपटने के लिये ओडिशा और पश्चिम बंगाल में गोताखोर और चिकित्सकों के दस दलों को तैयार रखा गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के हवाई सर्वेक्षण के लिए, प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने और राहत सामग्री पहुंचाने के लिए नौसैनिक विमान को भी नौसेना के एयर स्टेशन पर तैयार रखा गया है। Source डेली न्यूज़

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