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ब्रेनली के सर्वे से यह बात सामने आई कि, नई पीढ़ी के युवाओं के लिए करियर सबसे बड़ी प्राथमिकता है

देहरादून: यह बात सामने आई है कि नई पीढ़ी (जनरेशन जेड) के छात्रों के लिए परीक्षा की तैयारी के दौरान करियर सबसे ज्यादा मायने रखता है। छात्रों और अभिभावकों की दुविधाओं को दूर करने वाले भारत के नंबर ü1 प्लेटफॉर्म, ब्रेनली ने यह समझने के लिए एक ऑनलाइन सर्वेक्षण किया कि कौन सी बात छात्रों को अपनी परीक्षा की तैयारी में अतिरिक्त घंटों तक मेहनत करने के लिए प्रेरित करती है। ब्रेनली ने नई पीढ़ी (जनरेशन जेड) के लगभग 4,000 छात्रों से उनके करियर की उम्मीदों के बारे में जानने के लिए सर्वेक्षण कराया, जिससे पता चला कि वेतन, पद, सामाजिक प्रभाव और इसी तरह की अन्य बातों पर उनके नजरिए में कैसे बदलाव आया है।

नई पीढ़ी (जनरेशन जेड) के छात्रों के लिए करियर सबसे महत्वपूर्ण है, जिसके बाद वेतन, पद, सामाजिक प्रभाव, और बातों का स्थान आता है जबकि उनके माता-पिता के जमाने में ऐसी बात नहीं थी। यह भारत में 5.5 करोड़ से अधिक छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों द्वारा उपयोग किए जाने वाले प्लेटफॉर्म, ब्रेनली द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण का सबसे महत्वपूर्ण निष्कर्ष है।

दिलचस्प बात यह है कि अमेरिका में 5,000 लोगों के साथ ऐसा ही एक सर्वेक्षण किया गया, जिसमें जनरेशन जेड द्वारा दिए गए जवाब की तुलना पिछली पीढ़ी के लोगों यानी दृ मिलेनियल्स, जेन एक्स, और बूमर्स के जवाब से की गई। जनरेशन जेड के उत्तरदाताओं में से केवल 66.8 प्रतिशत ने “वेतन“ को एक महत्वपूर्ण विकल्प के रूप में चुना। यह उनके माता-पिता की उम्र और उससे अधिक उम्र के लोगों से प्राप्त प्रतिक्रिया से तकरीबन 20 प्रतिशत कम है। जनरेशन जेड के बीच, अमेरिका में कॉलेज के छात्र (51.2 प्रतिशत) वेतन के बारे में सबसे कम चिंतित थे।

भारत में किए गए सर्वेक्षण की बात की जाए, तो सर्वेक्षण में शामिल 77.8 प्रतिशत छात्रों ने कहा कि उन्होंने भविष्य के करियर की तैयारी को अधिक महत्व दिया है। भविष्य की नौकरी के बारे में विचार करते हुए, उच्च विद्यालय के 39þ छात्रों ने कहा कि वे अधिक वेतन वाली नौकरियों को महत्व देते हैं, और मध्य विद्यालय के 36.2 प्रतिशत छात्रों ने कहा कि वे अधिक वेतन वाली नौकरियों को प्राथमिकता देते हैं। मध्य विद्यालय के 54.1 प्रतिशत छात्रों ने बताया कि भविष्य में उन्हें दूर रहकर की जाने वाली नौकरी से खुशी मिलेगी। उच्च विद्यालय के 50.8 प्रतिशत छात्रों ने कहा कि वे दूर रहकर नौकरी करना पसंद करेंगे। नौकरी चुनने की बात की जाए, तो सर्वेक्षण में शामिल सभी छात्रों में से 52.8 प्रतिशत ने वेतन को सबसे महत्वपूर्ण कारक माना है। सभी छात्रों में से 35.2 प्रतिशत ने कहा कि वे अपने पदनाम को वेतन से ज्यादा अहमियत देंगे।

सर्वे के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए, श्री नरसिम्हा जयकुमार, प्रबंध निदेशक, ब्रेनली, इंडिया, ने कहाः “नई पीढ़ी के युवा (जनरेशन जेड) भविष्य में काम करने वाले कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करते हैं, लिहाजा शिक्षकों के लिए उनकी आवाज़ को सुनना तथा इस पीढ़ी को आने वाले कल के लिए तैयार करने में शिक्षा की भूमिका को समझना बेहद महत्वपूर्ण है। उन्हें इन युवा छात्रों को ऐसे कौशल और अनुभवों से लैस करने के तरीके खोजने होंगे, जो उन्हें आने वाली पीढ़ियों के लिए कामकाज हेतु बेहतर परिवेश के निर्माण में सक्षम बनाएंगे। इसी वजह से, ब्रेनली में हम बेहद सरल एवं सुलभ तकनीकों तथा शैक्षणिक संसाधनों के जरिए शिक्षा को सबसे आगे लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिन पर नई पीढ़ी के युवा (जनरेशन जेड) भरोसा कर सकते हैं।“

सर्वेक्षण में शामिल 56.1 प्रतिशत छात्रों ने बताया कि अपने परिवारों की मदद करना ही उनकी नौकरी का प्राथमिक उद्देश्य है, जबकि उच्च विद्यालय के 49.6 प्रतिशत छात्र भविष्य के लिए बचत करने के इरादे से पैसा कमाना चाहते थे। 41 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने निजी आनंद के लिए पैसा कमाने की इच्छा व्यक्त की, तो दूसरी ओर 63 प्रतिशत छात्रों ने माना कि उनकी वर्तमान शिक्षा उन्हें अपने मनपसंद करियर के लिए तैयार कर रही है।

जब युवा छात्रों से “एक बड़े एवं लाभकारी फर्म में बिल्कुल नीरस लेकिन अधिक वेतन वाली नौकरी“ तथा “पर्यावरण के प्रति जागरूक किसी संगठन में बेहद उत्साहजनक लेकिन कम वेतन वाले पद पर नौकरी“ के बीच किसी एक को चुनने के लिए कहा गया, तब नई पीढ़ी (जनरेशन जेड) के लगभग 64 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने पहले वाले को चुना।

श्री जयकुमार का सर्वेक्षण सार प्रस्तुत करते हुए कहते हैं, “इस पीढ़ी के छात्र अपने करियर पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ वेतन एवं पद को काफी अहमियत देते हैं। वे पिछली पीढ़ियों के छात्रों की तुलना में अधिक उम्मीदों के साथ अपने शिक्षा के सफर की शुरुआत कर रहे हैं।“

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