उत्तर प्रदेश

कुछ प्रदेशों में कोविड के वैरिएंट डेल्टा प्लस के मामले प्रकाश में आ रहे है, इसलिए सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता

लखनऊ: अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ श्री नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने हेतु 3टी ट्रेस, ट्रैक और ट्रीट अभियान के साथ-साथ आशिंक कोरोना कफ्र्यू, निगरानी तथा टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा सभी प्रदेशवासियों से अपील कि गयी है कि सभी लोग सावधानी बरते, प्रदेश में कोविड संक्रमण कम हुआ है लेकिन अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए सभी लोग कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए मास्क पहने तथा सामाजिक दूरी का पालन करे। ़उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर जिन प्रदेशों में डेल्टा प्लस संक्रमण है, उन प्रदेशों से आने वाले लोगों की निगरानी, टेस्टिंग तथा उनकी जीनोम सिक्वेंसिंग भी करवायी जा रही है। मुख्यमंत्री जी की 3टी फार्मूले के कारण प्रदेश में कोविड-19 का संक्रमण नियंत्रण में आ रहा है, जबकि अन्य प्रदेशों में कोविड के केस ज्यादा आ रहे हैं।
श्री सहगल ने बताया कि सर्विलांस के माध्यम से 97,000 ग्रामीण पंचायतों में 5 मई, 2021 से एक विशेष अभियान चलाकर, जिसमें 80,000 निगरानी समितियों द्वारा घर-घर जाकर उन लोगों का जिनमें किसी प्रकार के संक्रमण के लक्षण होने पर उनका एन्टीजन टेस्ट भी कराया जा रहा है। अगर एन्टीजन टेस्ट निगेटिव आ रहा है और लक्षण हैं तो उनका आरटीपीसीआर टेस्ट भी कराया जा रहा है, इसके साथ-साथ मेडिकल किट भी बांटी गयी है। उन्होंने बताया कि सर्विलांस के माध्यम से सरकारी मशीनरी द्वारा उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ की जनसंख्या में से अब तक लगभग 18 करोड़ से अधिक लोगों से उनका हालचाल जाना गया है।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में सक्रिय मामले कम होने पर भी कोविड-19 के टेस्टों की संख्या कम नहीं की जा रही है, ताकि संक्रमित व्यक्ति की पहचान करके इलाज किया जा सके। उन्होंनंे बताया कि कोविड-19 की सम्भावित तीसरी लहर के दृष्टिगत प्रदेश में विशेषज्ञ समिति की सलाह पर अवस्थापना सुविधा बढ़ाई जा रही है। उन्होंने बताया कि संभावित कोविड की तीसरी लहर के तहत सभी मेडिकल कालेज में पीआईसीयू बेड की संख्या 5900 से अधिक हो गयी है। हर जिला अस्पताल में 25 से 30 पीआईसीयू/एनआईसीयू बेड पर तेजी से कार्यवाही चल रही है। प्रदेश में भविष्य में आॅक्सीजन की कमी न हो उसकी व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है। प्रदेश में 528 आॅक्सीजन प्लांट में से अबतक 118 प्लांट क्रियाशील है, शेष शीघ्र ही क्रियाशील हो जायेंगे। 45 जनपदों में आरटीपीसीआर टेस्ट के लैब सुचारू रूप से कार्य कर रहे है तथा शेष 30 जनपदों में शीघ्र ही आरटीपीसीआर की लैब स्थापित हो जायेंगी।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार प्रदेश में बड़ी संख्या में संक्रमण कम होने के बावजूद, टेस्टिंग कम नहीं की जा रही है। गत एक दिन में कुल 2,63,033 सैम्पल की जांच की गयी है। प्रदेश में अब तक कुल 5,73,48,462 सैम्पल की जांच की गयी है, जो देश में सबसे अधिक है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 190 नये मामले आये हैं। प्रदेश में विगत 24 घंटे में 261 लोग तथा अब तक 16,80,174 लोग कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के कुल 3,046 एक्टिव मामले हैं, जिनमें से, 1868 लोग होम आइसोलेशन में हैं। प्रदेश में प्रतिदिन की पाॅजिविटी दर 0.1 प्रतिशत है। प्रदेश में रिकवरी रेट 98.5 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि सर्विलांस की कार्यवाही निरन्तर चल रही है। प्रदेश में अब तक सर्विलांस टीम के माध्यम से 3,58,00,919 घरों के 17,22,73,749 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है।
श्री प्रसाद ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। प्रदेश में 2,61,54,182 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज तथा 43,25,246 लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है। अब तक कुल 3,04,79,428 डोजें लगायी गयी हैं। उन्होंने बताया कि कुछ प्रदेशों में कोविड के वैरिएंट डेल्टा प्लस के मामले प्रकाश में आ रहे है। इसलिए सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि कोविड के नये प्रकार का संक्रमण डेल्टा प्लस संज्ञान में आ रहा है इसलिए सभी लोग कोविड प्रोटोकाल का पूर्णरूप से पालन करे।

Related Articles

Back to top button