उत्तर प्रदेश

CM ने कोविड-19 के विरुद्ध संघर्ष में और तेजी लाने के निर्देश दिये

लखनऊउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कोविड-19 के विरुद्ध संघर्ष में और तेजी लाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ इस युद्ध में हौसला बनाये रखते हुए मिलकर मजबूती से प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त संख्या में टेस्ट किये जा रहे हैं। पाॅजिटिविटी कम हो रही है। रिकवरी अच्छी है। यह एक आशाजनक संकेत है।
मुख्यमंत्री जी आज वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टे के दौरान 2,29,440 जांच की गयीं। आर0टी0पी0सी0आर0 द्वारा 1,29,000 से अधिक टेस्ट किये गये। विगत दिवस कोरोना संक्रमण के 29,192 नये मामले आये हैं, जबकि उपचार के पश्चात 38,687 व्यक्ति डिस्चार्ज किये गये। इससे राज्य में कुल एक्टिव मामलों की संख्या कम होकर 2,85,832 रह गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत गांवों में विशेष सतर्कता बरतना आवश्यक है। गांवों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए उन्होंने 05 मई, 2021 से प्रदेशव्यापी विशेष जांच अभियान संचालित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान निगरानी समितियों के सदस्यों द्वारा ग्राम पंचायत में घर-घर जाकर लोगों की इन्फ्रारेड थर्मामीटर से जांच की जाएगी, पल्स आॅक्सीमीटर से आॅक्सीजन लेवल चेक किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड लक्षण की दृष्टि से संदिग्ध लोगों की एण्टीजन जांच की जाए। टेस्ट की रिपोर्ट और मरीज की स्थिति के आधार पर उसे अस्पताल अथवा क्वारण्टीन सेण्टर या होम आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध करायी जाए। होम आइसोलेशन के लिए सम्बन्धित व्यक्ति को मेडिकल किट अनिवार्य रूप से उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा एण्टीजन टेस्ट करने के लिए पर्याप्त संख्या में एण्टीजन किट की व्यवस्था करने तथा आर0आर0टी0 टीम की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि ग्रामीण इलाकों में संचालित होने वाले इस अभियान के दौरान शहरी क्षेत्रों में कोरोना टेस्टिंग का कार्य पूर्ववत सम्पन्न होता रहे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड से संबंधित कार्यों में संलग्न सभी स्वास्थ्य कर्मियों, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ, हाउसकीपिंग स्टाफ, स्वच्छता कर्मी, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्र्रियों आदि की सेवाएं सेवाभाव और कर्तव्यपरायणता का उत्कृष्ट उदाहरण है। सरकार ऐसे कार्मिकों को प्रोत्साहन स्वरूप अतिरिक्त मानदेय प्रदान करेगी। अस्पतालों में सेवारत चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ को कोविड सेवा के दिवसों के लिए वर्तमान वेतन/मानदेय का 25 फीसदी अतिरिक्त देय होगा। इसी प्रकार अन्य कोरोना वॉरियर्स के लिए भी अतिरिक्त मानदेय प्रदान किया जाएगा। यह अतिरिक्त मानदेय ड्यूटी के उपरांत इनके आइसोलेशन अवधि के लिए भी दिया जाएगा। मेडिकल/नर्सिंग अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं की सेवाएं भी कोविड सेवा कार्य में ली जाएंगी, सेवानिवृत्त स्वास्थ्य कर्मियों, अनुभवी चिकित्सकों, एक्स सर्विस मैन के अनुभवों का भी लाभ लिया जाए, उन्हें भी कोविड कार्य से जोड़ा जाए। सभी को नियमानुसार मानदेय प्रदान किया जाएगा। इस संबंध में यथाशीघ्र आदेश जारी कर दिया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सभी जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं। चिकित्सा शिक्षा विभाग के संस्थानों तथा स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सालयों के साथ-साथ निजी अस्पतालों को भी कोविड मरीजों के उपचार से जोड़ा गया है। उन्होंने प्रदेश के सभी जनपदों में कोविड बेड की संख्या में लगातार वृद्धि करने के निर्देश देते हुए कहा कि यह कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने चिकित्सा शिक्षा विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग को राज्य स्तर पर विशेषज्ञों की सलाहकार समिति गठित किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि समिति द्वारा राज्य सरकार को दिये जाने वाले सुझावों एवं संस्तुतियों से कोरोना के खिलाफ रणनीति को और प्रभावी बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि समिति के विशेषज्ञों द्वारा संक्रमण से बचाव के उपायों को विभिन्न मीडिया प्लेटफाॅर्म के माध्यम से व्यापक स्तर पर प्रचारित-प्रसारित कराया जाए। जनपद स्तर पर भी इसी प्रकार विशेषज्ञों के पैनल का गठन किये जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि सभी जिलों में टेलीकंसल्टेंसी की व्यवस्था को और प्रभावी तथा सुदृढ़ किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि विगत शुक्रवार 30 अप्रैल की रात्रि 08 बजे से मंगलवार 04 मई, 2021 को प्रातः 07 बजे तक वर्तमान में प्रदेशव्यापी साप्ताहिक बन्दी प्रभावी है, जिसे 02 दिन और विस्तारित किया जा रहा है। अब प्रदेश में 06 मई, 2021 को प्रातः 07 बजे तक आंशिक कोरोना कफ्र्यू प्रभावी रहेगा। इस दौरान आकस्मिक एवं आवश्यक सेवाएं संचालित होती रहेंगी। दवा और सब्जी की दुकानें खुली रहेंगी। सब्जी की दुकानें खुले स्थान पर हों। सभी दुकानदार मास्क, ग्लव्स और सैनिटाइजर का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। आंशिक कोरोना कफ्र्यू के दौरान डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को प्रोत्साहित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आंशिक कोरोना कफ्र्यू के दौरान सार्वजनिक स्थानों पर भीड़भाड़ न हो। मास्क के अनिवार्य उपयोग, सोशल डिस्टेंसिंग के पालन सहित राज्य सरकार की सभी गाइडलाइन्स का पूरी तरह पालन सुनिश्चित किया जाए। राज्य सड़क परिवहन निगम की बस सेवाएं प्रदेश के अन्दर ही संचालित हो रही हैं। बस संचालन में कोविड प्रोटोकाॅल का पालन किया जाए। बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे पर इन्फ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स आॅक्सीमीटर से लोगों की स्क्रीनिंग हो। सभी औद्योगिक इकाइयां संक्रमण से बचाव के उपायों को अपनाते हुए संचालित की जाएं। औद्योगिक संस्थानों तथा इकाइयों में कोविड हेल्पडेस्क तथा आवश्यकतानुसार कोविड केयर सेण्टर स्थापित रहे। कार्यालयों में रोस्टर के अनुसार 50 प्रतिशत उपस्थिति की व्यवस्था की जाए। घर से काम यदि सम्पन्न हो सकता हो, तो वर्क फ्राॅम होम को प्रोत्साहित किया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम के द्वारा लगातार कोविड-19 से बचाव के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए। स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग का कार्य युद्धस्तर पर संचालित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे प्रत्येक व्यक्ति को मेडिकल किट अनिवार्य रूप से उपलब्ध करायी जाए। इस कार्य में तेजी लायी जाए। इसमें शिथिलता पर जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रत्येक जनपद में उपलब्ध कराये गये वेंटिलेटर्स तथा आॅक्सीजन कन्सण्ट्रेटर कार्यशील स्थिति में रहें। उनके संचालन के लिए आवश्यक मानव संसाधन का प्राथमिकता पर प्रबन्ध किया जाए। स्वास्थ्य विभाग एनेस्थेटिस्ट एवं टेक्नीशियन की उपलब्धता सुनिश्चित करे। जिलाधिकारी को स्थानीय पर इनकी व्यवस्था करने के लिए अधिकृत किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वैक्सीनेशन का कार्य सुचारु और प्रभावी ढंग से संचालित रखा जाए। रविवार को वैक्सीनेशन कार्य जारी रखने का प्रयास किया जाए। वैक्सीनेशन में जीरो वेस्टेज के प्रयास किये जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने इसके लिए स्थानीय स्तर पर बेहतर प्रबन्धन की उपयोगिता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर गठित टीम-9  की तर्ज पर जनपद स्तर पर जिलाधिकारी टीम बनाकर बेड की उपलब्धता, बेड की संख्या में वृद्धि, टेस्टिंग क्षमता में विस्तार, आर0आर0टी0 के गठन, एम्बुलेंस की सुचारु उपलब्धता, स्वच्छता, सैनिटाइजेशन व फाॅगिंग कार्य, खाद्यान्न वितरण, गेहूं क्रय आदि कार्याें की जिम्मेदारी अलग-अलग अधिकारियों को देकर, सभी कार्याें की गहन माॅनिटरिंग करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ऐसी व्यवस्था बनायी जाए कि किसी भी जरूरतमन्द को एम्बुलेंस, बेड, आॅक्सीजन के लिए परेशान न होना पड़े। सभी चिकित्सा संस्थानों, मेडिकल काॅलेजों, कोविड अस्पतालों में किसी व्यक्ति को जिम्मेदारी दी जाए, जो उपचार के लिए आने वाले पीड़ितों को गाइड कर सके। उन्होंने कहा कि दवा, आॅक्सीजन के लिए अधिक धनराशि वसूलने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने प्रत्येक जनपद में रेमडेसिविर इंजेक्शन को निरन्तर आपूर्ति बनाये रखने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री इस व्यवस्था का अनुश्रवण करें। उन्होंने कहा कि इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर कोविड प्रबन्धन की रीढ़ हैं। इसलिए सभी जनपदों में इसे प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर मंे अलग-अलग कार्याें की जिम्मेदारी अलग-अलग लोगों को दी जाए, जिससे यह व्यवस्था और प्रभावी हो सके। उन्होंने बेहतर कोविड प्रबन्धन के लिए जिलों में सेक्टर प्रणाली को और प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक जरूरतमन्द को राज्य सरकार के संकल्प के अनुरूप हर सम्भव मदद उपलब्ध करायी जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे जरूरतमन्दों को आॅक्सीजन सुलभ कराने के लिए एक प्रभावी व्यवस्था बनायी जाए। प्रत्येक जनपद में एक रीफिलर को होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को आॅक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए नामित किया जाए। यदि कोई व्यक्ति मरीज के लिए आॅक्सीजन सिलेण्डर की रीफिलिंग के लिए जा रहा है, तो उसे सहयोग प्रदान किया जाए। सभी मण्डलायुक्त अपनी कमिशनरी के जनपदों में आॅक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए निरन्तर माॅनिटरिंग करें। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि विगत दिवस प्रदेश में 736 मीट्रिक टन आॅक्सीजन की रिकाॅर्ड आपूर्ति हुई। राज्य के 61 जनपदों में आॅक्सीजन प्लाण्ट की स्थापना के प्रस्ताव भारत सरकार को उपलब्ध कराये गये हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खाद्यान्न वितरण एवं गेहूं क्रय की व्यवस्था को संक्रमण से बचाव के सभी जरूरी उपायों को सुनिश्चित करते हुए सुचारु ढंग से संचालित किया जाए। पशु पालन विभाग निराश्रित गो-आश्रय स्थलों तथा भूसा बैंक की व्यवस्था को प्रभावी बनाकर रखे।
समीक्षा में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री अतुल गर्ग सहित वरिष्ठ अधिकारीगण वर्चुअल माध्यम से सम्मिलित हुए।

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