उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से गन्ना किसानों से संवाद किया

लखनऊउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि राज्य सरकार गन्ना किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है। उन्हांेंने कहा कि गन्ना किसानों ने कोरोना कालखण्ड में अपने परिश्रम से देश की जनता के लिए मिठास उत्पन्न करने का कार्य किया है। उन्होंने प्रदेश की अर्थव्यवस्था में गन्ना किसानों के योगदान की सराहना की। उन्होंने गन्ना किसानों के हितों को प्राथमिकता देते हुए कहा कि जब तक गन्ना खेतों में रहेगा, तब तक चीनी मिलों का संचालन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी आज यहां वर्चुअल माध्यम से गन्ना किसानों के साथ संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस समय देश एक बार फिर कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की चपेट में है। पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के बावजूद गन्ना किसानों के कल्याण व हित को देखते हुए प्रदेश की 119 चीनी मिलों का संचालन सुनिश्चित किया गया। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों और चीनी मिलों ने कोविड-19 के संघर्ष में सराहनीय योगदान दिया है और एक बार फिर उनके सक्रिय योगदान से हम कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को भी परास्त करने में सफल सिद्ध होंगे। कोरोना हारेगा, देश जीतेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2019-20 में गन्ना किसानों से 35,998 करोड़ रुपए का गन्ना खरीदा तथा गन्ना मूल्य का शत-प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित किया। इस वर्ष 2020-21 में अब तक चीनी मिलों को दिए गए गन्ना मूल्य का 63 प्रतिशत से अधिक का भुगतान किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अब तक प्रदेश के गन्ना किसानों को लगभग 1,33,100 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। आॅनलाइन पर्ची के वितरण किसानों को लाभ पहुंचा है। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है। चीनी मिलों तक गन्ने को पहुंचाने में आसानी हो रही है, जिससे संक्रमण को रोकने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों के साथ संवाद बनाते हुए गन्ना किसानों के हित में कार्यवाही की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गन्ना किसानों का हित हमारी सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से प्रदेश का गन्ना किसान खुशहाल हुआ है और उसकी खुशहाली से प्रदेश व देश में समृद्धि आयी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार द्वारा गन्ना किसानों की आमदनी बढ़ाने तथा उनको त्वरित गन्ना मूल्य का भुगतान किए जाने के उद्देश्य से अनेक योजनाएं चलायी जा रही हैं। इससे किसानों में निरन्तर खुशहाली आ रही है। इनके अलावा, गन्ना किसानों के लिए वेबसाइट, ई-गन्ना एप, गन्ना क्षेत्र का सर्वे, कैलेण्डर, आॅनलाइन पर्ची वितरण के नए सिस्टम से किसान लाभान्वित हुए हैं। इन सब कदमों से पारदर्शिता, ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ गन्ना किसानों के भुगतान का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में प्रदेश की चीनी मिलों में चीनी के साथ-साथ एथनाॅल के उत्पादन को बढ़ावा मिला है। आज उत्तर प्रदेश सर्वाधिक एथनाॅल उत्पादन कर रहा है। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह नया प्रयोग गन्ना किसानों के लिए हितकारी साबित हुआ है। चीनी मिलों द्वारा सैनिटाइजर के उत्पादन से भी कोरोना संक्रमण से लड़ने में मदद मिली। चीनी मिलों में सैनिटाइजेशन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों के कल्याण और हित के लिए राज्य सरकार हर सम्भव कदम उठाएगी और समयबद्ध ढंग से अन्य बन्द पड़ी चीनी मिलों का संचालन सुनिश्चित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 का संक्रमण इस बार 30 से 50 गुना अधिक है। ऐसे में सतर्कता और बचाव से इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है। उन्हांेंने गन्ना किसानों को गांवों में ग्राम निगरानी समितियों से समन्वय बनाते हुए संक्रमण को नियंत्रित करने में योगदान करने का आह्वान करते हुए कहा कि किसानों की इस संक्रमण को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। उन्होंने कहा कि कारोना के खिलाफ लड़ाई में किसान दृढ़ता से सरकार के साथ समन्वय बनाते हुए अपना योगदान दें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गेहूं क्रय केन्द्रों का भी संचालन कोरोना कालखण्ड में कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए सुनिश्चित किया जा रहा है। किसानों को उनकी उपज का 72 घण्टे के भीतर भुगतान किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
गन्ना विकास मंत्री श्री सुरेश राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश में कोरोना के खिलाफ मजबूती से लड़ाई हो रही है। मुख्यमंत्री जी ने संवेदनशीलता के साथ समाज के सभी वर्गों की चिन्ता की है। उन्होंने किसानों के हितों का भी हमेशा ध्यान रखा है। गन्ना किसानों के साथ संवाद कर उन्होंने ऐतिहासिक पहल की है। पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के दौरान एक भी चीनी मिल बन्द नहीं हुई। किसानों को तकनीक के साथ जोड़ा गया है। नई खाण्डसारी मिलों को लाइसेंस प्रदान किए गए हैं। पर्ची सिस्टम में बदलाव किया गया है। ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ के माध्यम से गुड़ के उत्पादन को बढ़ावा मिला है, जिससे किसानों को लाभ हुआ है।
इस अवसर पर बागपत से श्री कृष्णपाल सिंह, मेरठ से श्री विनोद कुमार सैनी, पीलीभीत से श्री गुरुमंगत सिंह, लखीमपुर से श्री जगतार सिंह, बस्ती से श्री अरविन्द कुमार सिंह, कुशीनगर से श्री धीरेन्द्र सिंह आदि गन्ना किसानों ने गन्ना किसानों के हित में मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि कोविड काल में भी गन्ना किसानों का ध्यान रखा गया। इसके अलावा, गन्ना पर्ची वितरण, गन्ना भुगतान की व्यवस्था, गन्ना किसानों को तकनीक से जोड़ने, बन्द चीनी मिलों को संचालित करने, सैनिटाइजर का उत्पादन करने, गन्ना उत्पादन एवं रिकवरी में वृद्धि, घटतौली एवं भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाए जाने से गन्ना किसान लाभान्वित हुए हैं।
वेबिनार का संचालन अपर मुख्य सचिव चीनी उद्योग श्री संजय भूसरेड्डी ने किया। वेबिनार के दौरान अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री संजय प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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