उत्तर प्रदेश

प्रदेश के सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री द्वारा मुरादाबाद में विभागीय समीक्षा बैठक संपन्न

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्री धर्मपाल सिंह जी ने आज मुरादाबाद सर्किट हाउस सभागार में विभागीय कार्यो की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मध्य गंगा नहर परियोजना द्वितीय चरण की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए रुपये 1060.76 करोड़ की मूल लागत की इस परियोजना को पूर्ण गुणवत्ता के साथ दिसम्बर 2019 तक पूर्ण करने के सिंचाई अधिकारियों को निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने खरीफ अभियान हेतु  नहरों की सिल्ट सफाई का कार्य 15 जून तक पूर्ण करने तथा अवशेष 40 प्रतिशत तालाबों को ग्राीष्म काल के दृष्टिगत 10 जून तक भरे जाने की कार्यवाही के भी निर्देश दिये। सिंचाई मंत्री ने बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यो को  प्रत्येक दशा में 15 जून तक पूर्ण करने के साथ-साथ खराब राजकीय नलकूपों को शत प्रतिशत ठीक कराकर संचालित करने की कार्यवाही के भी अभियन्ताओं को निर्देश दिये। सिंचाई मंत्री ने मुरादाबाद मण्डल के सभी जनपदों में बाढ़पूर्व तैयारियों का कार्य 15 जून तक सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।

सिंचाई मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने सिंचाई विभाग की भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने की कार्यवाही के कड़े आदेश देते हुए दोषी भू-माफियाओं को जेल भेजने पर भी बल दिया और स्पष्ट किया कि जनहित एवं जलस्वास्थ सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताएं हैं जिस हेतु नदियों में सीवर का गंदा पानी जाने की प्रभावी रोकथाम सुनिश्चित की जाये। उन्होंने गड्डामुक्ति/नहर पटरियों की मरम्मत के कार्य में अपेक्षित तेजी लाकर टेल फीडिंग की प्रभावी कार्यवाही करने तथा बाढ़ आने की स्थिति मे बाढ़ पूर्व सभी अपेक्षित तैयारी सुनिश्चित करने के भी आदेश दिये।

बैठक में मध्य गंगा नहर परियोजना द्वितीय चरण की प्रगति समीक्षा के दौरान भूमि अधिग्रहण, बजट आवंटन, व्यय, कार्य का प्रतिशत, आदि की समीक्षा के दौरान बताया गया कि परियोजना के कमाण्ड क्षेत्र में सिंचाई हेतु अन्य कोई नहर प्रणली उपलब्ध नही है तथा कमाण्ड क्षेत्र के 12 विकास खण्डांे में से 11 विकास खण्ड “डार्क ब्लाक” श्रेणी के रुप में चिन्हित हैं। परियोजना पूर्ण हो जाने पर एक ओर खरीफ की फसलों को सीेधे सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी वहीं दूसरी ओर उक्त डार्क श्रेणी के विकास खण्डों में भूजल स्तर में भी वृद्धि होने से ट्यूवबेल द्वारा रबी में भी सिंचाई उपलब्ध कराना सुविधाजनक हो सकेगा। जनपद मुरादाबाद, बिजनौर, अमरोहा एवं सम्भल में निर्माणाधीन मध्य गंगा नहर परियोजना के अन्र्तगत वर्षाकाल में गंगा नदी के अतिरिक्त पानी से खरीफ फसली में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराया जाना प्रस्तावित है। सिंचाई मंत्री ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अनेक जनपदों हेतु लाभदायक इस परियोजना को दिसम्बर 2019 तक पूर्ण करने के सिंचाई अभियन्ताओं को निर्देश दिये।

बैठक में पूर्वी गंगा संगठन  के अन्र्तगत जनपद मुरादाबाद बिजनौर, रामपुर, सम्भल एवं अमरोहा के अन्र्तगत 3260 किलोमीटर लम्बाई की नहरों द्वारा खरीफ फसल में 178382 हेक्टयेर एवं रबी फसल में 66623 हेक्टेयर सिंचाई सुविधा प्रदान होना बताया गया तथा वर्तमान खरीफ फसली में 211 किलोमीटर रजवाहों एवं 427 किलोमीटर अल्पीकाओं की सिल्ट सफाई के लक्ष्यों के अनुरुप नहरों की सिल्ट सफाई का कार्य प्रगति में बताया गया जिस पर सिंचाई मंत्री ने संगठन के अन्र्तगत सिल्ट सफाई के कार्यो की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु विभाग द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति एवं  जिलाधिकारी द्वारा गठित तकनीकी समिति एवं ड्रोन कैमरों द्वारा नहर की सिल्ट सफाई के कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने सहित पूर्वी गंगा संगठन के अन्र्तगत कुल 78.50 किलोमीटर लम्बाई की सड़कों को गड्ढामुक्त/नवीनीकरण किये जाने के निर्देश दिये गये।

सिंचाई मंत्री श्री धर्मपाल सिंह द्वारा जनपद मुरादाबाद की तहसील एवं विकास खण्ड ठाकुरद्वारा के डिलारी-सूरजनगर मार्ग पर जब्दी नदी के बायीं ओर ग्राम वीरुवाला, कोटा महमूद और करनपुर आदि ग्रामों को बाढ़ से सुरक्षा प्रदान करने हेतु वीरुवाला बांध परियोजना जिसकी अनुमानित लागत 276.88 लाख है का शिलान्यास किया गया। इस अवसर पर सिंचाई मंत्री ने कहा कि बाढ़ काल में पानी के तेज प्रवाह के कारण उक्त ग्रामों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो जाता था जिसका स्थायी समाधान वीरुवाला बांध के निर्माण से हो सकेगा तथा उक्त ग्रामों को बाढ़ से  सुरक्षा प्रदान की जा सकेगी।

Related Articles

Back to top button