उत्तर प्रदेश

विकास को मिलेगी रफ्तार और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे: नन्दी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी‘ आज होटल ताज, लखनऊ में ‘द इकोनॉमिक टाइम्स समूह‘ द्वारा आयोजित ‘द इकोनॉमिक टाइम्स विजन कॉन्क्लेव-2022‘ में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए।
कॉन्क्लेव में विभिन्न स्थानों से आए विशेषज्ञों, बुद्धिजीवियों एवं जानकारों की उपस्थिति में उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन इकोनॉमी वाला राज्य बनाने पर विस्तृत चर्चा हुई। वहीं फरवरी-2023 में उत्तर प्रदेश में आयोजित होने जा रहे ऐतिहासिक ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट-2023 के आयोजन को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए, जिसके जरिये उत्तर प्रदेश में दस लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
मंत्री नन्दी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि इस समिट से प्रदेश के औद्योगिक एवं आर्थिक विकास को तेज रफ्तार मिलेगी एवं प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि आज माफियामुक्त, भ्रष्टाचारमुक्त, उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरे देश में एक मिसाल बनी है।
मंत्री श्री नन्दी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पिछड़ेपन के दौर से आगे निकल कर विकास के एक्सप्रेसवे पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। माननीय मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनने की ओर तेजी से अग्रसर है। हर गुजरते दिन के साथ उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास और आर्थिक प्रगति के नये अध्याय लिख रहा है। उन्होंने कहा कि अगर आज भारत पूरी दुनिया में इन्वेस्टमेंट के लिए सबसे अच्छा डेस्टीनेशन है तो भारत में उत्तर प्रदेश इन्वेस्टमेंट के सबसे अच्छे डेस्टीनेशन के रूप में उभरा है। 3 जून, 2022 को सम्पन्न हुई प्रदेश की तीसरी ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी में 80,224 करोड़ की निवेश परियोजनाओं का शिलान्यास उत्तर प्रदेश में निवेशकों के बढ़ते भरोसे व विश्वास का प्रमाण है। प्रदेश के चहुँमुखी औद्योगिक विकास के साथ-साथ निवेशकों के हितों एवं सहूलियतों का संरक्षण हमारी प्राथमिकता है।
मंत्री श्री नन्दी ने कहा कि हाईवेज, एक्सप्रेसवेज, एयरपोर्ट, डिफेंस कॉरिडोर, फूड पार्क, लाजिस्टिक पार्क, ट्वाय पार्क, डाटा सेंटर नये भारत के नये उत्तर प्रदेश की नई पहचान बनकर उभरे हैं। यातायात की सुविधा, ट्रांसपोर्टेशन की सुगमता एवं प्रदेश के महानगरों के बीच एयर कनेक्टिविटी ने भी प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेशकों को आकर्षित किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश प्राकृतिक रूप से बेहद सम्पन्न एवं समृद्ध राज्य है। उद्योगों के लिए पर्याप्त आवश्यक रॉ-मैटेरियल की उपलब्धता, बड़ी मात्रा में उपलब्ध कुशल मानव संसाधन, उन्नत तकनीकी दक्षता एवं खपत के लिए बड़ा बाजार होने के कारण प्रदेश में इन्वेस्टमेंट के लिए बेहद अनुकूल परिस्थितियॉं एवं अपार संभावना है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास को एक नई गति देने के लिए आगामी फरवरी, 2023 में प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा एवं ऐतिहासिक ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित होने जा रहा है। जीआईएस 2023 के लिए हमने 10 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य निर्धारित किया है। माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर अगले माह कैबिनेट के माननीय मंत्रीगण जीआईएस 2023 को सफल बनाने के उद्देश्य से विभिन्न देशों में आयोजित होने वाले रोडशो में सम्मिलित होंगे। प्रस्तावित रोडशो के दौरान दुनिया की तमाम लीडिंग कंपनियों और उनके सक्षम अधिकरियों से द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से प्रदेश में निवेश आकर्षित करने में सहायता मिलेगी। इस समिट से प्रदेश के औद्योगिक एवं आर्थिक विकास को तेज रफ्तार मिलेगी एवं प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर सृजित हांेंगे। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के रिफार्म, परफार्म एवं ट्रांसफार्म के विजन से प्रेरणा लेकर हमारी सरकार माननीय मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की औद्योगिक प्रगति के लिए मिशन मोड पर काम कर रही है। हमारी सरकार उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डालर इकोनॉमी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर माननीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. अरूण कुमार सक्सेना जी, वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के नोडल ऑफिसर श्री आलोक कुमार जी, डिफेंस कॉरिडोर के नोडल अधिकारी एयर चीफ मार्शल श्री आरकेएस भदौरिया जी, माननीय मुख्यमंत्री जी के सलाहकार प्रोफेसर धरमपाल सिंह, मोहम्मद उजाले जी असिस्टेंट एडिटर इकोनॉमिक टाइम्स, श्री अर्पित गुप्ता जी असिस्टेंट एडिटर इकोनॉमिक टाइम्स आदि गणमान्य जन उपस्थित रहे।

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