उत्तर प्रदेश

अपराध पर प्रभावी नियंत्रण हो और भू-माफियाओं को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाए: मुख्यमंत्री

लखनऊउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनपद गोरखपुर सर्किट हाउस के एनेक्सी भवन सभागार में जनपद स्तरीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूर्ण करते हुए उसकी नियमित माॅनीटरिंग करने के निर्देश दिए। कोई इस्टीमेट रिवाइज नहीं होना चाहिए। यदि कार्य समयबद्ध ढंग से पूर्ण नहीं हुआ, तो सम्बन्धित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखें, किसी भी स्तर पर लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। अधिकारीगण अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी, निष्ठा एवं ईमानदारी से करें।

समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जी ने जनपद में अण्डरग्राउण्ड केबिल बिछाने के कार्य में शिकायत को अति गम्भीरता से लेते हुए विद्युत विभाग के जे0ई0 श्री अरुण चैधरी, एस0डी0ओ0 श्री प्रत्यूष बल्लभ और अधिशासी अभियन्ता श्री ए0के0 सिंह को निलम्बित करने तथा सम्बन्धित फर्म के विरुद्ध एफ0आई0आर0 दर्ज कराने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य अभियन्ता को निर्देश दिए कि वे ट्रांसफाॅर्मर की गुणवत्ता की जांच कराने के साथ ही टोल फ्री नम्बर पर जन समस्याओं को सुनें और उनका त्वरित निराकरण कराएं।

मुख्यमंत्री जी ने कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि अपराध पर प्रभावी नियंत्रण हो और भू-माफियाओं को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। हर थाने पर एण्टी रोमियो टीम गठित की जाए तथा अवैध शराब, अवैध खनन आदि पर प्रभावी कार्रवाई करते हुए सरकारी शराब की दुकानों की भी आकस्मिक चेकिंग की जाए। इसके साथ ही, तस्करी करने वालों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित हो। यह भी सुनिश्चित हो कि सड़क व चैराहों पर स्टैण्ड के नाम पर अवैध वसूली न हो। महिला सुरक्षा के प्रति पूरी सजगता एवं तत्परता के साथ समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। जेल की संयुक्त विजिट प्रतिमाह की जाए। डायल-100 के वाहन को रूटचार्ट के अनुसार संचालित करें, ताकि कहीं भी आपराधिक गतिविधियां/अनैतिक कार्य न होने पाएं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सड़कें अतिक्रमण मुक्त होनी चाहिए और ठेले वालों को व्यवस्थित पुनर्वास हेतु स्थान निर्धारित कर व्यवस्था की जाए, ताकि उनकी आजीविका चल सके। उन्होंने संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा के दौरान सी0एम0ओ0 को निर्देश दिए कि वे स्वच्छता कार्यक्रम के प्रति जन जागरूकता लाएं क्योंकि इस पूरे अभियान की महत्वपूर्ण कड़ी स्वच्छता ही है। उन्होंने कहा कि अण्टाइड फण्ड में दी गयी धनराशि का समय से उपयोग हो और जिस ग्राम पंचायत में इसका सदुपयोग समय से नहीं किया जाता है, तो वहां के प्रधान/सक्रेटरी की जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई की जाए।

मुख्यमंत्री जी ने स्वच्छ शौचालय की शत-प्रतिशत जियो टैगिंग कराने के साथ ही शौचालय उपयोग हेतु जन जागरूकता लाने और ग्राम पंचायत स्तर पर गठित निगरानी समिति को पूरी सक्रियता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनमानस में सफाई व शौचालय के प्रयोग के प्रति जागरूकता लायी जाए। स्वच्छता सभी केे स्वास्थ्य के हित में परम आवश्यक है। उन्होंने वार्डों की साफ-सफाई के साथ ही शहर के हर कोने पर साॅलिड वेस्ट मैनेजमेण्ट की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ऐसे गोपालकों को चिन्हित करें, जो अपनी गायों को सड़कों पर खुला छोड़ देते है। उनके विरुद्ध भारी जुर्माना लगाया जाए। उन्होंने कहा कि कान्हा उपवन का संचालन सही ढंग से हो, कोई भी आवारा पशु सड़कों पर नहीं घूमना चाहिए।

प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लाभार्थियों के चयन में कोई गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। पात्र लाभार्थी का ही चयन हो और समय से धनराशि उसके खाते में भेज दी जाए। चयन मानक के अनुसार हो, इसकी नियमित रूप से माॅनीटरिंग की जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आवास योजना में वनटांगियां एवं कुष्ठ रोगियों का चयन किया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सम्बन्धी योजनाओं की नियमित माॅनीटरिंग हो और जननी सुरक्षा योजना के तहत लाभार्थियों, आशा आदि का शत-प्रतिशत भुगतान समय से कर दिया जाए।
स्वच्छ पेयजल की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी हैण्डपम्प सही स्थिति में कार्य करें और जल की गुणवत्ता की भी जांच अवश्य की जाए। रिबोर योग्य हैण्डपम्प तत्काल ठीक कराए जाएं और यदि किसी ग्राम पंचायत में हैण्डपम्प समयबद्ध ढंग से रिबोर नहीं कराया जाता है, तो सम्बन्धित के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि समस्त संचालित कार्यक्रमों का भौतिक सत्यापन अवश्य हो। सड़कों की समीक्षा के दौरान उन्होंने गड्ढामुक्त सड़कों पर बल दिया। उन्होंने सम्बन्धित अभियन्ता को गोरखपुर-वाराणसी मार्ग पर कार्य में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि सड़क पर गड्ढे नहीं दिखने चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने पाॅलीथीन एवं थर्माेकोल को पूर्णतया प्रतिबन्धित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके कुप्रभाव के प्रति तथा इसका प्रयोग न करने के सम्बन्ध में आमजन में जागरूकता लायी जाए। इसका प्रयोग होते पाए जाने पर सम्बन्धित के विरुद्ध कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने बाढ़ बचाव के कार्यों को पूरी तत्परता के साथ करने के निर्देश देते हुए कहा कि तटबन्धों की मरम्मत एवं उसका नियमित निरीक्षण किया जाए। उन्होंने जल संचयन एवं जल संरक्षण की दिशा में प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि लुप्त हो रहे तालाबों, कुंओं, नदियों को जल संचयन करने की दृष्टि से पुनर्जीवित करने हेतु कार्य योजना बनाकर कार्य किया जाए।

मुख्यमंत्री जी ने वृक्षारोपण पर बल देते हुए कहा कि इस कार्यक्रम को एक अभियान के तहत संचालित किया जाए। उन्होंने उद्योग बन्धु की प्रतिमाह बैठक नियमित रूप से करने तथा उद्यमियों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए, ताकि निवेश का एक अच्छा वातावरण सृजित हो। उन्होंने चिड़ियाघर, वाॅटर स्पोट्र्स, एम्स, सी0आर0सी0 आदि के निर्माण कार्य को निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए।

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