उत्तर प्रदेश

साढ़े चार साल में हुए विकास कार्यों की ऊर्जा मंत्री ने दी जानकारी

लखनऊः ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री श्री श्रीकान्त शर्मा ने अपने विधानसभा क्षेत्र मथुरा-वृंदावन में विगत साढ़े चार साल में कराए गए विकास कार्यों के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी व मुख्यमंत्री योगी जी के नेतृत्व में मथुरा-वृंदावन का चहुँमुखी विकास हो रहा है। भाजपा सरकार ने मथुरा-वृंदावन के पुराने गौरव को लौटाने के लिए सभी प्रमुख योजनाओं में इस क्षेत्र को रखा है। कृष्ण जन्मोत्सव शुरू कर इसकी वैश्विक पहचान को बढ़ाने के साथ ही जन्मभूमि क्षेत्र के 10 किमी की परिधि के दायरे को तीर्थ स्थल घोषित कर हमने अपने संकल्प को चरितार्थ करने का काम किया है। अयोध्या की ही तर्ज पर आज कान्हा की नगरी भी सज और संवर रही है। उन्होंने कहा कि वृन्दावन में अब तक के सबसे दिव्य व भव्य कुम्भ का आयोजन 16 फरवरी 2021 से 41 दिन तक किया गया। अब कुम्भ क्षेत्र के 190 एकड़ स्थान को अतिक्रमण मुक्त कर भविष्य के लिए संरक्षित किया जा रहा है। पिछले चार वर्षों से लगातार मथुरा में दिव्य और भव्य कृष्ण जन्मोत्सव और होली के भव्य आयोजन से इसकी वैश्विक और धार्मिक पहचान और मजबूत हुई है। यह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए सुलभ हुई है। ब्रज तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद का गठन कर सरकार ने मथुरा-वृंदावन ही नहीं पूरे 84 कोस परिक्रमा मार्ग के बीच पड़ने वाली सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व की धरोहरों का सौदर्यीकरण किया गया है। केंद्र सरकार की हृदय योजना का लाभ भी मथुरा-वृंदावन विधानसभा क्षेत्र को मिला है।
श्री शर्मा ने कहा कि 38 करोड़ रूपये की लागत से प्रो पुअर पर्यटन योजना के तहत श्री बांके बिहारी मंदिर की 22 कुंज गलियों व श्री कृष्ण जन्मस्थान के मार्गों का विकास हुआ है। अब योजना में श्री ठाकुर बांके बिहारी जी मंदिर की 23 अन्य कुंज गलियां भी शामिल की गई हैं। जिससे 45 कुंज गलियों का विकास हो रहा है। 23.5 करोड़ रूपये की लागत से श्री कृष्ण जन्मभूमि में रास लीला मंच, कृष्ण लीला के डिजिटल मंचन, पार्क के सौंदर्यीकरण, प्रमुख मार्ग का निर्माण हो रहा है। उन्होंने बताया कि खारे पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए पहली बार शहरवासियों को पीने के लिए गंगा जल उपलब्ध कराया गया है। दिसम्बर 2019 से 25 एमएलडी पानी रोज मिल रहा है। मथुरा-वृन्दावन निगम क्षेत्र में लगभग 1.25 लाख परिवार हैं। करीब 70 हजार परिवारों को गंगाजल मिल रहा है, शेष को ट्यूबवेल व हैंडपम्प के जरिये जलापूर्ति हो रही है। शहर में 93 अन्य नलकूप तैयार हो रहे हैं व पाइप लाइन भी बिछाई जा रही हैं।सभी घरों को नल से जोड़ने के कार्य में वर्ष 2021 के अंत तक 176 किलोमीटर की पाइप लाइन पहले फेज में डल रही है। जिसके 85 किलोमीटर का काम पूरा हो गया है। साथ ही यमुना शुद्धिकरण के लिए इसमें गिरने वाले 35 गंदे नालों की टैपिंग की जा रही है। नालों की टैपिंग, मसानी एसटीपी और ट्रांस यमुना टीटीआरओ प्लांट की 460 करोड़ की लागत से क्षमता बढ़ाकर 79.3 एमएलडी की जा रही है। एसटीपी क्षमता वृद्धि का काम 31 अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा। यमुना शुद्धिकरण की दिशा में 3 करोड़ 35 लाख की लागत से मोक्ष धाम भी बनकर तैयार हो गया है। साधु समाधि और गौ समाधि के लिए भी 21 एकड़ संरक्षित कर फेंसिंग की गई है। नालों की टैपिंग पूरी होने पर यमुना रिवर फ्रंट का कार्य भी होगा। उन्होंने बताया कि बिजली की आपूर्ति व्यवस्था में सुधार के लिए 1165 करोड़ रुपये के बिजली के काम जनपद में किये गए हैं। जिले में 1 लाख 38 हजार घरों को बिजली कनेक्शन, 13 नये सब स्टेशन, 32 की क्षमता वृद्धि, 14320 नये ट्रांसफार्मर लगाने के साथ ही 236 किलोमीटर की अंडरग्राउंड केबलिंग की गई है। मथुरा को आपूर्ति के मामले में वीआईपी स्टेटस भाजपा की सरकार में मिला है। इससे पहले त्योहारों में ही बड़ी मुश्किल से बेहतर आपूर्ति सुनिश्चित हो पाती थी।
श्री शर्मा ने बताया कि अवैध कब्जे के शिकार रहे जवाहर बाग का 16 करोड़ की लागत से सौदर्यीकरण कराया। 103 एकड़ में फैला पार्क अब जॉगिंग ट्रैक, मेडिटेशन एरिया, सूर्य नमस्कार पॉइंट, नक्षत्र वाटिका, नवग्रह वाटिका और पंच वाटिका से सुसज्जित है। इसमें 1.5 किमी का जॉगिंग ट्रैक है। बच्चों के लिये स्केटिंग एरिया है। ओपन जिम और झूले भी हैं। ओपन थिएटर व कैफेटिया होने से यहाँ सांस्कृतिक आयोजन व छोटे निजी कार्यक्रम भी हो सकते हैं। शहर में 150 अन्य छोटे-बड़े पार्कों को भी विकसित किया जा रहा है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि पीएम श्री नरेन्द्र मोदी के आवाहन पर स्वच्छता को लेकर चले व्यापक अभियान का असर दिख रहा है। 1 से 10 लाख आबादी वाले शहरों में मथुरा वृन्दावन निगम क्षेत्र की रैंकिंग 2018 के 428 से बढ़कर 2020 में 39 वीं हो गई है। वृन्दावन में 2.13 करोड़ रुपये की लागत से ऑर्गेनिक वेस्ट से खाद बनाने के विकेंद्रीकृत कंपोस्ट प्लांट और प्लास्टिक कचरे को रिसाइकल करने के एमआरएफ प्लांट शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि शहर के प्रमुख बाजारों को जाम से निजात दिलाने के लिए 20 करोड़ रूपये की लागत से जुबली पार्क एरिया में मल्टी लेवल पार्किंग, ओपन थिएटर का निर्माण हुआ है। यह 325 वाहनों की पार्किंग, 250 स्ट्रीट वेंडर्स, 2000 लोगों के ओपन थिएटर में बैठने की सुविधा से युक्त है। प्राथमिक स्कूल में बच्चों को शुद्ध पेयजल व बीमारियों से रक्षा के लिए विधायक निधि से आरओ प्लांट लगाए गए हैं। स्कूलों को बेंच भी दी गई हैं, बाउंड्रीवाल बनवाई गई है। 122 आरओ प्लांट से 172 स्कूल, स्टेडियम, कॉलेज, कन्या इंटर कॉलेज, कार्यालयों को लाभ मिल रहा है। राज्यस्तरीय व राष्ट्रीय खेल आयोजनों के लिए भी मथुरा तैयार हो रहा है। मथुरा के  स्व. मोहन पहलवान स्पोर्ट्स स्टेडियम, गणेशरा में 89.54 लाख रुपये की विश्वस्तरीय खेल सुविधाओं पर काम चल रहा है, दिसंबर 2021 तक हो जाएगा पूरा। टेनिस कोर्ट, 400 मीटर रनिंग ट्रैक,  फुटबॉल, बैडमिंटन, जैवलिन थ्रो, रेसलिंग स्वीमिंग पुल के खिलाड़ियों के लिए होंगे इंतजाम। के आर डिग्री कॉलेज में भी 15 लाख रुपये के खेल सुविधाओं पर कार्य हुए।  स्कूलों में हॉकी टर्फ भी तैयार होगा। कोरोना से निपटने के लिए 2.40 करोड़ रूपये की विधायक निधि जिला अस्पताल में उपकरण व सुविधाओं के विकास के लिए दी गई। इससे 1.5 टन के ऑक्सिजन का प्लांट, वेंटिलेटर बेड, एक्सरे मशीन व अन्य संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। ऑक्सिजन की पीक मांग से 1.5 गुना आपूर्ति क्षमता के साथ मथुरा जनपद अब इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो गया है। इसके अतिरिक्त आयुष्मान योजना, वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय, उज्ज्वला योजना, किसान सम्मान निधि का लाभ भी सबका साथ- सबका विकास, सबका विश्वास-सबका प्रयास की तर्ज पर बिना भेदभाव के दिलाया जा रहा है।

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