उत्तराखंड समाचार

पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व. श्री प्रकाश पंत के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत

देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विधानसभा में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व. श्री प्रकाश पंत के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि उनकी राजनीति के साथ-साथ समाज सेवा व साहित्य के क्षेत्र में भी विशेष रूचि थी। छात्र जीवन से ही वे राजनीति से जुड़े रहे। 1998 में प्रकाश पंत जी उत्तर प्रदेश विधान परिषद् के सदस्य निर्वाचित हुए। नवगठित राज्य उत्तराखण्ड राज्य के वे अंतरिम विधानसभा के अध्यक्ष रहे। काॅमनवेल्थ देशों में से किसी राज्य का सबसे कम उम्र का विधानसभा अध्यक्ष बनने का गौरव श्री प्रकाश पंत जी को हांसिल हुआ।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि श्री पंत जी ने ‘एक आवाज प्रारब्ध’ कविता संग्रह, ‘मेरी आदि कैलाश यात्रा’ यात्रावृत्त, ‘एक थी कुसुम’ कहानी संग्रह व ‘लक्ष्य’ निबन्ध लिखा। राज्य स्तरीय निशानेबाजी में भी उन्होंने स्वर्ण पदक हांसिल किया। प्रकाश पंत जी केवल राजनेता के तौर पर ही नहीं बल्कि आकर्षक व्यक्तित्व के धनी भी थे। सदन में सबको साथ लेकर चलने की उनकी कुशलता, वित्तीय मामलों का ज्ञान व विपक्ष के हर तीखे वारों का जबाब सरलता से देना उनकी खूबी थी।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि जनसमयाओं व अन्य मामलों को प्रकाश पंत जी बड़ी गम्भीरता से सुनते थे व समस्याओं का समाधान करने का हर सम्भव प्रयास करते थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकाश पंत जी की यादें हमेशा स्मरणीय रहेगी। उनकी कार्यशैली हमेशा हमें कार्य करने की प्रेरणा देती रहेगी।

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