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स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने वेस्‍ट नील वायरस को नियंत्रित करने के लिए सार्वजनिक स्‍वास्‍थ्‍य उपायों की समीक्षा की

नई दिल्ली: मीडिया के एक वर्ग में यह खबर आई है कि केरल के मालापुरम के एक सात वर्ष का बच्‍चा वेस्‍ट नील वायरस (डब्‍ल्‍यूएनवी) से पीडि़त है। वेस्‍ट नील वायरस मच्‍छर जनित बीमारी है और यह बीमारी अधिकतर द्विपीय संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका में पाई जाती है। केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री स्थि‍ति पर नजर रखे हुए हैं। उन्‍होंने स्‍वास्‍थ्‍य सचिव सुश्री प्रीति सूदन के साथ स्थिति की समीक्षा की। उन्‍होंने इस बीमारी की रोकथाम और प्रबंधन में केरल को सभी तरह का समर्थन देने का निर्देश दिया है।

स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण सचिव ने केरल के अपर मुख्‍य सचिव श्री राजीव सदानंदन के साथ स्थिति‍ की समीक्षा की। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने राष्‍ट्रीय बीमारी नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) से  एक बहुविषयी केंद्रीय दल रवाना किया है। इस दल में आर.एच.ओ.त्रिवेन्‍द्रम, डॉ. रुचि जैन, एनसीडीसी के सहायक निदेशक डॉ. सुनित कौर,एनसीडीसी कालीकट के एन्टोमोलॉजिस्‍ट डॉ. ई.राजेन्‍द्रन तथा एनसीडीसी के ईआईएस अधिकारी डॉ. विनय बसु शामिल हैं। केंद्रीय दल बीमारी प्रबंधन में राज्‍य स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारियों को समर्थन देगा।

भारतीय चिकित्‍सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) को भी सतर्क किया गया है और केंद्र तथा राज्‍य स्‍तर पर निगरानी रखी जा रही है। देश के अन्‍य भागों में इस वायरस के फैलने के बारे में की कोई रिपोर्ट नहीं आई है।

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