उत्तर प्रदेश

लॉक डाउन की अवधि में प्रशिक्षकों एवं प्रशिक्षार्थियों को डिजिटल व ऑनलाईन लर्निंग कन्टेंट द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में निर्देश दिये गये

लखनऊ: निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन श्री कुणालु सिल्कू ने कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत लागू लॉक डाउन की अवधि में प्रशिक्षकों एवं प्रशिक्षार्थियों को डिजिटल व ऑनलाईन लर्निंग कन्टेंट द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में समस्त मण्डलीय संयुक्त निदेशक (प्रशि./शिशिक्षु) उ.प्र., निदेशक (प्राविधिक), प्रादेशिक स्टाफ प्रशिक्षण एवं शोध केन्द्र एवं समस्त प्रधानाचार्य राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान उत्तर प्रदेश को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की अवधि में राजकीय व निजी औद्योगिक प्रशिक्षण में कार्यरत प्रशिक्षकों तथा उनमें प्रशिक्षणरत् को ज्ञान प्रदान करने के दृष्टिगत कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा विभिन्न व्यवसायों के डिजिटल व ऑनलाईन लर्निंग कन्टेंट को मंत्रालय की विभिन्न संस्थाओं की वेबसाईट्स पर अपलोड किया गया है।

श्री कुणालु सिल्कू ने बताया कि वेबसाईट ीजजचेरूध्ध्इींतंजेापससेण्हवअण्पद की वेबसाईट पर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के प्रशिक्षकों व प्रशिक्षार्थियों हेतु वीडियो लेक्चर्स, प्रश्न बैंक, मॉक टेस्ट तथा ई-लर्निंग क्न्टेंट उपलब्ध है, जिन्हें इस वेबसाईट पर किसी प्रशिक्षक व प्रशिक्षार्थी द्वारा पंजीकरण कर उपयोग में लाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि उक्त समस्त कन्टेंट मोबाईल प्लेटफार्म पर भी उपलब्ध है, जिन्हें गूगल प्लेस्टोर पर ठींतंज ैापससे के नाम से सर्च करने के पश्चात स्मार्ट मोबाईल फोन में इंस्टाल करने के पश्चात दिये गये निर्देशों को पूर्ण करते हुए उपयोग में लाया जा सकता है।
निदेशक प्रशिक्षण एवं सेवायोजन ने बताया कि ीजजचेरूध्ध्दपउपवदसपदमंकउपेेपवदण्पदध््रववउध् निमी द्वारा अपनी वेबसाईट पर प्रशिक्षकों हेतु वेबिनार तथा प्रशिक्षार्थियों हेतु सजीव वर्चुअल कक्षाओं को संचालित किया जा रहा है, जिनर्में ववउ ।चचसपबंजपवद के द्वारा प्रतिभाग किया जा सकता है। वर्चुअल कक्षायें रिकार्डिंग मोड में भी उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि वेबसाईटस/वेब एप्लीकेशन्स को उपयोग मे लाते हुए प्रशिक्षण कार्यों को प्रगतिमान रखा जा सकता है, जिससे कि लॉक डाउन की अवधि मे प्रशिक्षार्थियों को लाभ प्रदान कराया जा सके।
श्री कुणालु सिल्कू ने बताया कि समस्त प्रशिक्षण सम्बन्धी कार्य ई-लर्निंग कन्टेन्ट शिल्पकार अनुदेशक प्रशिक्षण योजनान्तर्गत संचालित व्यवसायों हेतु भी उपलब्ध हैं, जिन्हे प्रादेशिक स्टाफ प्रशिक्षण एवं शोध केन्द्र, अलीगंज, लखनऊ में संचालित सी.आई.टी.एस. पाठ्यक्रमों हेतु तैयार किया गया है। उन्होंने समस्त मण्डलीय संयुक्त निदेशक (प्रशि./शिशिक्षु) उ.प्र., निदेशक (प्राविधिक), प्रादेशिक स्टाफ प्रशिक्षण एवं शोध केन्द्र एवं समस्त प्रधानाचार्य राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान उत्तर प्रदेश को निर्देशित किया है कि उक्त में वर्णित वेबसाईट्स/ मोबाईल एप्लीकेशन्स के माध्यम से प्रशिक्षणकों एवं प्रशिक्षार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान कराया जाना सुनिश्चित करें। समस्त मण्डलीय संयुक्त निदेशक (प्रशि./शिशिक्षु) द्वारा सुनिश्चित किया जाये कि ई-लर्निंग कन्टेन्ट का उपयोग निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के प्रशिक्षकों व प्रशिक्षार्थियों द्वारा किया जा रहा है। इसके साथ-साथ यह भी सुनिश्चित किया जाये कि प्रशिक्षकों हेतु वेबिनार सर्वप्रथम संयुक्त निदेशक (प्रशि./शिशिक्षु)/निदेशक (प्राविधिक) के निर्देशन में पूर्ण किये जायें, जिसके पश्चात समस्त प्रशिक्षक अपने प्रशिक्षार्थियों की वर्चुअल क्लास बनाकर उन्हे सम्बन्धित मोबाईल एप्लीकेशन पर प्रशिक्षण प्रदान करें।

Related Articles

Back to top button