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जल संरक्षण में लोगों की भागीदारी बढ़ाएगा ‘जलदूत’: प्रकाश जावड़ेकर

नई दिल्ली: केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन और सूचना और प्रसारण मंत्री, श्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज कहा कि  ‘जलदूत’ एक अनोखी पहल है। यह जल संरक्षण का संदेश जन-जन पहुंचाएगा। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत  क्षेत्रीय आउटरीच ब्यूरो, पुणे द्वारा आयोजित यात्रा प्रदर्शनी ‘जलदूत’ को हरी झंडी दिखाने के बाद श्री जावड़ेकर ने कहा कि जलदूत अगले 2 महीनों में महाराष्ट्र के 8 जिलों का दौरा करेंगे और वे पिछले 100 दिनों में सरकार द्वारा किए गए कार्यों के बारे में लोगों को जानकारी भी देगें। यह प्रदर्शनी सरकार द्वारा किये गए निर्णायक कार्यों और दमदार पहलों को उजागर करती है।

जलदूत की यात्रा पुणे, अहमद नगर, नासिक, जलगांव, बुलढाणा, अमरावती और सोलापुर जिलों से होकर गुजरेगी। श्री जावड़ेकर ने आगे कहा कि मोदी सरकार ने जल संरक्षण को प्राथमिकता दी है। इसी क्रम में सरकार ने एक नया मंत्रालय जलशक्ति का गठन किया ताकि देश में जल की कमी न होने पाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार 2024 तक हर घर को पानी उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर श्री जावड़ेकर ने प्रतिभागियों को स्वच्छ्ता की शपथ दिलाई। श्री जावड़ेकर ने इसकी तैयारी के लिए प्रदर्शनी की सराहना भी की।

इस अवसर पर सांसद श्री गिरीश बापट, सांसद श्रीमती सुप्रिया सुले, क्षेत्रीय आउटरीच ब्यूरो के महानिदेशक श्री सत्येन्द्र शरण, पत्र सूचना कार्यालय के पश्चिमी क्षेत्र के  महानिदेशक श्री आर. एन. मिश्रा  एडीजी, श्री डी. जे. नारायण आरओबी पुणे के संयुक्त निदेशक श्री संतोष अजमेरा एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

जलदूत: पृष्ठभूमि

  • माननीय प्रधानमंत्री ने ‘जनशक्ति से जलशक्ति’ अभियान पर अभियान शुरू किया है। इसके तहत स्वच्छ भारत मिशन की तर्ज पर जल संरक्षण के लिए लोगों को जोड़ते हुए एक जन-आंदोलन शुरू करना है ताकि भविष्य के लिए जल बचाया और सुरक्षित रखा जा सके।
  • देश में बढ़ते जल संकट से निपटने के लिए भारत सरकार ने जलशक्ति अभियान को शुरू किया है। यह एक जल संरक्षण अभियान है जो देश भर में 256 जिलों के 1592 दबावग्रस्त ब्लॉकों पर केंद्रित है।
  • आरओबी का क्षेत्रीय आउटरीच ब्यूरो महाराष्ट्र एवं गोवा क्षेत्र के लिए अपने मुख्यालय पुणे के साथ भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन है। यह केंद्र सरकार की विभिन्न आउटरीच गतिविधियों एवं विकास संचार जरूरतों की देखभाल करता है।
  • एमएसआरटीसी (महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम) के सहयोग से आरओबी जलदूत अभियान शुरू कर रहा है। आरओबी ने जलदूतः जलशक्ति अभियान पर यात्रा प्रदर्शनी के लिए एक बस को खास तौर पर डिजाइन किया है। इस प्रदर्शनी में विभिन्न सूचनाओं के साथ डिस्प्ले पैनल और ऑडियो-विजुअल उपकरण लगाए गये हैं। इस बस के साथ यात्रा कर रहे संगीत एवं नाटक प्रभाग के सांस्कृतिक दल और कलाकार सरकार की पहल के बारे में जागरूकता पैदा करेंगे।
  • इसके तहत विभिन्न जगहों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में प्रतियोगित, रैली, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि शामिल है जो जल संरक्षण प्रयासों पर जागरूकता पैदा करने पर केन्द्रित होंगे।

जलशक्ति अभियान इन पांच प्रमुख पहलुओं पर केंद्रित है:

  • जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन
  • पारंपरिक एवं अन्य जल भंडारों का नवीनीकरण
  • जल का पुन: उपयोग और संरचनाओं का पुनर्भरण
  • वाटरशेड का निर्माण
  • वन लगाने पर जोर

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