उत्तर प्रदेश

अखिलेश दास की तरह जनसेवा में सक्रिय है उनके सुपुत्र विराज सागर दास

लखनऊ: ठंड की रातें गरीबों के लिए बहुत भारी पड़ती हैं, उन्हे तलाश रहती है किसी ऐसे मसीहा की जो आकर उनको ठंड से बचा सके। ठिठुरते हुए रात न गुजारनी पड़े। बहुत से गरीब ठंड की रातों में खुले आसमान के नीचे कांपते ठिठुरते हुए रात बिताने के लिये मजबूर रहते हैं। हालांकि ऐसे कई लोग हैं जो गरीबों की पीड़ा को समझते हुए नेक कार्य के लिए आगे आते हैं और गर्म कपड़े, कंबल के वितरण व अलाव आदि की व्यवस्था कर लोगों को मानव सेवा के लिए प्रेरित करते हैं।

लखनऊ शहर में पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास मानव सेवा में सदैव सक्रिय रहते थे। आज उनके सुपुत्र बीबीडी ग्रुप के चेयरमैन व अखिलेश दास फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री विराज सागर दास अपने पिता के पद चिन्हों पर चलकर जनसरोकार व मानव सेवा में पूरी तन्यमता के साथ जुड़े हुए। गर्मियों में मिष्ठान के साथ लगने वाले उनके प्याऊ राहगीरों की प्यास बुझाते रहते है तो कोरोना काल मे जब हर तरफ अफरा—तफरी की हालत थी तब वह गम्भीरता व शांतभाव से मरीजों को घर से अस्पताल पहुचाने में एम्बुलेंस उपलब्ध कराते नजर आते आते थे,संक्रमितों व उनके परिजनों को भोजन की व्यवस्था के साथ मोहल्ले—मोहल्ले गली— गली सैनिटाइजर कराने में उनकी सक्रियता देखते बनती थी। वही भीषण ठंड से बचने के लिये शहर के हर गली मोहल्ले चौराहे पर अखिलेश दास फाउंडेशन के अलाव लोगो को ठंड से बचाव में बड़ी भूमिका अदा कर रहे है। शहर में नरही, बालागंज, चिनहट, कपूरथला की मजदूर मंडी हो या बस स्टेशन या रेलवे स्टेशन, मेडिकल कालेज,ई ब्लाक राजाजीपुरम्, थड़ी राजाजीपुरम्, राजाजीपुरम् कुंवरज्योति प्रसाद वार्उ, मराउ टोला राजाजीपुरम्, पथरकटा कैम्पवेल रोड, सआदतगंज मझली मण्डी,सतखण्डा हुसेैनाबाद, शाह पैलेश नैपियर कालोनी, उदयगंज चौहारा राजू पान भण्डार, जनता टेंट हाउस, चारबाग स्टेशन कुली अड्डा,राजेन्द्र नगर संघ भवन दुर्गा मंदिर के पास, जानकीपुरम् इंजीनियरिंग कालेज चौराहा, कपूरथला चौराहा शिव चौराहा शिव मंदिर, आईटी चौराहा, मनकामेश्वर मंदिर,डालीगंज पुल पर, हनुमान सेतु पुल, वीवीआईपी गेस्ट हाउस, सिविल हास्पिटल, न्यू बस्ती आकाशवाणी, सरकारी अस्पताल हो निजि नर्सिंग होम आपको हर तरफ अखिलेश दास फाउंडेशन और विराज सागर दास की ठंड से गरीबो राहगीरों को राहत देने के प्रयास नजर आएंगे।

अखिलेश दास फाउंडेशन के विराज सागर दास के पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास मौसम परिवर्तन के साथ गरीबो के लिये समय पूर्व योजना बनाकर काम शुरू करते थे उनके पदचिन्हों पर आज उनके सुपुत्र चलकर जनसेवा के पुनीत कार्यो में जुटे रहते है उनका कहना है कि मेरे ह्रदय को प्रसन्नता होती है जब हम अपने परिवार या पिता के पदचिन्हों व परम्पराओ का अनुशरण कर जनसरोकार के कार्यो में सहभागी बनते है।

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