उत्तर प्रदेश

मण्डी परिषद को अपनी सम्पत्तियों का प्रभावी इस्तेमाल करते हुए अपने आय के स्रोत बढ़ाने चाहिए

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद के संचालक मण्डल की 158वीं बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर संचालक मण्डल द्वारा मण्डी शुल्क कम करने पर विमर्श के उपरान्त डेढ़ (1.5) प्रतिशत मण्डी शुल्क तथा आधा (1/2) प्रतिशत विकास शुल्क चार्ज करने का निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री जी के समक्ष राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद के निदेशक श्री जे0पी0 सिंह ने बैठक की कार्यसूची प्रस्तुत की। इस अवसर पर 09 जनवरी, 2020 को आयोजित परिषद की 157वीं बैठक की कार्यवाही की पुष्टि की गई तथा लिए गए निर्णयों की अनुपालन आख्या प्रस्तुत की गई। बैठक में संचालक मण्डल के समक्ष कुल 22 प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए, जिनमें मण्डी परिषद के लिए वित्तीय वर्ष 2019-2020 हेतु पुनरीक्षित आय-व्ययक अनुमान, वित्तीय वर्ष 2020-2021 के आय-व्ययक का अनुमान इत्यादि शामिल थे। इस अवसर पर राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद की ओर से चीफ मिनिस्टर रिलीफ फण्ड हेतु 51 लाख रुपए का चेक भेंट किया गया।
बैठक को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस समय बाजार में जैविक उत्पादों की बहुत मांग है और इनकी अच्छी कीमत मिल रही है। किसानों को जैविक फसलें उगाने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ इनकी प्रभावी मार्केटिंग करने की भी व्यवस्था की जाए। जैविक कृषि के लिए क्षेत्रों का चुनाव कर कृषकों को इसके लिए प्रेरित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मण्डी परिषद को अपनी सम्पत्तियों का प्रभावी इस्तेमाल करते हुए अपने आय के स्रोत बढ़ाने चाहिए। मण्डी परिषद को नये आय स्रोत सृजित करना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मण्डी परिषद क्षेत्र में आने वाले व्यापारियों, किसानों इत्यादि की सुविधा के लिए सस्ती किचन व्यवस्था लागू करनी चाहिए। मण्डी परिषद को अपनी जमापूंजी का तर्कपूर्ण इस्तेमाल करते हुए इसे सुरक्षित रखना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज प्रतिस्पर्धा का दौर है। इसमें वही सर्वाइव कर पाएगा, जो कम्पीट कर सकेगा। उन्होंने मण्डियों में टेस्टिंग लैब्स स्थापित करने पर विचार करने के लिए कहा। इसके सम्बन्ध में आवश्यक एम0ओ0यू0 साइन किए जाएं। उन्होंने कर संग्रह करने के साथ-साथ लीकेजेज़ रोककर मण्डी परिषद को अपनी आय बढ़ाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में मण्डी परिषद नये-नये प्रयोगों के लिए तैयार हो।
बैठक में कृषि विपणन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री श्रीराम चैहान, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, प्रमुख सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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