उत्तर प्रदेश

मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में लोगों की जांच: अमित मोहन प्रसाद

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रत्येक स्तर पर पूरी सावधानी व सतर्कता बरतना आवश्यक है। इसके दृष्टिगत उन्होंने सभी स्थानों पर सोशल डिस्टंेसिंग का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रभावी पेट्रोलिंग करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए। उन्होंने कहा है कि भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के क्रम में धर्म स्थलों को खोले जाने से पूर्व प्रशासन व पुलिस के अधिकारीगण धर्म स्थलों के प्रबन्धन से जुड़े लोगों से संवाद बनाते हुए उन्हें सभी सावधानियां सुनिश्चित करने की जानकारी दें। प्रत्येक धर्म स्थल पर सेनिटाइजर, इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स आॅक्सीमीटर की व्यवस्था रहनी चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि धर्म स्थल के अन्दर एक बार में पांच से अधिक श्रद्धालु न हों। धर्म स्थल में प्रतिमा अथवा धार्मिक ग्रन्थों को कोई भी स्पर्श न करे। धर्म स्थलों के परिसर में श्रद्धालु जूता-चप्पल पहनकर न जाएं। जूता-चप्पल रखने के लिए धर्म स्थल की व्यवस्था से जुड़े लोग इस सम्बन्ध में समुचित इन्तजाम करें। उन्होंने कहा कि यह उचित होगा कि लोग यथा-सम्भव अपने वाहन आदि में जूता-चप्पल उतारने के बाद ही धर्म स्थल की ओर प्रस्थान करें।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन को संचालन की स्थिति में रखा जाए। क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन को सेनिटाइज करके रखा जाए, ताकि आवश्यकतानुसार इनका उपयोग किया जा सके। कामगारों/श्रमिकों को राशन किट तथा 01 हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता दिया जाए। उन्होंने इन समस्त व्यवस्थाओं की नियमित माॅनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि संक्रमित को समय पर समुचित उपचार उपलब्ध कराना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देशित किया है कि वे समस्त मण्डलायुक्तों तथा जिलाधिकारियों से प्रतिदिन सीधे संवाद कर कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखें। उन्होंने कहा है कि अस्पतालों में रोगियों को पीने के लिए गुनगुना पानी उपलब्ध कराया जाए। एल-1 कोविड अस्पतालों में आॅक्सीजन तथा एल-2 श्रेणी के कोविड चिकित्सालयों में आॅक्सीजन तथा वंेटीलेटर की व्यवस्था अवश्य हो। चिकित्सालयों में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था पर बल देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि बेड शीट आदि नियमित रूप से बदली जाए। डाॅक्टरों तथा नर्सिंग स्टाफ द्वारा नियमित राउण्ड लिया जाए। रोगियों को शुद्ध एवं सुपाच्य भोजन उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने संक्रमित मरीजों की रिकवरी की गति तथा दर को बढ़ाने के लिए सभी सम्भव उपाय किए जाने के निर्देश दिए हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि बेहतर चिकित्सा व्यवस्था के साथ-साथ जागरूकता तथा सर्विलांस को प्रभावी बनाते हुए प्रदेश सरकार को संचारी रोग से होने वाली मृत्यु की दर में उल्लेखनीय गिरावट लाने में सफलता मिली है। प्रदेश सरकार ने कोविड अस्पतालों में उपचार की व्यवस्था को सुदृढ़ किया है। कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए यह भी आवश्यक है कि लोग इसके बचाव के सम्बन्ध में जागरूक तथा सजग रहें। उन्होंने निगरानी समितियों को सक्रिय रखते हुए सर्विलांस सिस्टम को प्रभावी बनाए रखने के निर्देश भी दिए है। उन्होंने कहा है कि आशा वर्कर से निरन्तर संवाद बनाए रखकर इन्हें प्रोत्साहित किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने औद्योगिक गतिविधियों में वृद्धि के लिए तेजी से प्रयास करने का निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ाकर रोजगार के अधिकाधिक अवसर सृजित किए जा सकते हैं। उद्यमियों को ऋण उपलब्ध कराने के लिए एम0एस0एम0ई0 सेक्टर के आॅनलाइन स्वरोजगार संगम जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाए। उन्होंने उद्योग बन्धु, पिकप आदि संस्थाओं को उद्योगों के संचालन की अनुकूल परिस्थितियां सृजित करने के सम्बन्ध में प्रभावी प्रयास करने के निर्देश भी दिए हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि प्रदेश वापस लौटे कामगारों/श्रमिकों को प्रधानमंत्री जी के विशेष आर्थिक पैकेज के माध्यम से लाभान्वित करने के लिए कार्यवाही की जाए। इस आर्थिक पैकेज का रेहड़ी तथा खोमचे वालों को भी लाभ दिया जाय। उन्होंने एवं एम0एस0एम0ई0 सेक्टर को उपलब्ध कराए जा सकने वाले ऋण एवं अन्य लाभ के सम्बन्ध में राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक आहूत करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रधानमंत्री जी के विशेष आर्थिक पैकेज के माध्यम से प्रदेश को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के लिए सभी जरूरी प्रयास करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि कामगारों/श्रमिकों को ग्रामीण इलाकों में संचालित विभिन्न विभागीय योजनाओं में नियोजित करने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा है कि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से कामगारों/श्रमिकों को उपलब्ध कराए जा सकने वाले रोजगार की मैपिंग करते हुए, इसे लागू करने की कार्य योजना तैयार की जाए। जिन जनपदों में विभिन्न राज्यों से वापस लौटे कामगारों/श्रमिकों की संख्या 25 हजार या उससे अधिक है, वहां स्किल मैपिंग कार्य तेजी से पूरा किया जाए। उन्होंने प्रदेश वापस लौटे कामगारों/श्रमिकों के साथ-साथ निर्माण श्रमिकों, स्ट्रीट वेंडरों तथा एम0एस0एम0ई0 इकाइयों के श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा के लिए एक प्रभावी योजना बनाने के निर्देश भी दिए हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कामगारों/श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए एक पोर्टल तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्हांेने कहा है कि औद्योगिक इकाइयों के अलावा विभिन्न सरकारी विभागों तथा संस्थानों, जहां कामगारों/श्रमिकांे की जरूरत हो, वहां इन्हें रोजगार देने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने विभिन्न राज्यों हेतु नामित नोडल अधिकारी अपने से सम्बन्धित राज्य की सरकारों से सम्पर्क कर उन राज्यों से वापसी के इच्छुक लोगों की सूची प्राप्त करने के निर्देश भी दिए हैं, ताकि ट्रेनों की व्यवस्था की जा सके। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि डिजिटल पेमेंट सुविधाजनक होने के साथ-साथ वर्तमान परिस्थितियों में भी उपयोगी है। यह सुविधा ज्यादा से ज्यादा लोग अपनाएं, इसके लिए एक कार्य योजना बनाई जाए। उन्होंने कहा कि रेहड़ी, खोमचे वालों को भी डिजिटल बैंकिंग से जोड़ने का कार्य किया जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि मण्डियों में संक्रमण से बचाव के लिए पूरी सतर्कता बरतते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि वहां सेनिटाइजर की व्यवस्था अवश्य हो। उन्होंने आम के निर्यात के लिए सभी सम्बन्धित विभागों तथा संस्थाओं को बैठक कर प्रभावी कार्य योजना तैयार करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा है कि गोवंश के लिए हरे चारे की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि धारा 188 के तहत 62,615 एफआईआर दर्ज करते हुये 1,72,372 लोगों को नामजद किया गया है। प्रदेश में अब तक 56,97,025 वाहनांे की सघन चेकिंग में 51,446 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 25,68,61,536 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 2,86,198 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 888 लोगों के खिलाफ 680 एफआईआर दर्ज करते हुए 316 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि फेक न्यूज के तहत अब तक 1368 मामलों को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की गई है। 05 जून को कुल 12 मामले, जिनमें ट्विटर के 09, फेसबुक के 03 मामले को संज्ञान में लिया गया हंै तथा साइबर सेल को आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित। 05 जून तक ट्वीटर के 79, फेसबुक के 77, टिकटाॅक के 47 तथा व्हाटसएप के 01 एकाउण्ट कुल 204 एकाउण्ट्स को ब्लाॅक किया जा चुका है। अभी तक कुल 50 एफआईआर पंजीकृत कराई गई है। विभिन्न जनपदों में 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 1658 हाॅट स्पाॅट के 679 थानान्तर्गत 9,33,789 मकानों के 51,26,274 लोगों को चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की 93,618 औद्योगिक इकाइयों में से 86,713 इकाइयों द्वारा रु0 1819.38 करोड़ के वेतन का वितरण किया जा चुका है। निर्माण कार्यों से जुडे़ 17.95 लाख श्रमिकों, नगरीय क्षेत्र के 8.83 लाख श्रमिकों तथा ग्रामीण क्षेत्रों के 6.63 लाख निराश्रित व्यक्तियों को रु0 1,000-1,000ध्- के आधार पर कुल 33.41 लाख लोगों को 334.11 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
श्री अवस्थी ने बताया कि देश में सबसे अधिक कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिण के राज्यों से भी हम अपने कामगारों/श्रमिकों को प्रदेश में लाने में सफल हुए हैं। प्रदेश में अब तक 1671 टेªन के माध्यम से 22.69 लाख से अधिक कामगार एवं श्रमिक को लाये जाने की व्यवस्था की गई है, इनमें से अब तक 1618 टेªन से 21.87 लाख से अधिक लोगों को प्रदेश में लाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि टेªन एवं बसों के माध्यम से अब तक 26.26 लाख से अधिक लोगों को उनके गृह जनपद में सकुशल पहंुचाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि विभिन्न माध्यमों से अभी तक 32 लाख से अधिक श्रमिक कामगार प्रदेश में आये हैं। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में अब तक 275 टेªन से 3,53,062 कामगार एवं श्रमिक आये हैं। लखनऊ में 116 टेªन के माध्यम से 1,50,799 लोग आए हैं। वाराणसी में 119, आगरा में 11, कानपुर में 17, जौनपुर में 139, बरेली में 12, बलिया में 71, प्रयागराज में 64, रायबरेली में 22, प्रतापगढ़ में 75, अमेठी में 17, मऊ में 49, अयोध्या में 37, गोण्डा में 71, उन्नाव में 28, बस्ती में 88 टेªन जबकि आजमगढ़ में 43, कन्नौज में 03, गाजीपुर में 33, बांदा में 21, सुल्तानपुर में 28, बाराबंकी में 12, सोनभद्र में 04, अम्बेडकरनगर में 25, हरदोई में 20, सीतापुर में 13, फतेहपुर में 09, फर्रूखाबाद में 02, कासगंज में 09, चंदौली में 17, इटावा मेें 01, मानिकपुर (चित्रकूट) में 01, एटा में 01, जालौन में 02, रामपुर में 01, शाहजहांपुर में 01, अलीगढ़ में 06, भदोही में 04, मिर्जापुर में 11, देवरिया में 103, सहारनपुर में 04, चित्रकूट में 03, बलरामपुर में 19, मुजफ्फरनगर में 01, लखीमपुर खीरी में 01, महोबा में 01, झांसी में 05, पीलीभीत में 01, महाराजगंज में 01 एवं कौशांबी में 01 टेªन आ चुकी हैं। मुरादाबाद, मेरठ, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, कुशीनगर, हमीरपुर, बहराइच, में भी टेªन आ रही हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 530 ट्रेन से 7,76,489 लोग, महाराष्ट्र से 440 टेªन से 5,94,349 लोग, पंजाब से 234 टेªन से 2,75,335 कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। इसके साथ ही तेलंगाना से 23, कर्नाटक से 58, केरल से 16, आन्ध्र प्रदेश से 11, तमिलनाडु से 40, मध्य प्रदेश से 02, राजस्थान से 36, गोवा से 21, दिल्ली से 98, छत्तीसगढ़ से 01, पश्चिम बंगाल से 04, उड़ीसा से 01 टेªन, असम से 01 टेªन, त्रिपुरा से 01 टेªन, हिमाचल प्रदेश से 04 टेªन, उत्तराखण्ड से 04, जम्मू-कश्मीर से 02 तथा उत्तर प्रदेश से 91 टेªन के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कामगारों/श्रमिकों को पहुंचाया गया है।
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि कल अब तक की एक दिन में सबसे अधिक 12,589 सैम्पल की कोरोना जांच की गयी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 75 जनपदों में 3828 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 5648 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। आइसोलेशन वार्ड में 4765 मरीजों को जबकि 8963 मरीजों को फैसलिटी क्वारंटीन में रखा गया है। उन्होंने बताया कि कल 1203 पूल टेस्ट किये गयेे, जिसमें से 1036 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 167 पूल 10-10 सैम्पल के थेे।
श्री प्रसाद ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किये गये नये हेल्पलाइन नं0- 18001805146 पर आशा वर्कर्स, ए0एन0एम0, आंगनबाड़ी एवं प्राइवेट मेडिकल स्टोर के फार्मासिस्ट द्वारा लोगों में खांसी एवं बुखार आदि के लक्षण पाये जाने पर हेल्पलाइन नं0 पर जानकारी दी जायेगी। इनके द्वारा दी गयी जानकारी के आधार पर खांसी या बुखार आदि के लक्षण पाये जाने पर लोगों को ट्रैक किया जायेगा। उन्होेंने बताया कि गांव एवं मोहल्लों में मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा घर-घर जाकर बाहर से आने वाले लोगों के सैम्पल लिये जायेंगे। आशा वर्कर्स द्वारा कामगारों/श्रमिकों के घर पर जाकर सम्पर्क कर उनके लक्षणों का सर्वेक्षण किया जा रहा है। जिसके आधार पर आवश्यकतानुसार कामगारों/श्रमिकों का सैम्पल इकट्ठा कर जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 12,80,833 कामगारों/श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया, जिनमें से 1163 लोगों में कोरोना जैसे लक्षण पाये गये हैं। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक सर्विलांस टीम द्वारा 82,12,555 घरों के 4,17,35,408 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है।

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