देश-विदेश

Muharram 2021: पीएम मोदी ने पैगंबर हजरत इमाम हुसैन की शहादत को किया याद , बोले- उन्होंने सामाजिक समानता पर बहुत बल दिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को आशुरा के दिन पैगंबर मोहम्मद के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद किया और कहा कि उन्होंने शांति और सामाजिक समानता पर बहुत बल दिया. प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ”हम हजरत इमाम हुसैन (एएस) के बलिदान को याद करते हैं और उनके साहस के साथ ही न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का स्मरण करते हैं. उन्होंने शांति और सामाजिक समानता को बहुत महत्व दिया.”

गौरतलब है कि इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना मुहर्रम का होता है. मुहर्रम के 10वें दिन को आशुरा का दिन कहा जाता है. इसी दिन इमाम हुसैन और उनके साथी शहीद हुए थे. इस वजह से मुहर्रम का पूरा महीना गम का महीना माना जाता है.

72 शहीदों की शहादत को याद करते हुए मनाया जाता है मातम

इस दिन हजरत इमाम हुसैन सहित कर्बला के 72 शहीदों की शहादत को याद करते हुए मातम मनाया जाता है. इस दिन शिया मुसलमान हुसैन की याद में मातम करते हैं और काले कपड़े पहनकर जुलूस निकालते हैं. इसके साथ ही इमाम हुसैन के इंसानियत के पैगाम को लोगों तक पहुंचाते हैं. हालांकि इस बार कोरोना के खतरे को देखते हुए यूपी, बिहार और झारखंड समेत तमाम राज्यों ने मुहर्रम को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी थीं और ताजिया व अलम सार्वजनिक रूप से स्थापित करने की बजाय घरों में स्थापित करने के निर्देश दिए थे.

10 दिनों के रोजे रखते हैं कई लोग

कई लोग इस माह में पहले 10 दिनों के रोजे रखते हैं. जो लोग पूरे 10 दिनों को रोजे नहीं रख पाते, वो 9वें और 10वें दिन रोजे रखते हैं. इस दिन पूरे देश में शिया मुसलमानों की अटूट आस्था का समागम देखने को मिलता है. जगह-जगह पानी के प्याऊ और शरबत की शबील लगाई जाती है. लोगों को इंसानियत का पैगाम दिया जाता है. इसी महीने में पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब, मुस्तफा सल्लाहों अलैह व आलही वसल्लम ने पवित्र मक्का से पवित्र नगर मदीना में हिजरत किया था.

(भाषा से इनपुट)

Related Articles

Back to top button