उत्तर प्रदेश

प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में 16 स्वैच्छिक संस्थाओं के साथ नाॅन फाइनेंशियल एम0ओ0यू0 निष्पादित

लखनऊ: वर्तमान में बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में 16 स्वैच्छिक संस्थाओं के साथ नाॅन फाइनेंशियल एम0ओ0यू0 निष्पादित किये गये हैं । इन संस्थाओं द्वारा 72 जनपदो मंे कार्य किया जा रहा है, तथा 400 से अधिक अपने मानव संसाधनों को जनपद़ों में सहयोग हेतु तैनात किया गया है, जो जनपद/विकास खण्ड स्तर पर अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं। जनपद स्तर पर कार्य कर रहीं स्वैच्छिक संस्थाओं के साथ बेसिक शिक्षा मंत्री श्री सतीश चन्द्र द्विवेदी जी द्वारा आज दिनाॅंक 08.07.2020 को एक बैठक राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद, उ0प्र0,लखनऊ के सभाकक्ष में आयोजित की गयी। बैठक में स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों का प्रस्तुतीकरण किया गया।
आईपीई ग्लोबल सी.के.डी नई दिल्ली उ0प्र0 द्वारा अवगत कराया गया है कि उनके द्वारा 08 जनपदों में कक्षा-1 से 8 तक डिजीटल तकनीक के द्वारा छात्रों और अध्यापकों की क्षमतासंवर्धन पर तकनीकी सहयोग दिया जा रहा है। उसके साथ में टीचर प्रशिक्षण कार्यक्रम के डिजीटलीकरण पर शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। संस्था द्वारा 140 स्कूलों में लैपटाप, कम्प्यूटर 45 केयाॅन डिवाइस, 05 मास्टर डिवाइस उपलब्ध कराये जाने की योजना है। इसके साथ ही साथ 700 स्कूलों में रु0 2000 की कन्टेंजेन्सी उपलब्ध करायी गयी है।
रूम टू रीड संस्था द्वारा यह अवगत कराया गया कि वाराणसी के 08 ब्लाकों में उनके द्वारा 500 स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता संवर्धन के लिए कार्य किया जा रहा है। प्रथम फाउण्डेशन द्वारा भी अपने द्वारा किये जा रहे कार्यों का प्रस्तुतीकरण किया गया और यह बताया गया कि उनके द्वारा अभिभावकों के साथ मीटिंग आदि की जाती है तथा प्रधानों आदि के साथ भी सम्पर्क स्थापित कर बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में काम किया जा रहा है।
श्री औरोविन्दों सोसायटी द्वारा यह अवगत कराया गया कि उ0प्र0 कें 146 अध्यापकों को सम्मानित किया गया हैं। आॅनलाइन शिक्षा प्रणाली के माध्यम से छात्रों में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाया जा रहा है, इसमें कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को सम्मिलित किया गया है। बच्चों को टी0एल0एम0 के माध्यम से भी पढ़ाया जा रहा है।
सम्पर्क फाउण्डेशन द्वारा अपने द्वारा किये जा रहे कार्यों की चर्चा की गयी इनके यह अवगत कराया गया कि शिक्षा में गुणवत्ता की दृष्टि से इनके द्वारा मैटेरियल तैयार किया गया है। इनके द्वारा कक्षा-2 में अध्ययनरत गणित के बच्चों के गणित विषय में सुधार के लिए गणित की किट तैयार की गयी है। शिवनादर फाउण्डेसन द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों का प्रस्तुतीकरण किया गया इनके द्वारा 06 जिलों में कार्य किया जा रहा है । शिक्षकों को प्रशिक्षित कर उनकि क्षमता संम्बर्धन तथा वाट्सअप ग्रुप के माध्यम से अभिभावकों के साथ सम्पर्क स्थापित किया जाता है।
फाउण्डेशन फाॅर एजूकेट-गल्र्स ग्लोबली द्वारा यह अवगत कराया गया कि इनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में प्रभावी कार्य किया जा रहा है। इनका उ0प्र0 में 190 का स्टाफ है और 500 गाॅवों में कार्य करने की योजना है। इनके द्वारा यह आकलन किया जाता है कि कितने बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं तथा स्कूल जाने के लिए पे्ररित किया जाता है। इनकी संस्था बालिका शिक्षा को बढ़ाने पर भी कार्य कर रही है।
फोस्टर एण्ड फोर्ज फाउण्डेसन द्वारा अपने संस्था द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी गयी तथा यह अवगत कराया गया कि इनकी संस्था का उद्देश्य प्रोगे्रस है। इनकी संस्था द्वारा इस पर विचार किया जा रहा है।
हैसलफ्रे फाउण्डेसन द्वारा यह अवगत कराया गया कि इनकी संस्था शिक्षा में विशेष योगदान दे रही है। इनकी संस्था उ0प्र0 के 08 जिलों में कार्य कर रही है। उक्त संस्था जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से सम्पर्क कर अध्यापकों को प्रशिक्षित करने का कार्य किया जा रहा है। इनके द्वारा कक्षा 6 से 8 तक के लिए कार्य किया जा रहा है।
बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा बेसिक शिक्षा के अंतर्गत कार्य कर रही सभी संस्थाओं के कार्य की सराहना की गयी तथा मंत्री जी द्वारा सभी संस्थाओं से उनकी कठिनाइयों तथा जनपद स्तर पर कार्यों में आ रही समन्वय संबंधी समस्याओं के बारे में भी चर्चा कर उनका निराकरण के संबंध में चर्चा की गयी। अभिभावकों एवं बच्चों में शिक्षा के प्रति रूचि उत्पन्न करने हेतु ई-पाठशाला एवं दीक्षा पोर्टल से एडाप्शन बढ़ाने हेतु प्रयास किये जा रहे है, जिसका अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जाय।

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