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सरकार निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में सुधार के साथ नागरिकों, शिक्षाविदों और उद्योग के बीच ऑबजर्वेटरी के माध्यम से बेहतर समन्वय स्थापित करेगी: हरदीप पुरी

नई दिल्ली: आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), श्री हरदीप एस पुरी ने कहा है कि शहरों के डेटा स्मार्ट समाधानों को लागू करने की प्रक्रिया के शुभारंभ के साथ ही शहरी परिवर्तन की दिशा में डेटा एक महत्वपूर्ण परिसंपत्ति और डेटा संचालित शासन में सक्षम हो जाता है। अत्याधुनिक इंडिया अर्बन ऑबजर्वेटरी का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि यह शहरों में वास्तविक समय और अभिलेखीय स्रोतों दोनों से असंख्य स्रोतों के माध्यम से डेटा प्राप्त करेगा। वीडियो वॉल का उद्घाटन करते हुए, उन्होंने कहा कि यह मंत्रालय के विभिन्न पहलों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए नागरिकों/आगंतुकों के साथ निरंतर सक्रिय जुड़ाव के उद्देश्य से ऑबजर्वेटरी और विभिन्न अभियानों/कार्यालयों से प्राप्त अनुभवों का प्रदर्शन करेगी। इस अवसर पर आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र, संयुक्त सचिव/स्मार्ट शहर अभियान के निदेशक श्री कुणाल कुमार और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री हरदीप पुरी ने कहा कि समुदायों के सशक्तीकरण के लिए यह जरूरी है कि शहर अपनी कार्यप्रणाली, सार्वजनिक सेवाओं, शासन प्रणालियों, सार्वजनिक क्षेत्र में उपलब्धियों और विफलताओं को सुधारने के लिए विभिन्न स्रोतों के माध्यम से उपलब्ध सूचनाओं का उपयोग करें और सूचना तक पहुंच के माध्यम से प्रत्येक नागरिक को सशक्त बनाने की दिशा में कार्य करें।  उन्होंने कहा कि, शासन का भविष्य डेटा-संचालित है और भारतीय शहर अपने कामकाज में इस बदलाव को अपनाने लगे हैं। उन्होंने कहा, लोगों को इस दिशा में केन्द्रित करने के लिए शासन में परिणाम आधारित योजना की ओर एक कदम बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ऑबजर्वेटरी से परिवहन, स्वास्थ्य, पर्यावरण, जल, वित्त जैसे विभिन्न क्षेत्रों के लिए सार्थक संकेतकों की विश्वसनीय जानकारी को अद्यतन करने में मदद मिलेगी। इससे सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों और भविष्य की रणनीतियों को आवश्यकता अनुरूप और नीतिगत हस्तक्षेपों के माध्यम से  विकसित करने में भी सहायता मिलेगी।

श्री पुरी ने कहा कि ऑबजर्वेटरी की संकल्पना ‘चतुर्भुज-हेलिक्स’ मॉडल के सभी चार हितधारकों- सरकार, नागरिक, शिक्षा और उद्योग के साथ-साथ शहरी निकायों की निर्णय प्रक्रिया और उनके आंतरिक कार्यों के बीच जुड़ाव को बढ़ाने के लिए इनके मूल्य को पहचानती है। उन्होंने कहा कि इंडिया अर्बन ऑबजर्वेटरी भविष्य में मंत्रालय का प्रमुख डेटा विश्लेषण और प्रबंधन केन्द्र बन जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे अत्याधुनिक तकनीकों और सहयोगों के उपयोग के माध्यम से शहरीकरण के लिए जटिल चुनौतियों हेतू वैज्ञानिक प्रतिक्रिया और समाधान भी प्रदान किए जाएंगे।

इंडिया अर्बन ऑबजर्वेटरी जटिल शहरी चुनौतियों के समाधान के लिए हाल ही में शुभारंभ की गई डेटा स्मार्ट शहर रणनीति का एक महत्वपूर्ण घटक है जो शहरों में इन चुनौतियों के समाधान के लिए डेटा के बुद्धिमतापूर्ण उपयोग हेतू डेटा का संग्रह बनाता है। इस रणनीति का मूल उद्देश्य तीन आधारभूत स्तंभों पीपुल, प्रोसेस, प्लेटफॉर्म की आधारशिला रखना है और शहरों में डेटा के बुद्धिमतापूर्ण उपयोग के साथ सुधार हेतू सुझाव देना है। शहरों को डेटास्मार्ट  बनाने के लिए शहरों में प्रौद्योगिकी हस्तक्षेप और नवाचार पारिस्थितिकी प्रणालियों की पूर्ण क्षमता का उपयोग करना महत्वपूर्ण है। (Https://smartnet.niua.org/dsc/datasmartcity-stratergy.php)। डेटास्मार्ट सिटीज़ रणनीति, डेटा परिपक्वता मूल्यांकन फ्रेमवर्क (डीएमएएफ) भी प्रस्तुत करती है, जो डेटा रणनीति को लागू करने के अपने प्रयासों में शहरों की तत्परता और विकास को मापता है। डीएमएएफ के अनुसार शहरों का मूल्यांकन, सहयोग और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना के माध्यम से भारत के स्मार्ट शहरों में डेटा संकलन और नवाचार को बढ़ावा देगा। (Https://smartnet.niua.org/dsc/dmaf.php)

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