उत्तर प्रदेश

लोगों को ‘आरोग्य सेतु’ एप तथा ‘आयुष कवच-कोविड’ एप को डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि बड़ी संख्या में कोविड-19 के लक्षणरहित संक्रमित लोग बीमारी को छुपा रहे हैं, जिससे संक्रमण बढ़ सकता है। उन्होंने कहा है कि इसके दृष्टिगत राज्य सरकार एक निर्धारित प्रोटोकाॅल के अधीन शर्तों के साथ होम आइसोलेशन की अनुमति देगी, जिसके तहत रोगी और उसके परिवार को होम आइसोलेशन के प्रोटोकाॅल का पालन करना अनिवार्य होगा। होम आइसोलेशन पर अपनी संस्तुति उपलब्ध कराने हेतु एक कमेटी का गठन किया गया है, जो अपनी रिपोर्ट माननीय मुख्यमंत्री जी को अनुमोदनार्थ उपलब्ध करायेगी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के पास कोविड हाॅस्पिटल में 1.51 लाख में बेड्स उपलब्ध हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि इस व्यवस्था को लागू करने के साथ-साथ लोगों को कोविड-19 से बचाव के बारे में सतत जागरूक किया जाए। इस सम्बन्ध में एक व्यापक जागरूकता अभियान संचालित किया जाए। जागरूकता अभियान में पिं्रट, इलेक्ट्राॅनिक व सोशल मीडिया सहित बैनर, होर्डिंग, पोस्टर तथा पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग किया जाए। उन्होंने मास्क के अनिवार्य रूप से उपयोग तथा सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराए जाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोविड-19 से बचाव के लिए बेहतर इम्युनिटी जरूरी है। इस सम्बन्ध में भी जनता को जागरूक किए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा है कि लोगों को ‘आरोग्य सेतु’ एप तथा ‘आयुष कवच-कोविड’ एप को डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। जनता को यह भी बताया जाए कि ‘आयुष कवच-कोविड’ एप में प्रदान की गई जानकारी को अपनाकर इम्युनिटी में वृद्धि की जा सकती है।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि डोर-टू-डोर सर्वे एक आवश्यक प्रक्रिया है, जिसके अन्तर्गत मेडिकल स्क्रीनिंग के माध्यम से कोविड-19 के रोगियों को चिन्हित करने में बड़ी सहायता मिल रही है। उन्होंने इस कार्य को सतत जारी रखे जाने के निर्देश देते हुए कहा है कि कोरोना की दृष्टि से संदिग्ध पाए गए व्यक्तियों की रैपिड एन्टीजन टेस्ट किट के द्वारा जांच की जाए। उन्होंने कहा है कि चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा जनपद स्तर पर आई0एम0ए0 तथा नर्सिंग एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक आहूत की जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए है कि कोविड-19 से होने वाली मृत्यु की दर को न्यूनतम स्तर पर लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग प्रभावी कार्यवाही करें। उन्होंने जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, बस्ती, प्रयागराज, बरेली, गोरखपुर, बलिया, झांसी, मुरादाबाद एवं वाराणसी में चिकित्सकों की विशेष टीम भेजने के लिए स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा है कि इन जनपदों के नोडल अधिकारी भी टीम के साथ रहेंगे।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये है कि प्रत्येक जनपद में रैपिड एन्टीजन टेस्ट प्रारम्भ कर दिया जाये। उन्होंने बताया कि रेपिड एन्टीजन टेस्ट न करने वाले जनपद के अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग प्रत्येक दशा में की जाए। उन्होंने बताया कि जनपद लखनऊ में 25-25 शिक्षकों की दो टीम कान्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए लगायी गयी है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने जांच कराने हेतु आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का सम्पूर्ण विवरण प्राप्त करने के निर्देश दिये हैं। जिससे किसी भी व्यक्ति के कोरोना पाजिटिव आने पर उससे तत्काल सम्पर्क कर उसका उपचार सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि प्रत्येक नगर निगम, नगर निकाय, नगर पंचायत, ग्राम पंचायत आदि को पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करा दी गयी है। जिससे वह साफ-सफाई एवं सैनेटाइजेशन हेतु समस्त आवश्यक दवाइयां उपकरण एवं सामग्री क्रय कर सके।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोविड अस्पतालों में सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। एल-1 कोविड चिकित्सालय में आॅक्सीजन तथा एल-2 कोविड अस्पताल में आॅक्सीजन के साथ वेंटिलेटर की व्यवस्था रहनी चाहिए। कोविड तथा नाॅन कोविड चिकित्सालयों के लिए पृथक-पृथक एम्बुलेंस की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि सभी अस्पतालों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि चिकित्सक नियमित रूप से राउण्ड लें तथा पैरामेडिक्स रोगियों की माॅनिटरिंग करें। उन्होंने चिकित्साकर्मियों को मेडिकल इन्फेक्शन से सुरक्षित रखने के लिए इनके ट्रेनिंग कार्य को लगातार संचालित किए जाने के निर्देश दिए हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में कल तक अन्तर्राष्ट्रीय वायु सेवा से 45,048 यात्री आये हैं। जिसमें से 11,695 यात्रियों को इन्स्टीट्ूशनल क्वारांटाइन में तथा 10,517 यात्रियों को होम क्वारांटाइन में रखा गया है। उन्होंने बताया कि आज 6 फ्लाइट्स आने की संभावना है जिससे 1,011 यात्री आयेंगे। उन्होंने बताया पूरे देश में अब तक 14.31 करोड़ लोगों ने आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड किया है, जिसमें से उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 2.44 करोड़ लोगों ने इस ऐप को डाउनलोड किया है। उन्होंने बताया कि 20 से अधिक कर्मचारियों की संख्या वाले औद्योगिक ईकाईयों में 25,262 कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है। खाद्यान्न वितरण के अन्तर्गत 3.56 करोड़ राशन कार्ड के सापेक्ष कुल 3.29 करोड़ राशन कार्ड के 13.78 करोड़ यूनिट पर खाद्यान्न का वितरण किया गया है। आगामी 21 जुलाई से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत निःशुल्क खाद्यान्न वितरण प्रारम्भ किया जायेगा। माह अप्रैल 2020 से अब तक कुल 10.01 लाख परिवारों को नये राशन कार्ड जारी किये गये हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में 5,076 गौ संरक्षण केन्द्र/गौ आश्रय स्थलों में 5.03 लाख निराश्रित गौ-वंश संरक्षित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि जनपदों में कुल 3,306 भूसा बंैक की स्थापना कर कुल 7.60 लाख कुंतल की व्यवस्था सुनिश्चित कर दी गयी हैं। मुख्यमंत्री का पीड़ित सहायता कोष-कोविड केयर फण्ड में अब तक कुल जमा 409.30 करोड़ रूपये में से विभिन्न चिकित्सा संस्थानों तथा जिला चिकित्सालायों को कोविड की रोकथाम एवं उपकरण आदि के मद में 219.80 करोड़ रूपये स्वीकृत किये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 01 मार्च से 15 जून, 2020 के मध्य कुल 36,31,791 श्रमिक आये है तथा 16 जून से 19 जुलाई, 2020 के मध्य 1.32,071 श्रमिक प्रदेश में आये है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आये कुल श्रमिकों में से 35,27,605 श्रमिकों की स्किल मैपिंग कर 24.49 लाख श्रमिकांे को मनरेगा के अंतर्गत रोजगार उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने बताया कि मनरेगा श्रमिकों हेतु 17.09 करोड़ मानव दिवस का सृजन किया गया एवं रूपये 3418.03 करोड़ के मानदेय का भुगतान किया गया है।
श्री अवस्थी ने बताया कि पिछले दो दिनों मंे पीएसी की कुल 33 बटालियनों, 87 ट्रेनिंग सेंटरों एवं 71 कारागारों में सफाई एवं सैनेटाइजेशन का कार्य कराया गया। उन्होंने बताया कि गृह विभाग की धारा 188 के तहत 1,26,299 एफआईआर दर्ज करते हुये 2,86,167 लोगों को नामजद किया गया है। प्रदेश में अब तक 99,44,021 वाहनांे की सघन चेकिंग में 64,043 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 48,84,39,832 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में कल एक दिन में 43,401 सैम्पल की जांच की गयी। इस प्रकार कोविड-19 की जांच में 15 लाख का आकड़ा पार करते हुए प्रदेश में अब तक कुल 15,13,827 सैम्पल की जांच की गयी है। प्रदेश में विगत 24 घंटंे में कोरोना के 1924 नये मामले आये है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 19,137 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। अब तक 30,831 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि पूल टेस्ट के अन्तर्गत कुल 3,412 पूल की जांच की गयी, जिसमें 3,102 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 310 पूल 10-10 सैम्पल की जांच की गयी।
श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में सर्विलांस की कार्यवाही के अन्तर्गत 1,75,322 सर्विलांस टीम द्वारा 1,26,87,638 घरों के 6,46,38,915 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप से अलर्ट जनरेट आने पर कन्ट्रोल रूम द्वारा निरन्तर फोन किया जा रहा है। अलर्ट जनरेट होने पर अब तक 3,35,534 लोगों को कंट्रोल रूम द्वारा फोन कर जानकारी प्राप्त की गयी। उन्हांेने बताया कि प्रदेश में एल-1, एल-2, एल-3 स्तर के कोविड अस्पतालों में कुल 1.51 लाख बेड उपलब्ध है।
श्री प्रसाद ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश के सभी जनपदों में एल-1$ स्तर की व्यवस्था लागू किये जाने हेतु शासनादेश जारी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था के अन्तर्गत जिला प्रशासन द्वारा होटल का अधिग्रहण कर एसिम्टोमेटिक मरीजों को रखा जायेगा, जहां पर मरीजों को राजकीय चिकित्सा सुविधा दी जायेगी। जिसके लिए डबल आॅक्युपेन्सी हेतु 2000 रूपये प्रतिदिन से अधिक देय न होगा। साथ ही प्रत्येक मरीज को चिकित्सकीय व्यय हेतु वन टाइम रूपये 2000 देना होगा।
श्री प्रसाद ने बताया कि शासनादेश में यह व्यवस्था की गई है कि होटल के अधिकतम 25 प्रतिशत कक्ष सिंगल आॅक्युपेंसी पर महिलाओं, छोटे बच्चों, 50 वर्ष से 65 वर्ष तक के व्यक्तियों को दिये जाएंगे। शेष 75 प्रतिशत कक्ष डबल आॅक्युपेंसी पर दिये जाएंगे। उन्होंने बताया कि 65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं, असाध्य रोग से ग्रस्त रोगियों तथा अभिभावक रहित छोटे बच्चों को यहां भर्ती नहीं किया जायेगा। एल-1$ स्तर की इन सुविधाओं पर कोविड केयर सेन्टर के समस्त प्रोटोकाॅल का पालन सुनिश्चित किया जायेगा। किसी भी मरीज की तबियत बिगड़ने की आशंका होने पर उसे तत्काल आवश्यकतानुसार एल-2 अथवा एल-3 अस्पताल में स्थानान्तरित कर दिया जायेगा। ऐसी स्थिति में अवशेष धनराशि होटल प्रशासन द्वारा वापस कर दी जायेगी।

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