उत्तराखंड समाचार

उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी कि ओर से अल्मोड़ा में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया

अल्मोड़ा: उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी कि ओर से अल्मोड़ा के एक होटल के सभागार में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी के विजय सिंह अधिकारी, संयोजक सोमेश्वर द्वारा किया गया।

विजय सिंह अधिकारी ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा ’ उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी अपने अध्यक्ष माननीय श्री संजय कुण्डलिया जी के नेतृत्व में राज्य के लोगों के सामने एक राजनीतिक विकल्प देने जा रहा है, जो समग्र उत्तराखंड को एक विकसित राज्य बनाने के लिए संकल्पित है और जो बहुआयामी विकास के लिए दृढ़ निश्चय ले चुके है। उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी आने वाले चुनाव में प्रदेश के 70 के 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और विजई होंगे

’उत्तराखंड सरकार ने अब प्रदेश के लोगों को दमन करना शुरू कर दिया है प्रदेश के हजारों परिवार अब ऐसे संकट से घिरने जा रहे हैं जिनके सामने रोजी-रोटी का आभाव हो सकता है। राज्य में उपनल कर्मियों के साथ जो दुर्व्यवहार और सोतेलापन सरकार ने अख्तियार किया है वह बहुत ही निंदनीय है। अगर एक दफ्तर में 2 लोग एक ही काम कर रहे हो तो उन्हें एक समान वेतन मिलना चाहिए कि नहीं चाहिए इसका जवाब हर कोई दे सकता है। नियमित कर्मचारियों के वेतन आसमान पर हैं और वही उपनल कर्मियों के वेतन बेहद कम है। समान कार्य के लिए समान वेतन होना एक जायज मांग है। कई विभागों में ऐसा देखा गया है कि उपनल कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखाने की कोशिश कर रही सरकार उसी पद पर अब नियमित कर्मचारी नियुक्त करने जा रही है। यह कैसी नीती राज्य सरकार की है और कितनी दुष्ट तरीके से 22 हजार परिवारों को रोजी रोटी छीनने का काम राज्य सरकार करने जा रही है। उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी इसकी निंदा करता है और वह उपनल कर्मियों के साथ कंधे से कंधा मिला कर साथ खड़ा रहेगा जब तक उनको इंसाफ मिल नहीं जाती!

उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी के शंकर दत्त जोशी- संयोजक द्वाराहाट ने कहा ’उत्तराखंड के सैकड़ों लोक कलाकारों के साथ जो हो रहा है वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। स्थिति ऐसी हो गई है कि दो वक्त की रोटियों का बंदोबस्त करना मुश्किल हो चुका है। लोक कलाकारों का इससे पहले इस तरह बुरा हाल कभी नहीं हुआ था। सरकार के विभागों द्वारा किए गए वादा एवं उसके अमल में बहुत फर्क दिखाई दे रहा है। लोक कलाकारों  को लॉकडाउन में वैसे ही काम की बहुत किल्लत थी लेकिन सरकारी वादे  और आश्वासन के बाद भी उन्हें काम नहीं मिल पाया है। अल्मोड़ा के जो लोक कलाकार हैं उनका कहना है कि हमें एक ऑडिशन के लिए देहरादून जाना पड़ता है जहां न रहने की व्यवस्था है और ना ही खाने पीने की।  हमारे पास इतने पैसे भी नहीं हैं कि हम अपने  रहने का इंतजाम देहरादून में करें। सरकार अपने पोर्टल  पर जितने भी कलाकारों का पंजीकरण ले चुका है उन सभी को काम दे ताकि वे अपने बेरोजगारी दूर कर सकें और अपने घर परिवार का भरण पोषण कर सके।

अमर सिंह संयोजक सल्ट ने स्थानीय मुद्दों को गंभीरता से लेते हुए कहा कि जिले में स्वास्थ्य और बेरोजगारी की समस्या चरम पर है। बड़ी राजनीतिक दल दिल्ली से उत्तराखंड के किस्मत का फैसला लिखते और मिटाते हैं और यह सिलसिला बरसों से चलता आ रहा है। अब समय आ गया है कि हमें अपने क्षेत्र के राजनीतिक दल जैसे उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी द्वारा हर स्थानीय मुद्दों का हल निकालना ही पड़ेगा। उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी उत्तराखंड के विकास को लेकर प्रतिबद्ध है और वह उत्तराखंड के संपूर्ण एवं समग्र विकास का रोड मैप उत्तराखंड वासियों को देने जा रहा है।

उत्तराखंड का दोहन राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय एजेंसी द्वारा कॉरपोरेट सरकार के माध्यम से किया जा रहा है एवं हमारे स्थानीय विकास और मुद्दों को नजरअंदाज करते हुए हमारी धरोहर को दिल्ली से आकलन किया जा रहा है। हम अपने संपूर्ण उत्तराखंड वासियों से अनुरोध करते हैं कि वे उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले और अपनी विकास और रोजगार की रेखा को अपने अनुसार तय करें। उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी  राज्य के सभी लोगों को सामान्य रूप से देखती है एवं सभी को अपने क्षमता अनुसार काम करने का अवसर प्रदान करता है। यदि कोई महिला या पुरुष हमारे पार्टी में जुड़़ते हैं तो उन्हें शुरुआती दौर में ही संयोजक का पद दिया जाता है जिससे ऊंच-नीच और भेदभाव ही खत्म हो जाता है। मैं सभी क्षेत्रवासियों से अनुरोध करता हूं कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में आप उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी से जुड़े और अपने प्रदेश की विकास को अपने हाथों से लिखें।

प्रेस वार्ता में उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी कि ओर से विजय सिंह अधिकारी -संयोजक सोमेश्वर, शंकर दत्त जोशी- संयोजक द्वाराहाट, अमर सिंह – संयोजक सल्ट एवं अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहें।

Related Articles

Back to top button