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रेलवे बोर्ड ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जोनल रेलवे/उत्‍पादन यूनिटों के महाप्रबंधकों (जीएम) और प्रभागीय रेल प्रबंधकों (डीआरएम) के साथ उच्‍चस्‍तरीय समीक्षा बैठक की

नई दिल्ली: रेल और वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल, रेल राज्‍य मंत्री श्री सुरेश सी. अंगादी और रेलवे बोर्ड के चेयरमैन श्री विनोद कुमार यादव तथा रेलवे के वरिष्‍ठ अधिकारियों ने आज रेल भवन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जोनल रेलवे/उत्‍पादन यूनिटों के सभी महाप्रबंधकों और प्रभागीय रेल प्रबंधकों (डीआरएम) के साथ उच्‍चस्‍तरीय समीक्षा बैठक की।

रेल और वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने समीक्षा बैठक के आरंभिक सत्र को संबोधित करते हुए जोनल रेलवे के अधिकारियों से एक टीम के रूप में काम करने को कहा, ताकि रेलवे बोर्ड द्वारा तय किये गये महत्‍वाकांक्षी लक्ष्‍यों को प्राप्‍त किया जा सके। उन्‍होंने यह संकेत दिया कि अभी बहुत कुछ हासिल करने की आवश्‍यकता है, जिसके लिए सभी की सक्रिय भागीदारी जरूरी है। उन्‍होंने यह विचार व्‍यक्‍त किया कि सामूहिक प्रयासों से रेलवे के लिए एक सामूहिक विजन तय करने में मदद मिलेगी। उन्‍होंने कहा कि यह एक ऐसा विजन होगा जो सामूहिक विवेक और सामू‍हिक इच्‍छा शक्ति के साथ समावेशी होगा। उन्‍होंने सभी अधिकारियों से पूरे जज्‍बे के साथ काम करने को कहा, ताकि भारतीय रेलवे को दुनिया के सर्वोत्‍तम रेलवे में शुमार किया जा सके।

रेल राज्‍य मंत्री श्री सुरेश सी. अंगादी ने रेल अधिकारियों से भारतीय रेलवे को विश्‍वस्‍तरीय ट्रांसपोर्टर के रूप में तब्‍दील करने की दिशा में काम करने का अनुरोध किया। उन्‍होंने अधिकारियों को भारतीय रेलवे की सेवाएं निर्धनतम लोगों को भी मुहैया कराना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया, ताकि वे भी रेल यात्रा कर सकें। मंत्री ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि रेलवे में सुरक्षा, स्‍वच्‍छता और साफ-सफाई पर फोकस करना आगे भी जारी रहना चाहिए।

सुरक्षा संबंधी प्रदर्शन, समय की पाबंदी, क्षमता वृद्धि और भारतीय रेलवे की अन्‍य मौजूदा विकास परियोजनाएं बैठक के एजेंडे में शामिल थीं। चालू वर्ष में अब त‍क की अवधि के दौरान जोनल रेलवे के प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने जोनल प्रबंधकों को ट्रेन परिचालन में सुरक्षा से संबंधित परियोजनाओं की करीबी निगरानी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्‍होंने मानवयुक्‍त लेवल क्रॉसिंग को हटाने के साथ-साथ प्रत्‍येक जोन में बड़ी तेजी से रोड ओवरब्रिज (आरओबी)/रोड अंडरब्रिज (आरयूबी) का निर्माण करने पर विशेष जोर दिया। उन्‍होंने पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में चालू वित्‍त वर्ष के प्रथम दो महीनों के दौरान मानवयुक्‍त लेवल क्रॉसिंग (एमएलसी) को खत्‍म करने की दिशा में हुई प्रगति पर संतोष व्‍यक्‍त किया। दो महीनों में 229 एमएलसी को खत्‍म या बंद किया गया है, जबकि 2018 के पूरे वर्ष में 65 एमएलसी को खत्‍म किया गया था।

श्री विनोद कुमार यादव ने महाप्रबंधकों को समय की पाबंदी सुनिश्चित करने और विलंब से चलने वाली ट्रेनों के कारण होने वाली देरी को कम से कम करने की दिशा में अपने प्रयास तेज करने का निर्देश दिया। उन्‍होंने विशेष बल देते हुए कहा कि जोनल रेलवे को सुरक्षा एवं बुनियादी ढांचागत सुविधाओं से जुड़े काम की योजना समन्वित ढंग से बनानी चाहिए, जिससे कि किसी विशेष तिथि/अवधि के दौरान सन्निहित कार्यों को एक साथ शुरू किया जा सके।

बुनियादी ढांचागत सुविधाओं के सृजन से जुड़ी परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए श्री यादव ने सभी अधिकारियों को फिलहाल जारी बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं का समय पर पूरा किया जाना सुनिश्चित करने और तय लक्ष्‍यों को निर्धारित समय सीमा में पूरा करने का निर्देश दिया। नई लाइनों को चालू करने, आमान परिवर्तन, दोहरीकरण और विद्युतीकरण परियोजनाओं में तेजी लाई जानी है।

बैठक के दौरान रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने सभी अधिकारियों को ट्रेनों में यात्रा करने और यात्रियों के साथ बातचीत करने का निर्देश दिया, जिससे कि फीडबैक वास्‍तविक समय पर ही प्राप्‍त हो सके।

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