देश-विदेशसेहत

कोविड से लड़ने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहायता की तेजी से मंजूरी और विभाजन तथा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजने का कार्य जारी

भारत सरकार को 27 अप्रैल, 2021 से विभिन्न देशों / संगठनों से कोवड-19 राहत चिकित्सा सामग्री तथा उपकरण प्राप्त हो रहे हैं। 27 अप्रैल, 2021 से 17 मई, 2021 तक कुल 11325 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर; 15,801 ऑक्सीजन सिलेंडर; 19 ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट; 8,526 वेंटिलेटर/बीआई पीएपी; 6.1 लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन सड़क तथा हवाई मार्गों से भेजे जा चुके हैं।

ऑस्ट्रेलिया, गिलियड (अमेरिका), इंडो-स्विस चैंबर ऑफ  कामर्स  से 16/17 मई 2021 को प्राप्त राहत सामग्री में निम्नलिखित शामिल हैं:

सामग्री मात्रा
वेंटिलेटर/बीआईपीएपी/सीपीएपी 1056
रेमडेसिविर 57,893
  • इसके अतिरिक्त मास्क भी प्राप्त हुए

फोटो 1. डॉ. मनीष रामवत, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, जीएमईआरएस अस्पताल, धारपुर पाटन, गुजरात बता रहे हैं कि कैसे विदेशी सहायता के हिस्से के रूप में प्राप्त उपकरण कोविड-19 रोगियों की सहायता करेंगे।

[डीडीन्यूज ट्वीटर लिंक: https://twitter.com/DDNewslive/status/1394285112552951808?s=08]

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image002ZKV0.jpg

फोटो 2. अरुणाचल प्रदेश स्वास्थ्य सेवा के निदेशक डॉ. एम. लेगो भारत सरकार के माध्यम से विदेशों से प्राप्त कोविड-19 उपकरण तथा सप्लाई से अरुणाचल प्रदेश में मरीजों की सहायता पर आभार व्यक्त करते हुए ।

[डीडी न्यूज ट्वीटर लिंक:

https://twitter.com/DDNewslive/status/1394298469393698817?s=08]

फोटो 3. स्पेन से विमान एसवी 760 लगभग 1700 बजे ऑक्सीजन कंसेंट्रेटरों, वेंटिलेटर, ह्यूमिडिफायर, ऑक्सीजन मास्क, ऑक्सीजन नजल ट्यूब आदि लेकर पहुंचा ।

[डीडी न्यूज ट्वीटर लिंक :

https://twitter.com/DDNewslive/status/1394285112552951808?s=08]

प्राप्तकर्ता राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और संस्थानों को प्रभावी तत्काल आवंटन और सुव्यवस्थित वितरण एक सतत् कार्य है । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय नियमित आधार पर व्यापक रूप से इसकी निगरानी कर रहा है। अनुदान, सहायता और दान के रूप में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के रूप में विदेशी कोविड राहत सामग्री की प्राप्ति और आवंटन के समन्वय के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में एक समर्पित समन्वय प्रकोष्ठ बनाया गया है। इस प्रकोष्ट ने 26 अप्रैल, 2021 से काम प्रारंभ किया । मानक संचालन प्रक्रिया तय की गई है और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इसे 2 मई, 2021 से लागू किया जा रहा है।

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