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श्री संतोष कुमार गंगवार ने 100 बिस्तर वाले ईएसआईसी अस्पताल की आधारशिला रखी

केन्द्रीय श्रम और रोज़गार मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संतोष कुमार गंगवार ने आज बडगाम के ओमपुरा में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के 100 बिस्तर वाले अस्पताल की आधारशिला रखी। जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा आधारशिला कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।

100 बिस्तर वाले इस चार मंज़िला अस्पताल का निर्माण करीब पाँच एकड़ भूमि पर किया जाएगा। इस अस्पताल में 23 स्पेशलिस्ट और 3 सुपर स्पेशलिस्ट सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। करीब 160 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस अस्पताल का निर्माण कार्य करीब डेढ़ साल में पूरा होने की उम्मीद है। इस अस्पताल में पंजीकृत बीमाधारी लोगों के इलाज के साथ-साथ आम जनता को भी स्वास्थ्य सेवाएं दी जाएंगी।

इस अवसर पर श्री संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि ईएसआईसी पिछले 60 वर्षों से सफलतापूर्वक कार्य कर रहा है और देश के 80 प्रतिशत सेअधिक ज़िलों में इसकी उपस्थिति है। उन्होंने कहा कि श्रीनगर में करीब 20 हज़ार ईएसआईसी बीमाधारक हैं। ये सभी बीमाधारक देश के अन्य क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की तरह ही उत्तम दर्ज़ें की स्वास्थ्य सेवाओं के हकदार हैं।

उन्होंने कहा कि देश का कोई भी नागरिक सामाजिक सुरक्षा कवरेज से वंचित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कोविड-19 संकट से निपटने के दौरान ईएसआईसी अस्पतालों की रणनीति और उनकी भूमिका के बारे में भी विस्तार से बताया।

इस अवसर पर जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है, जब हम केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर की स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में बात कर रहे हैं। जम्मू और कश्मीर में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में किए जा रहे सकारात्मक प्रयासों के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और श्री संतोष कुमार गंगवार का धन्यवाद किया। उन्होंने भरोसा जताया कि इस अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं से जम्मू और कश्मीर की जनता को व्यापक स्तर पर फायदा होगा।

इस अवसर पर श्रम और रोज़गार मंत्रालय के सचिव श्री अपूर्वा चंद्र ने कहा कि ईएसआईसी से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए लाभार्थियों की संख्या 3 करोड़ से ज़्यादा है, और यदि हम इन लाभार्थियों पर निर्भर परिजनों को भी इसमें शामिल करें, तो इनकी संख्या करीब 13.5 करोड़ हो जाती है, जोकि भारत की कुल आबादी का करीब 10 प्रतिशत है। जम्मू और कश्मीर के श्रम विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए श्री चंद्र ने कहा कि ये प्रयास तब सफल होंगे, जब आने वाले दिनों में इस अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं से जम्मू और कश्मीर की जनता को उत्तम दर्ज़े की स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।

श्रम और रोज़गार मंत्रालय की अपर सचिव और ईएसआईसी की महानिदेशक श्रीमती अनुराधा प्रसाद ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ये अस्पताल हमेशा से ही भारत सरकार की प्राथमिकता में रहा है, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से इसमें थोड़ी देरी हो गई। उन्होंने कहा कि जैसे परिस्थितियाँ बेहतर हुईं, सरकार ने इस अस्पताल को लेकर अपनी योजनाओं को आगे बढ़ाने में शीघ्रता दिखाई और इसी का परिणाम है कि आज का यह कार्यक्रम संभव हो सका।

इस अस्पताल के माध्यम से प्राथमिक तौर पर कश्मीर मण्डल के श्रीनगर, बडगाम, पुलवामा, शोपियां, अनन्तनाग और कुलगामज़िलों के ईएसआईसी लाभार्थियों को उत्तम दर्ज़े की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी।

इस अवसर पर केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर प्रशासन तथा केन्द्र सरकार के विभिन्न विभागों से कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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