उत्तर प्रदेश

प्रदेश में अब तक 52,02,557 सैम्पल की जांच की गयी है

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सभी प्रयास जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि मेडिकल टेस्टिंग, विशेष रूप से रैपिड एन्टीजन टेस्ट की संख्या में वृद्धि की जाए। आर0टी0पी0सी0आर0 मशीन से किए जाने वाले टेस्ट की संख्या भी बढ़ाई जाए। उन्होंने प्रदेश में प्रतिदिन 1 लाख 50 हजार टेस्ट सुनिश्चित किए जाने के निर्देश देते हुए कहा है कि इसके लिए आवश्यक मैनपावर की व्यवस्था की जाए। सर्विलांस गतिविधियों में वृद्धि के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा है कि सर्विलांस कार्य को बढ़ाकर लोगों की जीवन रक्षा में उल्लेखनीय सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा है कि सर्विलांस को बेहतर करने के साथ ही, इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेण्टर की व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए। काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग तथा डोर-टू-डोर सर्वे कार्य को भी सघन रूप से संचालित किया जाए। कोविड-19 के संक्रमण के प्रति व्यापक जागरूकता का प्रसार इस प्रकार किया जाए, जिससे संक्रमित लोग सामने आने से न घबराएं।

श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि प्रदेश सरकार नीट तथा जे0ई0ई0 परीक्षाओं के आयोजन में भारत सरकार द्वारा जो निर्देश प्राप्त होगा उसका पालन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि परीक्षाओं के आयोजन में भारत सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइन के अनुसार तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए परीक्षाएं आयोजित करायी जाएंगी। विगत 9 अगस्त, 2020 को राज्य में बी0एड0 की प्रवेश परीक्षा सम्पन्न हुई, जिसमें लगभग 5 लाख अभ्यर्थी थे। इस परीक्षा में कहीं से संक्रमण की कोई समस्या संज्ञान में नहीं आयी। इसी प्रकार लोक सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश की परीक्षा भी सम्पन्न कराई गई है, जिसमें बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोविड-19 से बचाव सम्बन्धी प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए सभी गतिविधियां प्रारम्भ होनी चाहिए। सरकारी कार्यालयों में अवकाश पर रहने वाले कार्मिकों तथा अस्वस्थ कार्मिकों को छोड़कर कार्यालय अवधि में प्रत्येक समय 50 प्रतिशत कर्मियों की उपस्थिति प्रत्येक दशा में रहनी चाहिए। उन्होंने समस्त अपर मुख्य सचिवों/प्रमुख सचिवों को अपने अधीनस्थ विभागाध्यक्ष कार्यालयों का निरीक्षण करने के निर्देश देते हुए कहा है कि पूर्वान्ह 9ः30 बजे अनुपस्थित पाए गए अधिकारियों/कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये हैं कि सभी सरकारी कार्यालयों में प्रत्येक दशा में कर्मचारी पूर्वान्ह 9ः30 बजे उपस्थित होना सुनिश्चित करें।

श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि समस्त जिलाधिकारी कोविड सम्बन्धी कार्यों के साथ-साथ जनता की समस्याओं का समाधान भी सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि प्रतिदिन पूर्वान्ह 9 से 10 बजे तक जिलाधिकारी कोविड-19 से सम्बन्धित कार्यों की समीक्षा करें। पूर्वान्ह 10 से 11 बजे तक शासकीय कार्यालयों का निरीक्षण कार्यक्रम निर्धारित करें। पूर्वान्ह 11 से अपरान्ह 01 बजे के दौरान अपने कार्यालय में जनता से भेंट कर उनकी समस्याओं को सुनें। इसी प्रकार की व्यवस्था तहसील एवं विकास खण्ड स्तर पर भी लागू की जाए। उन्होंने कहा है कि अपरिहार्य परिस्थितियों में जिलाधिकारी अथवा तहसील में उपजिलाधिकारी की अनुपस्थिति की दशा में कोई अन्य जिम्मेदार अधिकारी इस शेड्यूल के अनुरूप कार्यवाही करे। उन्होंने पुलिस के स्तर पर भी इसी प्रकार की व्यवस्था लागू किए जाने के निर्देश दिए हैं। श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि सभी उप जिलाधिकारी, तहसीलदार एवं बीडीओ एवं अन्य सभी अधिकारी की भी समय से उपस्थिति अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाय।

श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि गोरखपुर के बाल रोग चिकित्सा संस्थान को शीघ्रता से पूर्ण किया जाए। उन्होंने बताया कि 31 अगस्त तक यह चिकित्सालय प्रारम्भ होने की संभावना है इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री जी से उद्घाटन करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि कतिपय जनपदों से मलेरिया के मामले संज्ञान में आए हैं। इसके दृष्टिगत सम्बन्धित जिलों में तत्काल मेडिकल टीम भेजने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा है कि चिकित्सा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि उर्वरकों के वितरण की व्यवस्था को और सुचारु बनाते हुए इसकी माॅनिटरिंग की जाए। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि किसानों के गन्ना मूल्य के भुगतान में शिथिलता बरतने वाली चीनी मिलों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए। बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों को फसलों आदि के लिए अनुमन्य मुआवजा राशि का समय से वितरण सुनिश्चित किया जाए।

श्री अवस्थी ने बताया कि कल रोडवेज की 6800 बसों के माध्यम 9,69,000 लोगों ने यात्रा की। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 08 जनपदों लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, झांसी, बलिया, गोरखपुर, प्रयागराज, बरेली में कोविड-19 अभियान के तहत काॅन्टेक्ट टेªेसिंग, सोशल डिस्टेंसिंग, माॅस्क की अनिवार्यता, डोर-टू-डोर सर्वे, लोगों को अस्पतालों में भर्ती करने पर विशेष रूप से बल देकर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं।

श्री अवस्थी ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में अब तक धारा 188 के तहत 2,06,903 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई। प्रदेश में अब तक 1,36,96,233 वाहनांे की सघन चेकिंग में 69,881 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 70,34,02,109 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 4,33,108 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 1128 लोगों के खिलाफ 840 एफआईआर दर्ज करते हुए 393 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। फेक न्यूज के अन्तर्गत अब तक 2375 मामलों में संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की गयी है। उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेश में 89 एफआईआर दर्ज करते हुए 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के कन्टेनमेंट जोन में 82,16,892 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन कन्टेनमेंट जोन में कोरोनो पाॅजीटिव लोगों की संख्या 38,926 तथा इन्टीट्यूशल क्वारंटीन किये गये लोगों की संख्या 31,959 है।

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में कल एक दिन में 1,22,277 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक 52,02,557 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में विगत 24 घंटंे में कोरोना के 5447 नये मामले आये है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 52,651 कोरोना के एक्टिव मामले हैं, जिसमें 26,270 मरीज होम आइसोलेशन, 2327 लोग प्राइवेट हास्पिटल में तथा 244 मरीज सेमी पेड फैसिलिटी में तथा इसके अतिरिक्त शेष कोरोना संक्रमित एल-1, एल-2, एल-3 के कोरोना अस्पतालों में है। प्रदेश में अब तक 1,57,879 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं।

श्री प्रसाद ने बताया कि पूल टेस्टिंग के अन्तर्गत कल 05-05 सैम्पल के 2733 पूल और 10-10 सैम्पल के 305 पूल लगाये गये। इस प्रकार कुल 3038 पूल की टेस्टिंग की गई। टेस्टिंग क्षमता में निरन्तर बढ़ोत्तरी हो रही है। उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को यदि किसी प्रकार की समस्या आती है तो वो घर पर न रहें उनके लिए प्रदेश सरकार ने 1,51,000 से अधिक बेड की व्यवस्था सरकारी अस्पताल में कर रखी है। उन्होंने बताया कि लोग होम आइसोलेशन के प्रोटोकाल का पालन करें। होम आइसोलेशन में दवा न मिलने पर जनपद के इन्ट्रीग्रेटेड कमाण्ड एवं कन्ट्रोल सेन्टर को फोन करें। उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले लोग थर्मामीटर तथा पल्स आॅक्सीमीटर साथ रखें। उन्होंने बताया कि कोविड-19 से संक्रमित होने वाले लोगों में 0-20 आयु वर्ग के 14.15 प्रतिशत, 21-40 आयु वर्ग के 48.85 प्रतिशत, 41-60 आयु वर्ग के 28.43 प्रतिशत तथा 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 8.57 प्रतिशत हैं।

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