उत्तर प्रदेश

ड्राप आउट बच्चों के लिए चलेगा प्रदेशव्यापी विशेष टीकाकरण अभियान

लखनऊ: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक अपर्णा यू0 ने आज जानकारी दी है कि प्रदेश के समस्त ग्रामीण ब्लाक/शहरी क्षेत्रों मंे लेफ्ट आउट एवं ड्राप आउट बच्चों का टीकारण सुनिश्चित कराने हेतु एक विशेष टीकाकरण अभियान का आयोजन माह नवम्बर, दिसम्बर, 2020 एवं जनवरी, 2021 के दौरान किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि अभियान में प्रदेश के समस्त जनपदों मंे टीकों से छूटे हुए बच्चों को समस्त खुराकों से आच्छादित कर पूर्ण प्रतिरक्षित किया जायेगा। इस अभियान के लिए अभियान के अन्तर्गत प्रत्येक ब्लाक एवं शहरी क्षेत्रों में आशा कार्यकत्री तथा आंगनवाडी/मोबिलाइजर द्वारा दिनांक 01 अक्टूबर, 2020 से 15 अक्टूबर, 2020 तक घर-घर भ्रमण के दौरान छूटे हुए बच्चों की सूची तैयार की गई है। सूची के आधार पर माह नवम्बर, दिसम्बर, 2020 एवं जनवरी, 2021 के दौरान बुधवार एवं शनिवार को वी0एच0एन0डी0 सत्रों पर आयोजित होने वाले टीकाकरण स़त्रों के साथ ही प्रत्येक सप्ताह के  एक अतिरिक्त  दिवस सोमवार को विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित किया जायेगा।
मिशन निदेशक ने जानकारी दी है कि आगामी तीन माह तक प्रत्येक सप्ताह के कुल तीन दिवसों पर आयोजित टीकारकण सत्रों के माध्यम से प्रदेश के बच्चों के पूर्ण प्रतिक्षरण का स्तर बढ़ाने हेतु समग्र प्रयास किया जाएगा। माह के 4 अतिरिक्त दिवसों (सोमवार) पर ऐसे स्थलों पर लाभार्थियों के लिए टीकाकरण का सत्र नियोजित किया जाएगा, जहाँ 50  प्रतिशत से अधिक बच्चे टीकाकरण से वंचित हों। सोमवार को अवकाश की दशा में अगले दिन सत्र अयोजित किया जाएगा। विशेष टीकारण अभियान के अन्तर्गत प्रदेश मे  4.96 लाख गर्भवती महिलाओं तथा 3.96 लाख बच्चों को सम्बन्धित टीकों से आच्छादित किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
ज्ञात हो माह नवम्बर, 2020 के प्रथम सोमवार ( 2 नवम्बर) से लाभार्थियों के लिये टीकाकरण सत्र का  नियोजन करते हुए सभी टीकाकरण से वंचित बच्चों को सम्बन्धित  टीकों से प्रतिरक्षित किया जाएगा। किसी अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रम के कारण नियमित एवं विशेष टीकाकरण कार्यक्रम बाधित होने की दशा में यशाशीघ्र वैकल्पिक दिवसों पर टीकाकरण सत्रों का आयोजन कर समस्त नियोजित सत्रों का सम्पादन किया जाएगा। ऐसे पुरवे, मजरे, टोला, ईट-भट्टा, घूमन्तू/प्रवासी बाहुल्य क्षेत्रों एवं अन्य स्थान जहां पर छूटे हुए बच्चों की संख्या अधिक है, उन स्थानों पर बच्चों को पूर्ण प्रतिरक्षित किए जाने हेतु अतिरिक्त सत्र आयोजित किये जायेंगे।

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