उत्तर प्रदेश

सफलता की कहानी – 30, कोरोना काल में गेहूं खरीद से किसान खुश

उतर प्रदेश में लगातार बढ रहे लाकडाउन से ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर कोई फर्क न पड़े और कोई भूखा न रहें इसलिये प्रदेश सरकार ने करोना काल में किसानों को राहत देने के लिए गेहूं क्रय केन्द्रों के जरिए गेहूं की खरीद कर रही है।सरकार की इस पहल से किसानों के बीच खुशी की लहर है।सरकार द्वारा बनाये गए गेंहू खरीद सेंटर पर अभी तक हजारों कुंतल गेहूं खरीद हो चुकी हैं। रोज किसानों द्वारा गेहूं लाने में बढ़ोतरी हो रही है जिससे किसान सरकार द्वारा निर्धारित किये गए समर्थन मूल्य 1975 रुपये कुंतल पर गेहूं बेचकर खुश हैं। भुगतान भी सही समय पर आ रहा है।प्रयागराज जिले में गेहूं खरीद के लिए खोले गए उन्हत्तर क्रय केन्द्रों पर अब तक रिकार्ड गेहूं की खरीद की गई है। अब तक जिले में 37 हजार 9 सौ 34.31 मीट्रिक टन गेहूं की रिकार्ड खरीद हुई है। जबकि पिछले साल जिले में कुल 30 हजार छह सौ उन्चास मिट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई थी। सिटी मजिस्ट्रेट एवं जिला गेहूं खरीद अधिकारी रजनीश कुमार मिश्र के मुताबिक इस साल जिले में पहली गेहूं की खरीद पीसीएफ बड़ोखर पर पांच अप्रैल को हुई थी। उसके बाद से लगातार क्रय केन्द्रों पर गेहूं की खरीद की जा रही हैं।  कोरोना के चलते इस साल सरकार ने गेहूं खरीद का राज्य सरकार ने कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है। इसके बावजूद पिछले साल की तुलना में कहीं ज्यादा गेहूं की खरीद अब तक जिले में हो चुकी है।
जिले में गेहूं खरीद के प्रभारी अधिकारी और डिप्टी आरएमओ विपिन कुमार ने बताया कि खरीद में रजिस्ट्रेशन की समस्या आड़े नहीं आ रही है। किसानों के क्रय केंद्र पर पहुंचने पर रजिस्ट्रेशन करवाया जा रहा है। पहले दिन से ही गेहूं लेकर पहुंच रहे किसानों से खरीद शुरू कर दी गई है। जो किसान बिना अनाज के पहुंचे हैं उनका रजिस्ट्रेशन कर उन्हें टोकन दिया गया है। केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है। इस बीच मंडलायुक्त आर रमेश कुमार ने गेहूं खरीद को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की। कमिश्नर ने कहा कि गेहूं खरीद में किसानों के सामने कोई समस्या नहीं आनी चाहिए।

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