उत्तर प्रदेश

पेराई सत्र 2019-20 हेतु गोरखपुर परिक्षेत्र की 05 एवं देवरिया परिक्षेत्र की 08 चीनी मिलों हेतु गन्ना क्षेत्र सुरक्षण पर विचार हुआ

लखनऊ: पेराई सत्र 2019-20 हेतु डालीबाग स्थित लाल बहादुर शास्त्री गन्ना किसान संस्थान के सभागार में आज गोरखपुर एवं देवरिया परिक्षेत्र की गन्ना सुरक्षण बैठक सम्पन्न हुई। दोनों परिक्षेत्रों के विभिन्न जिलों से आये गन्ना किसानों एवं गन्ना समितियों और चीनी मिल के प्रतिनिधियों ने सुरक्षण बैठक में प्रतिभाग किया। बैठक में गोरखपुर परिक्षेत्र की 05 चीनी मिलों एवं देवरिया परिक्षेत्र की 08 चीनी मिलों से संबंधित गन्ना क्षेत्र के आवंटन पर विस्तृत चर्चा की गई, जिसमे परिक्षेत्र की चीनी मिलों से सम्बंधित गन्ना समितियों के निर्वाचित पदाधिकारियों एवं गन्ना किसानो द्वारा क्रयकेंद्र आवंटन एवं गन्ना आपूर्ति आदि के सम्बन्ध में अपनी मांग एवं सुझाव दिए गये।

गोरखपुर परिक्षेत्र की 05 चीनी मिलों में बभनान, रुधौली, मुण्डेरवा, पिपराईच, सिसवाबाजार शामिल है, जिनकी कुल पेराई क्षमता 29,500 टी.सी.डी. है। इसी प्रकार देवरिया परिक्षेत्र के अन्तर्गत स्थित 08 चीनी मिलें यथा-प्रतापपुर, खड्डा, कप्तानगंज, रामकोला पी., सेवरही, हाटा यू.पी., घोसी, सठियांव ही पेराई कार्य कर रही है। जिनकी  कुल पेराई क्षमता 40100 टी.सी.डी. है।

 गन्ना एवं चीनी आयुक्त, श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि गन्ना विभाग द्वारा विगत दो वर्षों में किये गये महत्वपूर्ण कार्य और निर्णयों में पूर्वांचल क्षेत्र के किसान बन्धुओं द्वारा अपार सहयोग किया गया तथा विभाग द्वारा भी किसानों द्वारा प्रेषित सुझावों का संज्ञान लेकर उन्हें लागू किया गया। जिसके तहत गन्ना किसानों की मांग पर नाबार्ड योजना के अन्तर्गत वर्ष में दो बार डिमाण्ड लगाकर व्याज अनुदान का लाभ देने तथा अधिकतम ऋण सीमा बढा कर रू.50,000 से रू.75,000 करने सम्बन्धी निर्णय भी सुरक्षण बैठकों के दौरान लिये गये है।

गन्ना आयुक्त ने यह भी बताया कि सभी गन्ना कृषक अपनी समस्याओं से सम्बन्धित सूचनाओं हेतु गन्ना विभाग के टोल फ्री नम्बर 1800-121-3203 पर एवं गन्ना पर्ची से सम्बन्धित षिकायत 1800-103-5823 तथा खेती से सम्बन्धित सूचना 1800-180-1551 पर सम्पर्क करते रहे जिससे उनकी समस्याओं का यथाशीघ्र निवारण किया जा सके, उन्होंने  किसानों को फार्म मशीनरी बैंक के बारे में विस्तृत जानकारी भी प्रदान की और ट्रेंच प्लाटिंग तथा ड्रिप इरीगेशन और सहफसली कृषि के साथ कृषि की आधुनिक तकनीकों को अपनाने की सलाह के साथ इन विधियों से गन्ना खेती करने वाले कृषकों की सराहना भी की।

बैठक के दौरान गन्ना किसानों के मध्य जागरूकता एवं विभागीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार हेतु गन्ना आयुक्त द्वारा गन्ना-सट्टा नीति, प्रदेष में उत्कृष्ट कार्य करने वाले गन्ना कृषकों, सहकारी गन्ना विकास समितियों एवं चीनी मिलों को पुरस्कृत किये जाने की योजना, घटतौली रोकने एवं गन्ने में ड्रिप सिंचाई संयंत्र की स्थापना सम्बन्धी बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गई तथा दिशा-निर्देश सम्बन्धी हैंडबिल गन्ना किसानों के बीच विपुल मात्रा में वितरित कराये गये। बैठक में मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के अतिरिक्त जिला गन्ना अधिकारी तथा गन्ना समितियों के सचिवों ने प्रतिभाग किया बैठक का संचालन संयुक्त गन्ना आयुक्त, श्री विश्वेश कनौजिया ने किया।

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