उत्तर प्रदेश

प्रदेश में कोविड मामलों की संख्या में तेजी से कमी आ रही, रिकवरी दर में लगातार वृद्धि हो रही, पॉजिटिविटी दर निरंतर घट रही

लखनऊउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कोविड-19 से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को और प्रभावी बनाए जाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ की नीति से कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने की दिशा में आशाजनक परिणाम मिल रहे हैं। प्रदेश में कोविड मामलों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है। रिकवरी दर में लगातार वृद्धि हो रही है। पॉजिटिविटी दर निरंतर घट रही है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां वर्चुअल माध्यम से एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 4,844 केस आए हैं। इसी अवधि में 14,086 कोरोना संक्रमित का सफल उपचार करके  डिस्चार्ज किया गया है। प्रदेश में अब कोरोना के कुल एक्टिव केस की संख्या 84,880 है। इस प्रकार 30 अप्रैल, 2021 को राज्य में कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक एक्टिव केस की संख्या के सापेक्ष वर्तमान में 72.7 प्रतिशत की कमी आयी है।
मुख्यमंत्री जी को यह भी अवगत कराया गया कि राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर में लगातार वृद्धि हो रही है। यह दर अब बढ़कर 93.8 प्रतिशत हो गयी है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर लगातार कम हो रही है। प्रदेश में विगत दिवस लगातार दूसरे दिन कोरोना संक्रमण की जांच हेतु  तीन लाख से अधिक टेस्ट किये गए। विगत 24 घण्टों में 3,17,684 टेस्ट सम्पन्न किए गए हैं। इनमें से 1,32,768 टेस्ट आर0टी0पी0सी0आर0 से सम्पन्न किये गए। प्रदेश में अब तक 4,67,37,022 कोरोना संक्रमण के टेस्ट किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी वरिष्ठ अधिकारी अपने कार्यालयों में बैठना प्रारम्भ करें तथा दिन प्रतिदिन के कार्यों का निष्पादन वहीं से करें। सूचना मांगे जाने पर सभी विभागों द्वारा सही और तथ्यात्मक जानकारी दी जानी चाहिए। प्रदान की गई सूचनाएं स्पष्ट होनी चाहिए। सूचनाएं समय पर उपलब्ध कराई जाए। सूचना का प्रारूप सरल होना चाहिए, जो किसी भी सामान्य व्यक्ति को आसानी से समझ में आ जाए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी दिए जाने वाले निर्देशों का तत्परता से अनुपालन करें, ऐसा न करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य में ब्लैक फंगस के उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा सभी कोविड अस्पतालों में पोस्ट कोविड वाॅर्ड बनाए जाएं। इन वाॅर्डों में आवश्यक दवाओं सहित भोजन, साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था भी रहे। पोस्ट कोविड अवस्था में ब्लैक फंगस से प्रभावित व्यक्तियों के उपचार की पूरी व्यवस्था की जाए। इस संक्रमण से प्रभावित सभी मरीजों को दवा तत्काल उपलब्ध कराई जाए। सभी जनपदों में ब्लैक फंगस की दवाओं की उपलब्धता मरीजों के अनुपात में सुनिश्चित की जाए। निजी अस्पतालों के ब्लैक फंगस के मरीजों को भी दवा उपलब्ध कराई जाए। सभी जनपदों से प्रतिदिन ब्लैक फंगस के मरीजों के संबंध में पूरी सूचना प्राप्त की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ब्लैक फंगस के उपचार के संबंध में गाइडलाइंस जारी की जा चुकी है। स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा ब्लैक फंगस के उपचार से संबंधित अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों के साथ विशेषज्ञों का वर्चुअल संवाद कार्यक्रम आयोजित करा कर इस संक्रमण के उपचार तथा जरूरी सावधानियों के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई जाए। सी0एम0 हेल्पलाइन द्वारा पोस्ट कोविड ब्लैक फंगस के रोगियों का कुशलक्षेम प्राप्त किया जाए। उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस के संक्रमण से बचाव के संबंध में आम जनमानस में व्यापक जागरूकता के लिए सूचना विभाग द्वारा विभिन्न माध्यमों के साथ प्रचार प्रसार कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के उपचार के लिए बेड की संख्या तथा आवश्यक मानव संसाधन में लगातार बढ़ोत्तरी की जाए। सभी जनपदों में उपलब्ध सभी वेंटीलेटर कार्यशील अवस्था में रहे। खराब वेंटिलेटर की तुरंत मरम्मत कराकर कार्यशील किया जाए। सभी जनपदों में ‘108’ सेवा की 75 प्रतिशत एम्बुलेंस का उपयोग कोविड कार्यों में किया जाए। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि कोरोना के उपचार की व्यवस्था को प्रभावी बनाए रखने के लिए उनके निर्देशों के अनुरूप कार्य किया जा रहा है। विगत कुछ दिनों में केवल चिकित्सा शिक्षा विभाग में 2,700 मानव संसाधन की वृद्धि की गई है। स्वास्थ्य विभाग में भी भर्ती की कार्यवाही तेजी से गतिशील है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद झांसी में 500 बेड के अस्पताल के लिए सभी आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था कर उसे संचालित किया जाए। जनपद बांदा तथा जनपद जालौन में स्थित मेडिकल कॉलेजों में बेड की संख्या बढ़ाकर 700 की जाए। जनपद हमीरपुर तथा जनपद महोबा में 100 बेड के स्थान पर 200 बेड का अस्पताल बनाया जाए। इस संबंध में तत्काल कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि सभी निर्माणाधीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को शीघ्रता से पूर्ण कर संचालित कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से जन सहयोग से प्राथमिक विद्यालयों में व्यापक पैमाने पर आधारभूत सुविधाओं की व्यवस्था कर प्राथमिक शिक्षा को बेहतर बनाने का कार्य किया गया है। इसी प्रकार की व्यवस्था के माध्यम से सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में आधारभूत सुविधाओं की व्यवस्था तथा रखरखाव को बेहतर बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जनप्रतिनिधियों यथा, सांसदगण, विधायकगण, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लाक प्रमुख आदि को उनकी (मुख्यमंत्री जी की) ओर से पत्र प्रेषित कर एक-एक सी0एच0सी0, पी0एच0सी0 तथा हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर को गोद लेने की अपील की जाए। जनप्रतिनिधिगण स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अपनी निधि से योगदान करें। साथ ही रखरखाव के लिए जिला प्रशासन को सहयोग प्रदान करें। इसके लिए जनप्रतिनिधियों द्वारा गोद लिये गये स्वास्थ्य केन्द्र का माह में दो बार भ्रमण कर सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा कर उन्हें बेहतर बनाने का प्रयास किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गांवों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए ग्रामीण इलाकों में वृहद स्तर पर जांच अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत निगरानी समितियों द्वारा लक्षण युक्त तथा संदिग्ध संक्रमित व्यक्तियों की स्क्रीनिंग कर मेडिकल किट उपलब्ध कराई जा रही है। स्क्रीनिंग का अभियान ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ नगरीय इलाकों में भी निरंतर संचालित किया जाए। जनपद स्तर पर तैनात सेक्टर अधिकारी द्वारा निगरानी समितियों द्वारा वितरित मेडिकल किट की दैनिक समीक्षा की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेजों एवं अस्पतालों को उनकी मांग के अनुरूप पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति बनी रहनी चाहिए। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि विगत 24 घंटों में राज्य में 664 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि राज्य में ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना की कार्यवाही को त्वरित गति से आगे बढ़ाया जाए। प्रत्येक जनपद में स्थापित हो रहे ऑक्सीजन संयंत्रों की प्रगति की दैनिक समीक्षा के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कोरोना वैक्सीन की कार्यवाही व्यवस्थित, निर्बाध और प्रभावी ढंग से संचालित की जाए। जीरो वेस्टेज को ध्यान में रखकर कोविड वैक्सीनेशन कार्यवाही का संचालन किया जाए। उन्होंने कहा कि 1 जून 2021 से सभी जनपदों में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए हैं। इस संबंध में सभी व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित की जाएं। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि प्रदेश में अब तक 01 करोड़, 62 लाख, 75 हजार, 813 वैक्सीन की डोज एडमिनिस्टर की गई हैं। उन्होंने कोरोना संक्रमण के कारण अनाथ/निराश्रित हुए बच्चों के पुनर्वास के लिए प्रभावी योजना बनाकर कल तक प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग की कार्यवाही प्रभावी और सुचारु ढंग से जारी रखी जाए। सैनिटाइजेशन के कार्य में फायर ब्रिगेड तथा गन्ना विभाग के वाहनों एवं मशीनों का उपयोग किया जाए। कंटेनमेंट जोन में प्रत्येक घर को सैनिटाइज किया जाए। सैनिटाइजेशन का कार्य चैड़ी सड़कों के स्थान पर मोहल्लों में किया जाए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन की कार्रवाई कोरोना सहित विभिन्न वेक्टर जनित बीमारियों  की रोकथाम में सहायक है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गेहूं क्रय केंद्रों को व्यवस्थित ढंग से संचालित रखा जाए। गेहूं खरीद कार्य में कोविड प्रोटोकाॅल का पूर्ण पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने गो आश्रय स्थलों की साफ सफाई की व्यवस्था के साथ ही गोवंश के लिए चारे की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।

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