उत्तर प्रदेश

प्रदेश सरकार ने 25 सेक्टोरियल पॉलिसीज बनायी, सभी सेक्टर्स में निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए: मुख्यमंत्री

लखनऊ : भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की धरती अपने सांस्कृतिक वैभव, गौरवशाली इतिहास और समृद्ध विरासत के लिए जानी जाती है। पिछले 5-6 साल में उत्तर प्रदेश ने अपनी एक नई पहचान स्थापित कर ली है। अब उत्तर प्रदेश को सुशासन से पहचाना जा रहा है। प्रदेश की पहचान बेहतर कानून-व्यवस्था, शांति और स्थिरता से है। अब यहां वेल्थ क्रिएटर्स के लिए नित्य नए अवसर बन रहे हैं। बीते कुछ वर्षों में प्रदेश में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की पहल के परिणाम नजर आ रहे हैं। बिजली से लेकर कनेक्टिविटी तक हर क्षेत्र में सुधार आया है। बहुत जल्द उत्तर प्रदेश देश के उस इकलौते राज्य के तौर पर भी जाना जाएगा, जहां 05 इण्टरनेशनल एयरपोर्ट्स हैं। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से उत्तर प्रदेश सीधे समुद्र से जुड़ रहा है और गुजरात तथा महाराष्ट्र के पोर्ट्स से कनेक्ट होता जा रहा है। इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में सरकारी सोच और अप्रोच में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए सार्थक बदलाव आया है।
प्रधानमंत्री जी आज यहां ‘यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023’ का उद्घाटन करने के बाद इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने समारोह में उपस्थित देश-विदेश के निवेशकों तथा उद्यमियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत अगर आज दुनिया के लिए ब्राइट स्पॉट है, तो उत्तर प्रदेश भारत की ग्रोथ को ड्राइव करने वाला एक अहम नेतृत्व दे रहा है। प्रदेश की आबादी लगभग 25 करोड़ है। दुनिया के बड़े-बड़े देशों से भी ज्यादा सामर्थ्य अकेले उत्तर प्रदेश में है। पूरे भारत की तरह ही आज राज्य में एक बहुत बड़ी एस्पिरेशनल सोसाइटी आपका इंतजार कर रही है। नई वैल्यू और सप्लाई चेन विकसित करने के लिए उत्तर प्रदेश आज एक नया चैम्पियन बनकर उभर रहा है। परंपरा और आधुनिकता से जुड़े उद्योगों, एम0एस0एम0ई0 का एक बहुत ही सशक्त नेटवर्क आज उत्तर प्रदेश में वाइब्रेन्ट है। यहां भदोही के कालीन और बनारसी सिल्क की वजह से उत्तर प्रदेश भारत का टेक्सटाइल हब है। आज, भारत के कुल मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग का 60 प्रतिशत से भी ज्यादा अकेले उत्तर प्रदेश में होता है। मोबाइल कम्पोनेन्ट की सबसे ज्यादा मैन्युफैक्चरिंग भी उत्तर प्रदेश में ही होती है। अब देश के दो डिफेंस कॉरिडोर्स में से एक उत्तर प्रदेश में बन रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में डेयरी, मत्स्य, कृषि तथा फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में अनेक संभावनाएं हैं। फल और सब्जियों की उत्तर प्रदेश में बहुत डायवर्सिटी है। ये एक ऐसा सेक्टर है, जिसमें अभी भी प्राइवेट सेक्टर की हिस्सेदारी बहुत सीमित है। आज भारत का फोकस क्रॉप डायवर्सिफिकेशन, छोटे किसानों को ज्यादा साधन देने और उनकी इनपुट कॉस्ट घटाने पर है। इसलिए नैचुरल फार्मिंग की तरफ हम तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां उत्तर प्रदेश में गंगा जी के किनारे दोनों तरफ 5 किलोमीटर क्षेत्र में नैचुरल फार्मिंग शुरु हो गई है। इस वर्ष के बजट में हमने किसानों की मदद के लिए 10 हजार बायो इनपुट रिसोर्स सेंटर्स बनाने की घोषणा की है। ये नैचुरल फार्मिंग को और अधिक प्रोत्साहित करेगा। इसमें भी निजी उद्यमियों के लिए इन्वेस्टमेंट की अनेक संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमने मिलेट्स या मोटे अनाज को एक नया नाम दिया है-‘श्री अन्न’। इसमें न्यूट्रीशन वैल्यू बहुत अधिक है, ये सुपर फूड है। हमारा ये प्रयास है कि भारत का ‘श्री अन्न’ ग्लोबल न्युट्रिशन सिक्योरिटी को एड्रेस करे। दुनिया इस वर्ष को अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में भी मना रही है। इसलिए एक तरफ हम किसानों को ‘श्री अन्न’ के उत्पादन के लिए मोटिवेट कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इसके लिए ग्लोबल मार्केट का भी विस्तार कर रहे हैं। फूड प्रोसेसिंग सेक्टर से जुड़े साथी रेडी टू ईट और रेडी टू कुक ‘श्री अन्न’ के प्रोडक्ट्स में संभावनाएँ तलाश सकते हैं और मानव जाति की बड़ी सेवा भी कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट में प्रशंसनीय कार्य हुए हैं। महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष यूनिवर्सिटी, अटल बिहारी वाजपेयी हेल्थ यूनिवर्सिटी, राजा महेन्द्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी, मेजर ध्यानचन्द स्पोटर्स यूनिवर्सिटी जैसे अनेक संस्थान अलग-अलग स्किल्स के लिए युवाओं को तैयार करेंगे। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि उन्हें अवगत कराया गया है कि स्किल डेवलपमेंट मिशन के तहत अभी तक उत्तर प्रदेश के 16 लाख से अधिक युवाओं को अलग-अलग स्किल्स में प्रशिक्षित किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने पी0जी0आई0 लखनऊ तथा आई0आई0टी0 कानपुर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जुड़े कोर्सेज भी शुरु किए हैं। देश के स्टार्ट अप रेवोल्यूशन में भी उत्तर प्रदेश की भूमिका लगातार बढ़ रही है। आने वाले कुछ वर्षों में 100 इनक्यूबेटर्स और 03 स्टेट ऑफ द आर्ट सेन्टर्स स्थापित करने का लक्ष्य उत्तर प्रदेश सरकार ने रखा है। इससे यहां आने वाले इंवेस्टर्स को टैलेंटेड और स्किल्ड युवाओं का एक बहुत बड़ा पूल भी मिलने जा रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि एक तरफ डबल इंजन सरकार का इरादा, और दूसरी तरफ संभावनाओं से भरा उत्तर प्रदेश, इससे बेहतर पार्टनरशिप हो ही नहीं सकती। हमें यह समय गंवाना नहीं चाहिए। भारत की समृद्धि में दुनिया की समृद्धि निहित है। भारत के उज्ज्वल भविष्य में दुनिया के उज्ज्वल भविष्य की गांरटी है। समृद्धि की इस यात्रा में आप सबकी भागीदारी बहुत ही महत्वपूर्ण है। उत्तर प्रदेश के एम0पी0 के नाते मैं आपको भरोसा देता हूं कि उत्तर प्रदेश की आज की सरकार और ब्यूरोक्रेसी प्रगति की राह पर दृढ़ संकल्प होकर के चल पड़ी है वो आपके सपनों को साकार करने के लिए, आपके संकल्पों को सिद्ध करने के लिए पूरे सामर्थ्य के साथ अग्रदूत बनकर के आपके साथ खड़ी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में विगत 06 वर्षों में राज्य के औद्योगिक परिदृश्य में सकारात्मक परिवर्तन आया है और वह जमीनी धरातल पर भी दिखायी दे रहा है। यह निवेश महाकुम्भ उसकी एक झलक प्रस्तुत कर रहा है। इस निवेश महाकुम्भ में अब तक 18,643 एम0ओ0यू0 प्रदेश सरकार के साथ वर्तमान में हुए हैं। इनसे प्रदेश में अब तक 32 लाख 92 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। इससे राज्य में 92 लाख 50 हजार से अधिक नौकरियां एवं रोजगार की सम्भावनाएं बनी हैं। इस निवेश महाकुम्भ में प्रमुख वैश्विक और भारतीय कम्पनियों के माध्यम से सेक्टरवार प्रस्तावित निवेश ग्रीन हाइड्रोजन, रीन्यूएबल एनर्जी, एजुकेशन, इण्डस्ट्रियल पार्क, इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग, रियल स्टेट, आई0टी0 एनेबल्ड सर्विसेज, पावर जनरेशन, हेल्थकेयर, बायोफ्यूल, टूरिज्म, टेक्सटाइल, हाउसिंग, फूड एण्ड सिविल सप्लाई, डिफेंस एण्ड एयरोस्पेस, हेल्थ, फूड प्रोसेसिंग, डेयरी, फॉर्मा, वेयर हाउसिंग, लॉजिस्टिक्स आदि सेक्टरों में हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने विगत 06 वर्षां में जो भी उपलब्धियां हासिल की हैं, वह प्रधानमंत्री जी के रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के मूल मंत्र को अंगीकार करते हुए उनके नेतृत्व और मार्गदर्शन में सम्भव हुई हैं। देश की आजादी के अमृत काल के प्रथम वर्ष में उत्तर प्रदेश अपनी दूसरी इन्वेस्टर्स समिट व प्रथम ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से वैश्विक निवेशक समुदाय, नीति निर्धारकों, कॉरपोरेट लीडरशिप, बिजनेस डेलीगेशन्स, शिक्षाविदों, पॉलिटिकल एण्ड गवर्न्मेन्ट लीडरशिप को एक साझा मंच उपलब्ध करा रहा है। यह आयोजन प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप राज्य की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाये जाने के प्रयासों का अभिन्न अंग है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 25 सेक्टोरियल पॉलिसीज बनायी हैं। सभी सेक्टर्स में निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। प्रदेश सरकार ने निवेशकों की सुविधा के लिए 04 पिलर्स तय किये हैं। इनमें ऑनलाइन सिंगल विण्डो पोर्टल ‘निवेश मित्र’ के माध्यम से 33 विभागों की 406 सेवाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। इन्वेस्टर्स रिलेशनशिप मैनेजमेन्ट पोर्टल ‘निवेश सारथी’ निवेशकों की जिज्ञासाओं के समाधान, समस्या निवारण और निवेश परियोजनाओं के अनुश्रवण की सुविधा दे रहा है। नीतियों में प्राविधानित इन्सेंटिव को प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन इन्सेंटिव मैनेजमेन्ट सिस्टम विकसित किया गया है। इसके साथ ही, प्रदेश के अन्दर हर एक निवेशक के साथ एक उद्यमी मित्र की तैनाती की व्यवस्था की गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ने विगत 06 वर्षां में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में अच्छी सफलता प्राप्त करते हुए लीड्स रैंकिंग में ‘अचीवर्स’ श्रेणी प्राप्त की है। विगत 05 वर्षां में प्रदेश ने अपने निर्यात को दोगुना करने में सफलता प्राप्त की है। आज हमारे यहां अच्छा इन्फ्रास्ट्रक्चर है। प्रदेश की कानून व्यवस्था बेहतरीन हुई है। उत्तर प्रदेश भारत की फूड बास्केट के रूप में जाना जाता है। प्रदेश खाद्यान्न, दूध, गन्ना, आलू तथा एथेनॉल उत्पादन में देश में प्रथम स्थान पर है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भदोही के कालीन क्लस्टर तथा वाराणसी के सिल्क क्लस्टर के प्रमुख टेक्सटाइल उत्तर प्रदेश में हैं। अन्य सभी सेक्टर्स में प्रदेश की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने में सेक्टोरियल पॉलिसीज महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रही हैं। प्रदेश में मेडिकल डिवाइस पार्क, फिल्म सिटी, टॉय सिटी, अपैरल पार्क, हैण्डीक्राफ्ट पार्क, मेगाफूड पार्क, गारमेन्ट पार्क, इण्टीग्रेटेड इण्डस्ट्रियल टाउनशिप, लॉजिस्टिक हब, ट्रांस गंगा सिटी तथा कई फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स के विकास की कार्यवाही युद्धस्तर पर चल रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में नीदरलैण्ड्स, डेनमार्क, सिंगापुर, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, इटली, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम और मॉरीशस पार्टनर कण्ट्री के रूप में योगदान दे रहे हैं। दुनिया के तमाम देशों के प्रतिनिधियों ने आयोजन में शामिल होकर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को निवेश के महाकुम्भ का स्वरूप प्रदान किया है। आयोजन की सफलता के लिए राज्य सरकार द्वारा नियोजित प्रयास किये गये। प्रदेश सरकार के मंत्रिमण्डल के समूहों ने दुनिया के 16 देशों के 21 शहरों में रोड शो किये थे। सभी देशों में भारतीय मिशन के राजदूतों ने भरपूर सहयोग प्रदान करते हुए प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप उत्तर प्रदेश में ट्रेड, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी के अभियान को आगे बढ़ाने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। साथ ही, देश के 10 बड़े महानगरों में भी रोड शो का आयोजन किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश-दुनिया से यहां पर 10 हजार से अधिक निवेशकों, उद्योगपतियों तथा बिजनेस डेलीगेशन्स की उपस्थिति के साथ-साथ प्रदेश के सभी 75 जनपदों में भी यह कार्यक्रम एक साथ संचालित हो रहा है। जिसे हम सभी 75 जनपदां में आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। सम्पूर्ण कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार को यू0एस0-इण्डिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम, यू0के0 इण्डिया बिजनेस काउंसिल, ऑस्ट्रेलिया इण्डिया बिजनेस काउंसिल, फेडरेशन ऑफ इण्डियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री (फिक्की), कंफेडेरेशन ऑफ इण्डियन इण्डस्ट्री (सी0आई0आई0), सदर्न इण्डिया चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री, इण्डियन इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन, जी0एस0टी0 चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स जैसे प्रमुख बिजनेस पार्टनर्स ने सहयोग प्रदान किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश का पूर्वी क्षेत्र और बुन्देलखण्ड क्षेत्र आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा माना जाता था। प्रदेश में पिछले 06 वर्षाें में हुए परिवर्तन से जो निवेश प्रस्ताव आएं हैं उनमें महत्वपूर्ण बात यह है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए 09 लाख 55 हजार करोड़ रुपये के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए भी 04 लाख 28 हजार करोड़ रुपये के प्रस्ताव इस अवसर पर प्राप्त हुए हैं। प्रधानमंत्री जी के विजनरी नेतृत्व में उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य के दंश से मुक्त होकर विकास की बुलन्दियों की ओर अग्रसर हो रहा है। उत्तर प्रदेश को देश के ग्रोथ इंजन के रूप में स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार और प्रदेशवासियों को प्रधानमंत्री जी ने जो दायित्व दिया है उस दिशा में उत्तर प्रदेश तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने सभी इन्वेस्टर्स को प्रदेश में बेहतर प्रशासन और सर्वात्तम ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की सुविधाएं प्रदान करने का आश्वासन देते हुए उन सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी निवेशकों के हित के लिए तथा अपनी नीतियों के अन्तर्गत हर सम्भव सहयोग प्रदान करने के लिए पूरी तत्परता के साथ कार्य करेंगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने सशक्तिकरण का जो मार्ग दिखाया था, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में राष्ट्र आज उस पर मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री जी के रूप में देश को एक मार्गदर्शक, अभिभावक तथा प्रेरणा पुरुष मिला है। प्रधानमंत्री जी ने व्यक्तिगत और राजनैतिक विश्वसनीयता का प्रतिमान स्थापित किया है, वह देश को प्रेरित करता रहेगा। आज दुनिया भारत को आशा व सम्भावना की दृष्टि से देख रही है। नागरिकों में देश के नेतृत्व तथा देश की क्षमता पर नया भरोसा उत्पन्न हुआ है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षां में राष्ट्र में हुए आर्थिक सुधारों तथा बिजनेस कम्युनिटी को प्रेरित करने के प्रयास दिखाते हैं कि बिजनेस कम्युनिटी के प्रति सरकार ने नई एप्रोच रखी है। भारत की बढ़ती साख में बिजनेस कम्युनिटी का बहुत बड़ा योगदान है। पिछले कुछ समय में उत्तर प्रदेश निवेशकों के लिए भरोसेमन्द गन्तव्य के रूप में उभरा है। प्रदेश के कर्मठ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने अपने नाम यानी ‘अप’ को सार्थक किया है। यू0पी0 का मतलब हेल्थ ‘अप’, एजुकेशन ‘अप’, स्किल ‘अप’, इन्फ्रास्ट्रक्चर ‘अप’, इन्वेस्टमेन्ट ‘अप’ और इन्वेस्टमेन्ट का रिटर्न ‘अप’ हो गया है। आज यू0पी0 में इन्वेस्टमेन्ट ‘बेस्ट’ समझा जाने लगा है। दुनिया के विकास की धुरी भारत की अर्थव्यवस्था बनेगी और इसमें उत्तर प्रदेश प्रभावी ग्रोथ इंजन की भूमिका निभाएगा।
प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत को जी-20 के देशों की अध्यक्षता करने का गौरव प्राप्त हुआ है। आज यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के मंच से विकास की नई सम्भावनाओं का हम स्वागत करते हैं। हम सांस्कृतिक विकास तथा आर्थिक तरक्की दोनों ही मोर्चां पर आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन व मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में वर्ष 2017 से 2022 तक उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बना है और अब सर्वाच्चतम प्रदेश बनने की ओर अग्रसर है।
इससे पूर्व, प्रधानमंत्री जी ने कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शनी का उद्घाटन तथा पार्टनर कण्ट्रीज के पेवेलियन एवं स्टेट पेवेलियन का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री जी ने प्रधानमंत्री जी को भगवान गणेश की प्रतिमा भेंटकर उनका स्वागत किया। समारोह में एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम को आदित्य बिड़ला गु्रप के चेयरमैन श्री कुमार मंगलम बिड़ला, रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन श्री मुकेश अंबानी, टाटा संस के चेयरमैन श्री एन0 चन्द्रशेखरन, ज्यूरिख एयरपोर्ट एशिया के सी0ई0ओ0 श्री डेनियल बिरचर तथा डिक्सन टेक्नोलॉजीज के चेयरमैन श्री सुनील वचनानी ने भी सम्बोधित किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्री कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि भारत विश्व में तेजी से विकास कर रही अर्थव्यवस्था है। हमारे प्रधानमंत्री जी पर 140 करोड़ भारतवासियों का अटूट विश्वास है। अमृतकाल में भारत की प्रगति वैश्विक समृद्धि की नींव बनेगी। भारत की इस प्रगति का हृदय स्थल उत्तर प्रदेश है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में विगत कुछ वर्षां में उत्तर प्रदेश ने बहुत प्रगति की है। प्रदेश में आदित्य बिड़ला ग्रुप की अनेक क्षेत्रों में उपस्थिति है।
श्री मुकेश अंबानी ने कहा कि यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट विकास का महाकुम्भ है। उत्तर प्रदेश पुण्य भूमि तथा प्रभु श्रीराम की भूमि है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत अमृतकाल में प्रवेश कर गया है। भारत दुनिया के लिए आशा का केन्द्र बना है। उसी प्रकार उत्तर प्रदेश नये भारत के लिए आशा केन्द्र बन गया है। कानून व्यवस्था तथा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बनकर उभर रहा है। हम एक साथ मिलकर भारत के सर्वाधिक आबादी के राज्य को भारत के सबसे समृद्ध राज्य के रूप में बदल सकते हैं।
इस अवसर पर राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी, विधान परिषद के सभापति श्री कुंवर मानवेन्द्र सिंह, विधान सभा अध्यक्ष श्री सतीश महाना, उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य तथा श्री ब्रजेश पाठक सहित प्रदेश सरकार के मंत्रिगण, यू0ए0ई0 तथा डेनमार्क राष्ट्र के मंत्रिगण, मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र, देश व दुनिया के बिजनेस डेलीगेशन, निवेशक, उद्योगपति, राजदूत तथा उच्चायुक्तगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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